1. हम हंस कर अपनी किस्मत पे
सारा गुस्सा उतार लेते हैं।
Hum hans kr apni kismat pe
saara gussa utaar lete hain.
2. धोखा मिला जब प्यार में,
जिंदगी में उदासी छा गई,
सोचा था छोड़ दें इस राह को,
कमबख्त मोहल्ले में दूसरी आ गई।
Dhokha mila jb pyar men,
zindgi men udaasi chaa gayi,
sochaa tha chod den is raah ko,
kambkhat mohlle men dusri aa gayi.
3. जलील न किया करो किसी फकीर को अपनी चौखट से साहब,
वो सिर्फ भीख लेने नहीं दुआ देने भी आता है।
Jalil na kiya karo kisi fakir ko apni chaukhat se saahab,
vo sirf bhikh lene nhin duaa dene bhi aata hai.
4. मुझे पागलो से दोस्ती करना पसंद है साहब,
क्योंकि मुसीबत में कोई समझदार नहीं आता।
Mujhe pagalon se dosti karna pasand hai saahab,
kyonki musibat men koyi samajhdar nhin aata.
5. लिखा था राशि में आज खजाना मिलेगा,
एक गली से गुजरे तो पुराने दोस्त मिल गए।
Likhaa tha raashi men aaj khajaana milega,
ek gali se gujre to purane dost mil gaye.
6. इंडिया में लड़की गर्लफ्रेंड बाद में बनती है,
सारे दोस्तों की भाभी पहले बन जाती है,
प्यार से तो बड़ा होता है दोस्ती का रिश्ता,
क्योंकि दोस्त कभी बेवफा नहीं होते।
India men ladki gairlfriend baad men banti hai,
saare doston kii bhaabhii pahle ban jaati hai,
pyaar se to badaa hota hai dosti kaa rishtaa,
kyonki dost kabhi bevafaa nhin hote.
7. मुझे इंतजार करना बेहद पसंद है,
क्योंकि ये वक्त उम्मीद से भरा होता है..!!
Mujhe intajaar karna behad pasand hai,
kyonki ye vakt ummid se bharaa hota hai..!!
8. “जैसे हो वैसे ही रहा करो क्योंकि, ओ,
रीजनल की कीमत,
कॉपी से ज्यादा होती है”
“Jaise ho vaise hi raha karo kyonki, O,
riijnal kii kimat,
kopi se jyada hoti hai”.
9. दुश्मन सामने आने से भी डरते थे..
और वो पगली दिलसे खेल
कर चली गई।
Dushman saamne aane se bhi darte the..
vo pagli dilse khel
kar chali gayi.
10. अप्रैल शुरू होते ही परिवार के
बेरोजगार सदस्यों
के जिम्मे दो और बड़े काम जुड़ जाएंगे,
फ्रिज में बोतल भर के रखना और
कूलर में पानी भरना….
April shuru hote hii privar ke
berojgaar sadsyon
ke jimme do bade kaam jud jaenge,
frij men botal bhar ke rakhna or
kular me pani bharnaa….
11. वक्त वक्त की बात है..
जो अंग्रेज हमें गँवार गरीब कहते थे,..
आज उनकी छोरियां हमारे आई०पी०एल० में नाचने आती हैं!
Vakt vakt ki baat hai..
jo angrej hamen ganvaar garib kahte the,..
aaj unki chhiyan hmare IPL men nachne aati hain!
12. साला प्यार भी
अजीब होता है, जिससे होता है
उसको छोड़कर
पूरे मोहल्ले को पता होता है!
Saala pyar bhi
ajiib hota hai, jisse hota hai
usko chodkar
pure mohalle ko pataa hota hai!
13. वक्त अच्छा जरुर आता है,
मगर वक्त पर ही आता है।
Vakt achha jarur aata hai,
magar vakt pr hi aata hai।
14. पांच रूपए के नोट सी हो गई है जिंदगी।
चलती है मगर फटे हाल में।
Paanch rupaye ke not si ho gayi hai zindgi
chalti hai magar fate haal men.
15. जिंदगी जीने के लिए नजरों की नहि,
नजरों की जरूरत होती है।
zindgi jine ke liye najron ki nhi,
najron ki jarurat hoti hai.
16. आँखों को अक्सर वही चीज पसंद आती है,
जिसका मिलना मुश्किल हो।
Aankhon ko aksar vahi chij pasand aati hai,
jiska milna mushkil ho.
