मुलेठी के फायदे :
1. मुंह सूखने में फायदेमंद : मुलेठी की तासीर ठंडी होती है जिसकी वजह से इसका सेवन करने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है इसलिए जब मुंह सूखने की समस्या होती है तो मुलेठी का सेवन करना एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। मुलेठी को मुंह में रखकर बार-बार चूसने से प्यास शांत हो जाती है और मुंह सूखने की समस्या कम हो जाती है।
2. गले में फायदेमंद : मुलेठी में बहुत से पोषक तत्व के साथ-साथ इसकी तासीर भी ठंडी होती है जो गले में होने वाली समस्याओं जैसे – गले में खराश होना, गले का अत्यधिक सूखना आदि को कम करता है। आप एक साजी मुलेठी को लें और उसे अपने मुंह में रखकर उसके रस को धीरे-धीरे चूसते रहें इससे आपको बहुत लाभ होगा।
3. खांसी में फायदेमंद : मुलेठी में बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं जो खांसी के लिए दवा का काम करते हैं जिससे खांसी को बहुत देर तक रोका जा सकता है लेकिन यह सूखी खांसी के लिए लाभदायक नहीं होती है। आप काली मिर्च का चूर्ण और मुलेठी का चूर्ण समान मात्रा में लेकर इन्हें अच्छी तरह मिला लें और इसका सेवन करें इससे आपको बहुत फायदा होगा।
4. पेट के अल्सर में फायदेमंद : मुलेठी का सेवन करके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखा जा सकता है क्योंकि मुलेठी अल्सर के दौरान होने वाली अपच और हाइपर एसिडिटी की समस्या को दूर करती है और अल्सर के घावों को भी जल्दी भरती है। आप मुलेठी की जड़ों का पाउडर लें और उसका सेवन करें इससे आपको बहुत आराम मिलेगा।
5. बैक्टीरिया में फायदेमंद : मुलेठी में एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं जो शरीर में प्रवेश करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं जिसके साथ-साथ ये गुण अंदरूनी चोटों को भी ठीक करती है।
6. त्वचा में फायदेमंद : मुलेठी त्वचा की सुन्दरता बढ़ाने और उसे लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करता है क्योंकि मुलेठी में सुन्दरता को बढ़ाने के गुण पाए जाते हैं। आप मुलेठी के चूर्ण को एक ग्राम की मात्रा में पानी के साथ सेवन करें इससे आपको बहुत फायदा होगा।
7. उल्टियों में फायदेमंद : मुलेठी की तासीर ठंडी होने के साथ-साथ उसमें बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो पाचन तंत्र को ठीक करके अपच से होने वाली उल्टियों को रोकने के लिए मुलेठी एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। इसके लिए आप सबसे पहले मुलेठी का चूर्ण लें और उसे एक गिलास गर्म दूध के साथ सेवन करें इससे आपको बहुत लाभ मिलेगा।
8. छालों में फायदेमंद : मुलेठी की तासीर ठंडी होती है इसलिए जब व्यक्ति के मुंह में या शरीर के किसी हिस्से हिस्से में फोड़े-फुंसी होने पर यह उन्हें ठीक करने और ठंडक प्रदान करने में मदद करता है और उसके संक्रमण को भी दूर करता है। आप मुलेठी लेकर उसका पेस्ट बना लें और उसे अपने शरीर के छालों पर लगाएं।
9. थकान में फायदेमंद : मुलेठी में ऊर्जा प्रदान करने के गुण पाए जाते हैं जिससे निरंतर होने वाली शारीरिक थकान को दूर किया जा सकता है इसलिए शारीरिक थकन को दूर करने के लिए मुलेठी का सेवन एक बहुत ही अच्छा विकल्प है।
