सौंफ के फायदे :
1. मुंह की दुर्गंध में फायदेमंद : सौंफ के बीज सुगंध वाले होते हैं और रोगाणुओं से लड़ने में हमारे शरीर की मदद करते हैं क्योंकि इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो मसूड़ों के दर्द को कम करने के साथ-साथ मुंह की दुर्गन्ध को भी दूर करते हैं।
2. पाचन तंत्र में फायदेमंद : सौंफ के बीजों में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शूल, पेट फूलना, अपच, कब्ज, गैस, सूजन आदि बहुत सी पाचन तंत्र से जुडी समस्याओं को कम किया जा सकता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाया जा सकता है।
3. मूत्र विकारों में फायदेमंद : सौंफ में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो मूत्र पथ में आने वाली बहुत सी समस्याओं को कम कर देते हैं और मूत्र में जलन और रुक-रूककर पेशाब आने की समस्या बिलकुल ठीक हो जाती है।
4. वजन कम करने में फायदेमंद : सौंफ के बीज एक प्राकृतिक वसा नाशक के रूप में कार्य करते हैं जिससे चर्बी को कम करके मोटापे को हटाया जा सकता है जिससे वजन अपने आप ही कम हो जाता है।
5. कैंसर में फायदेमंद : सौंफ में एनेथोल नाम का एक बहुत ही अच्छी क्वालिटी का कैंसर रोधी इन्फ्लेमेटरी फायटोनुट्रिएंट पाया जाता है जिससे कैंसर सेल्स को बढने और नए कैंसर सेल्स को बनने से रोका जा सकता है जिससे कैंसर रोग को कम किया जा सकता है।
6. मासिक धर्म में फायदेमंद : सौंफ में एम्मेनागोगे और फ्योटोस्ट्रोजन पाए जाते हैं जो मासिक धर्म के चक्र को बाधित करने वाले कारणों को खत्म करके स्तन वृद्धि, पूर्व मासिक सिंड्रोम और रजोनिवृत्ति की समस्याओं को कम कर देता है।
7. श्वसन विकारों में फायदेमंद : सौंफ का सेवन करने से श्वसन से संबंधित बहुत सी समस्याओं जैसे – फ्लू, सर्दी, खांसी और साइनस आदि को कम किया जा सकता है और शरीर के श्वसन तंत्र को मजबूत बनाया जा सकता है।
8. ह्रदय रोगों में फायदेमंद : सौंफ में पोटेशियम, फाइबर, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो ह्रदय और उच्च रक्तचाप की वजह से होने वाली बहुत सी समस्याओं को कम कर देता है इसलिए ह्रदय को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए सौंफ एक बहुत ही अच्छा विकल्प है।
9. मोतियाबिंद में फायदेमंद : सौंफ में पोटेशियम, फाइबर, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो आँखों को स्वस्थ और आँखों की रौशनी बढ़ाने में मदद करते हैं। सौंफ का सेवन करने से मोतियाबिंद और आँखों में जलन की समस्या को दूर किया जा सकता है।
10. दिमाग को तेज करने में फायदेमंद : सौंफ में पोटेशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो इसे एक अच्छे मस्तिष्क बूस्टर के रूप में स्थापित करती है जिससे संज्ञानात्मक प्रदर्शन और मस्तिष्क की कार्यशीलता को बढ़ावा मिलता है और दिमाग में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाकर हमें तनावमुक्त रखने की कोशिश करता है।
11. त्वचा रोगों में फायदेमंद : सौंफ के बीजों में एंटीमिक्राबियल गुण पाए जाट हैं जो त्वचा से संबंधित समस्याओं को दूर करने के साथ-साथ त्वचा को निखारने का भी काम करता है। त्वचा से संबंधित रोगों से छुटकारा पाने के लिए सौंफ का सेवन करना एक बहुत ही अच्छी तरकीब है।
12. हड्डियों की मजबूती में फायदेमंद : सौंफ में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, विटामिन के, और फाइबर पाए जाते हैं जो हड्डियों को मजबूत करने के साथ-साथ हड्डियों से जुडी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं।
13. स्तनपान में फायदेमंद : सौंफ के बीजों में स्तनों में दूध की मात्रा को बढ़ाने वाले पोषक तत्व पाए जाते हैं जिसकी वजह से यह गैलेक्टैगॉग के रूप में काम करता है जो स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध की गुणवत्ता और उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है।