17. बात तो सिर्फ जज्बातों की है वरना,
मोहब्बत तो सात फेरों के बाद भी नहीं होती।
Baat to sirf jajbaton ki hai varna,
mohabbat to saat feron ke baad bhi nhin hoti.
18. दिल की आवाज को कभी मत ठुकराना क्योंकि
उम्मीदों से ही बनते हैं आशियाना।
Dil ki aavaj ko kabhi mat thukrana kyonki
ummidon se hi bante hain aashiyana.
19. वक्त से सीखो बदलते रहने का सबक,
वक्त कभी खुद को बदलते नहीं थकता।
Vakt se sikho badlte rehne ka sabak,
vakt kabhi khud ko badlte nhin thakta.
20. ऐसा जीवन जियो कि अगर
कोई आपकी बुराई भी करे तो कोई उस पर विश्वास न करे।
Aesa jivan jiyo ki agar
koi aapki burayi bhi kare to koi us pr vishvas na kare.
21. लाइफ में एक पार्टनर होना जरूरी है, वरना
दिल की बात स्टेटस पर लिखनी पड़ती है।
Life men ek partner hona jaruri hai, varna
dil ki baat status pr likhni padti hai.
22. जिंदगी विज्ञान के प्रयोग जैसी है, जितनी बार प्रयोग करोगे,
पहले से उतने ही बेहतर सफल होंगे।
zindgi vigyan ke prayog jaisi hai,jitni baar prayog kroge,
pahle se utne hi behtar safal honge.
23. चेहरे अजनबी हो भी जाएं, तो कोई बात नहीं लेकिन,
रवैये अजनबी हो जाएं, तो बड़ी तकलीफ देते हैं।
Chehre ajnabi ho bhi jayen, to koyi baat nhin lekin,
rvaiye ajnabi ho jayen, to badi taklif dete hain.
24. गलती उसी से होती है जो काम करता है,
निकम्मों की जिंदगी तो दूसरों की बुराई खोजने में ही खत्म हो जाती है।
Galti usi se hoti hai jo kaam karta hai,
nikkamon ki zindgi to dusron ki burayi khojne me hi khatam ho jati hai.
25. इंसान हमेशा जिंदगी में दो चीजों से हारता है, पहला वक्त और दूसरा प्यार।
वक्त कभी किसी का नहीं होता और प्यार हर किसी को नहीं मिलता।
Insaan hmeshaa zindgi men do chijon se haartaa hai, pahla vakt dusra pyar.
vakt kabhi kisi ka nhin hota pyar hr kisi ko nhin milta.
26. दिल को छोड़ के चेहरे की दीवानी हुई है ये दुनिया,
अब समझ में आया की सेल्फी वाले फोन महंगे क्यूँ आते हैं…
Dil ko chhod ke chehre ki divani huyi hai ye duniya,
ab samajh men aaya ki selfie vale fone mehnge kyun aate hain…
27. कत्ल करती हैं तुम्हारी नजर हजारों का…
ऐसे न देखा करो हमें…
तुम्हारा एक दीवाना और खत्म हो जाएगा…
Katl karti hain tumhari najar hjaron ka…
aese na dekha karo hamen…
tumhara ek divana khatm ho jayega…
28. अच्छा हुआ कि तूने हमें तोड़कर रख दिया,
घमंड भी तो बहुत था हमें तेरे होने का…
Achcha hua ki tune hamen todkar rakh diya,
ghamand bhi to bahut tha hamen tere hone ka…
29. इश्क की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही दर्द कम हो या ज्यादा, मगर हो तो सही…
Ishk ki chot ka kuch dil pe asar ho to sahi dard kam ho ya jyada, magar ho to sahi…
30. प्यार करने का हुनर हमें आता नहीं,
इसलिए हम प्यार की बाजी हार गए,
हमारी जिंदगी से उन्हें बहुत प्यार था,
शायद इसलिए वो हमें जिंदा ही मार गए…
Pyar karne ka hunar hamen aata nhin,
isliye ham pyar ki baji haar gaye,
hamari zindgi se unhen bahut pyar tha,
shayad isliye vo hamen jinda hi maar gaye…
31. इंसान के कंधों पर इंसान जा रहा था,
कफन में लिपटा अरमान जा रहा था,
जिन्हें मिली बे-वफाई मोहब्बत में,
वो वफा की तलाश में शमशान जा रहा था…
Insaan ke kandhon pr insaan ja raha tha,
kafan men lipta arman ja raha tha,
jinhen mili bevfayi mohbbat men,
vo vafa ki talash men shamshan ja raha tha…
32. त्यौहारों के बहाने ही सही, रिश्ते तो घर लौट आते हैं…
Tyoharon ke bahane hi sahi, rishte to ghar laut aate hain…
33. भाग्य लिखने वाले तुझे एक मशवरा है मेरा कुछ अच्छा ही लिख दिया कर,
बुरे के लिए तो अपने ही बहुत है…
Bhagya likhne vale tujhe ek mshvara hai mera kuch achcha hi likh diya kar,
bure ke liye to apne hi bahut hai…
34. चंदन से वंदन ज्यादा शीतल है…
योगी होने से बेहतर है उपयोगी होना…
प्रभाव ज्यादा होने से बेहतर है स्वभाव अच्छा होना…
Chandan se vandan jyada shital hai…
yogi hone se behtar hai upyogi hona…
prabhav jyada hone se behtar hai svbhav achcha hona…
35. दुश्मनों से मोहब्बत होने लगी मुझको,
जैसे-जैसे हम आपनो को आजमाते चले गए…
Dushmano se mohbbat hone lagi mujko,
jaise-jaise ham apno ko aajmatein chale gaye…
36. हो सके तो दिलों में रहना सीखो…
गुरुर में तो हरकोई रहता है!