10. लीवर विकारों में फायदेमंद : मुलेठी में बहुत से ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो लीवर के विकारों को दूर करने के साथ-साथ लीवर को मजबूत और स्वस्थ करने के लिए मुलेठी का सेवन एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। आप मुलेठी की चाय का सेवन करके लीवर विकारों से छुटकारा पा सकते हैं और इसके लिए आप सबसे फल एक कप गर्म पानी लें और उसमें मुलेठी की जड़ का पाउडर आधी चम्मच की मात्रा में डालें। अब इस मिश्रण को थोड़ी देर उबालने के बाद ठंडा होने के लिए रख दें और ठंडा होने के बाद आप इस चाय का सेवन करें क्योंकि इससे आपको बहुत लाभ होगा।
11. श्वसन विकारों में फायदेमंद : मुलेठी में एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं जिसमें शहद को मिलाने से सभी प्रकार के श्वसन विकारों को दूर किया जा सकता है क्योंकि यह गले में होने वाले जलन को शांत करता है। श्वसन विकारों से छुटकारा पाने के लिए आप मुलेठी के चूर्ण या पाउडर को शहद के साथ मिलकर उसका दिन में दो बार सेवन करें इससे आपको बहुत आराम मिलेगा।
12. प्रतिरक्षा प्रणाली में फायदेमंद : मुलेठी में एंटी बायोटिक गुण पाए जाते हैं जो शरीर को वायरस, बैक्टीरिया और संक्रमण मुक्त रखकर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत और स्वस्थ बनाने में बहुत मदद करती है इसलिए प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए मुलेठी का सेवन एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। आप सबसे पहले मुलेठी, शहद और घी को समान मात्रा में लेकर मिश्रण बना लें और इसका सेवन करें इससे आपको बहुत लाभ प्राप्त होगा।
13. पाचन तंत्र में फायदेमंद : मुलेठी में बहुत से पोषक तत्व और जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं जो पाचन तंत्र से जुड़े विकारों को दूर करने के साथ-साथ सूजन को कम करने में और संक्रमण को दूर करने में मदद करते हैं। आप एक कप गर्म पानी में एक चम्मच मुलेठी का पाउडर डालकर उसे उबालें और छानकर ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने के बाद इसका सेवन करने से आपको बहुत लाभ होगा।
14. वजन घटाने में फायदेमंद : मुलेठी में फ्लेवोनाइड्स पाया जाता है जो शरीर से अत्यधिक वसा को कम करता है जिससे मोटापे की रोकथाम और उसका इलाज करने में मदद करती है।
15. गठिया में फायदेमंद : मुलेठी में अनुत्तेजक और एंटी एलर्जी गतिविधि होती हैं जो सूजन को कम करने वाली होती हैं जो गठिया रोग में होने वाले दर्द और सूजन को शांत और कम करने में मदद करते हैं इसलिए गठिया रोग में मुलेठी का सेवन एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। आप सबसे पहले मुलेठी लें और उसे भूनकर उसका अर्क निकालकर उसका सेवन करें इससे आपको बहुत अधिक लाभ होगा।
16. रजोनिवृत्ति में फायदेमंद : मुलेठी में फायटोएस्त्रोजैनिक यौगिक, विटामिन बी, एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन होर्मोन पाए जाते हैं जो शरीर में होर्मोन असंतुलन को ठीक करने में मदद करता है जिससे रजोनिवृत्ति की समस्या को कम किया जा सकता है।
17. अवसाद में फायदेमंद : मुलेठी में मैग्नीशियम, कैल्शियम और बीटा कैरोटीन आदि खनिज और फ्लेवोनोइड्स पाए जाते हैं जो अवसाद की समस्या को कम करने में मदद करता है इसलिए अवसाद में मुलेठी का सेवन बहुत लाभदायक होता है।
18. ह्रदय में फायदेमंद : मुलेठी का सेवन करने से शरीर में खून के प्रवाह को बढ़ाकर और उच्च कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित करके ह्रदय को मजबूत और स्वस्थ बनाने के साथ-साथ ह्रदय रोगों को भी कम किया जा सकता है। आप तीन से पांच ग्राम तक कुटकी चूर्ण को मिलाकर पंद्रह से बीस ग्राम मिश्री के पानी के साथ सेवन करने से बहुत अधिक आराम मिलेगा।