14. स्तनों का आकार बढ़ाने में फायदेमंद : सौंफ में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो महिलाओं के स्तन में दूध की मात्रा बढ़ाने के साथ-साथ स्तन के आकार को भी बढ़ा देती है जिससे बहुत सी समस्याओं कम कम किया जाता है।
15. बैक्टीरिया में फायदेमंद : सौंफ में बहुत से एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो बैक्टीरिया को कम करने के साथ-साथ बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करता है जिससे हर्निया की समस्या को कम किया जा सकता है इसलिए सौंफ का सेवन एक ही बहुत अच्छा विकल्प है।
16. अवसाद में फायदेमंद : सौंफ की तासीर ठंडी होती है जो तनाव और चिंता को दूर करके शांति प्रदान करता है जिससे अच्छी नींद आ सके। सौंफ का सेवन करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है जिससे नींद आ जाती है।
17. बालों में फायदेमंद : सौंफ में कैल्शियम और फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो बालों के टूटने को रोकने और उन्हें मजबूत बनाने में मदद करती है जो बालों से जुडी सभी समस्याओं को खत्म या कम करने में मदद करती है।
18. सूजन में फायदेमंद : सौंफ में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के अंदर की सूजन को दूर कर देते हैं जिससे शरीर को कोई हानि न पहुंचे इसलिए सूजन को दूर करने के लिए सौंफ का सेवन बहुत ही अच्छा और आसान विकल्प है।
19. कोलेस्ट्रोल में फायदेमंद : सौंफ में कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित करने के बहुत से गुण पाए जाते हैं जिससे ह्रदय और खून की बहुत सी समस्याओं को कम किया जा सकता है इसलिए कोलेस्ट्रोल को कम करने के लिए सौंफ एक बहुत अच्छा विकल्प है।
20. खांसी में फायदेमंद : सौंफ को माउथ फ्रेशनर के रूप में प्रयोग किया जाता है क्योंकि सौंफ में शरीर की थकान को दूर करने के साथ-साथ खांसी उत्पन्न करने वाले सभी कारणों को दूर कर देता है।
21. अस्थमा में फायदेमंद : सौंफ में बहुत से फाइबर और पोटेशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो अस्थमा जैसी श्वसन से संबंधित समस्याओं को बहुत हद तक कम किया जा सकता है।
22. रक्त बढ़ाने में फायदेमंद : सौंफ में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो खून बढ़ाने और ह्रदय को स्वस्थ रखने के साथ-साथ खून को साफ करने का भी काम करता है इसलिए खून को साफ करने के लिए सौंफ एक बहुत अच्छा विकल्प है।
23. डायरिया में फायदेमंद : सौंफ में पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो पाचन तंत्र को स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद करते हैं जिससे डायरिया जैसी समस्या को खत्म करने में मदद मिलती है।
सौंफ के नुकसान :
1. त्वचा में नुकसानदायक : सौंफ के बीजों के कारण आपकी त्वचा पर रैशेज हो सकते हैं।
2. पाचन तंत्र में नुकसानदायक : सौंफ का सेवन करने से आपको पेट दर्द और एलर्जी हो सकती है।
3. कैंसर में नुकसानदायक : सौंफ के बीजों की वजह से आपको स्तन कैंसर की समस्या भी हो सकती है।
4. स्तनपान में हानिकारक : स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए इसका सेवन हानिकारक हो सकता है।
5. एलर्जी होना : अगर आपको गाजर या अजवाइन से एलर्जी है तो आपको सौंफ के सेवन से बचना चाहिए।
सौंफ का सेवन :
1. पाउडर के रूप में सेवन : आप सौंफ को पीसकर उसके पाउडर का सेवन कर सकते हैं।
2. चाय के रूप में सेवन : सौंफ के पाउडर की चाय बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं।
3. सब्जी के साथ सेवन : आप सौंफ के पाउडर को अपनी सब्जी में मिलाकर उसका सेवन कर सकते हैं।
4. आचार के रूप में सेवन : आप सौंफ के बीजों से बने आचार का सेवन भी कर सकते हैं।
5. माउथ फ्रेशनर के रूप में सेवन : अगर आप चाहें तो सौंफ का सेवन माउथ फ्रेशनर के रूप में भी कर सकते हैं।
6. मिश्री के साथ सेवन : आप तवे पर सिकी हुई सौंफ को मिश्री के साथ मिलाकर भी उसका सेवन कर सकते हैं।
7. पानी के रूप में सेवन : आप सौंफ का सेवन उसके पानी के रूप में भी कर सकते हैं।