19. याददाश्त में फायदेमंद : मुलेठी में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो अधिवृक्क ग्रंथि पर सकारात्मक प्रभाव डालती है जो अप्रत्यक्ष रूप से मस्तिष्क को उत्तेजित करने में मदद करती है जिससे स्मृति शक्ति को मजबूत किया जा सकता है।
20. अच्छी आवाज में फायदेमंद : मुलेठी में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो गले को साफ करने में मदद करते हैं जिससे आवाज को स्पष्ट और अच्छा बनाया जा सके इसलिए आवाज के लिए मुलेठी का सेवन एक बहुत ही अच्छा विकल्प है।
21. नेत्र विकार में फायदेमंद : मुलेठी में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो आँखों की जलन और कम रौशनी जैसे नेत्र विकारों को दूर करने में मदद मिलती है क्योंकि यह आँखों के आसपास के लालपन को खत्म कर देता है। आप सबसे पहले मुलेठी का चूर्ण और सौंफ का चूर्ण बराबर मात्रा में मिलाकर उसे दिन में दो बार एक चम्मच की मात्रा में लेने से नेत्र विकारों को कम किया जा सकता है।
मुलेठी के नुकसान :
1. अधिक समय तक सेवन नुकसानदायक : जब मुलेठी का सेवन अधिक समय तक किया जाता है तो इससे व्यक्ति को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
2. दवाईयों के साथ नुकसानदायक : अगर आप मूत्रल या उच्च रक्तचाप की समस्या की दवाईयां ले रहे हैं तो आप मुलेठी का सेवन करने से बचें क्योंकि यह नुकसानदायक हो सकता है।
3. मधुमेह में नुकसानदायक : अगर आपको मधुमेह, गुर्दे की समस्या या कम पोटेशियम के स्तर की समस्या है तो मुलेठी के सेवन से बचना चाहिए।
4. गर्भावस्था में नुकसानदायक : जो महिलाएं गर्भवती होती है उनके और बच्चों के लिए मुलेठी का सेवन उपयुक्त नहीं होता है।
5. मूत्र विकार में नुकसानदायक : जो लोग मूत्रवर्धक पर हैं या हाइपोथायराइडिज्म समस्या से पीड़ित हैं तो उनके लिए मुलेठी का सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
6. कैंसर होना : मुलेठी में एस्ट्रोजन उत्तेजक गुण होते हैं जो इस संबंधित विकारों से पीड़ित लोगों को प्रभावित कर सकता है। इसके उपभोग से व्यक्ति को गंभीर समस्याएं जैसे – फाइब्रोसिस्टिक स्तन, स्तन कैंसर या गर्भाशय कैंसर की समस्या हो सकती है।
7. अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदायक : मुलेठी का अधिक मात्रा में सेवन करने से व्यक्ति को मांसपेशियों में कमजोरी, क्रोनिक थकान, सिरदर्द, सूजन, एडिमा, छद्म डोल्दोनिस्म, साँस की तकलीफ, जोड़ों की कठोरता और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर का कम होना आदि समस्याएं हो सकती हैं।
मुलेठी का सेवन :
1. काली मिर्च के साथ सेवन : आप चाहें तो मुलेठी को काली मिर्च के साथ मिलाकर भी चूस सकते हैं।
2. चूर्ण के रूप में सेवन : आप मुलेठी का चूर्ण बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं।
3. पानी के साथ सेवन : मुलेठी के चूर्ण का पानी के साथ सेवन करने से बहुत लाभ होता है।
4. साबुत मुलेठी के रूप में : आप मुलेठी के एक टुकड़े को लेकर उसे चूस-चूसकर उसका सेवन कर सकते हैं।
5. चाय के रूप में सेवन : आप मुलेठी की जड़ की चाय बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं।
6. शहद के साथ सेवन : आप चाहें तो मुलेठी की जड़ का चूर्ण शहद में मिलाकर उसका सेवन कर सकते हैं।
7. घी और शहद के साथ सेवन : आप मुलेठी के चूर्ण को शहद और घी के साथ मिलाकर इसके मिश्रण का सेवन कर सकते हैं।