Ho sake to dilon men rehna siikho…
gurur men to harkoyi rehta hai!
37. समय दिखाई नहीं देता साहब, लेकिन बहुत कुछ दिखा जाता है।
Samay dikhayi nhin deta saahab, lekin bahut kuch dikha jata hai.
38. हारना तब जरूरी हो जाता है,
बस लड़ाई अपनों से हो,
और जितना तब जरूरी हो जाता है,
जब लड़ाई अपने आप से हो।
Harna tab jaruri ho jata hai,
bas ladayi apnon se ho,
jitna tab jaruri ho jata hai,
jab ladayi apne aap se ho.
39. जब जरूरत के समय काम आने वाला अपना ही पैसा बदल जाता है… तो अपनों की बात करें।
Jab jarurat ke samay kaam aane vala apna hi paisa badal jata hai…to apnon ki baat karen.
40. काँटा हूँ मैं जिसे चुभ जाता है उसी का हो जाता हूँ,
फूल नहीं हूँ जिसे हर भंवरा चूमता फिरे।
Kanta hun main jise chubh jata hai usi ka ho jata hun,
fool nhin hun jise har bhanvra chumta fire.
41. दिल में चाहत का होना जरूरी है… वरना…याद तो रोज दुश्मन भी करते हैं…!!
Dil men chahat ka hona jruri hai… varna… yaad to roj dushman bhi karte hain…!!
42. कोशिश तो अंतिम क्षण तक करनी चाहिए,
सफलता मिले या तजुर्बा, दोनों ही चीजें नायाब है।
Koshish to antim kshan tak karni chahiye,
safalta mile ya tjurba, donon hi chijen nayab hai.
43. हम तो अपने दुश्मनों को भी चाहते हैं क्योंकि उनकी के कारण तो पब्लिसिटी पाते हैं।
Ham to apne dushmanon ko bhi chahte hain kyonki unki ke karan to publicity paate hain.
44. वक्त ने सीख दी हमें होशियारी वरना हम भी मासूमियत की हद तक मासूम थे।
Vakt ne siikh di hamen hoshiyari varna ham bhi masumiyat ki had tak maasum the.
45. अंधेरे को कोसने से बेहतर है की खुद ही एक दिया जला ले।
Andhere ko kosne se behtar hai ki khud hi ek diya jala le.
46. बोलने से पहले शब्द मनुष्य के वश में होते है,
किंतु बोलने के बाद मनुष्य शब्दों के वश में हो जाता है।
Bolne se pahle shabd manushya ke vash men hote hai,
kintu bolne ke bad mnushya shbdon ke vash men ho jata hai.
47. प्रीत न करिए पंछी समान जल सुखे उड़ जाए,
प्रीत करिए मछली जैसी जल सूखे मर जाए…
Priit na kariye panchhi saman jal sukhe ud jaye,
priit kariye mchhli jaisi jal sukhe mar jaye…
48. व्यक्ति का सम्मान उन शब्दों से नहीं है जो उसकी उपस्थिति में कहे जाए,
बल्कि उन शब्दों से है जो उसकी अनुपस्थिति में कहे जाए…
Vyakti ka smman un shabdon se nhin hai jo uski upsthiti men kahe jaye,
balki un shabdon se hai jo uski anupasthiti me kahe jaye…
49. किसी को प्रेम देना सबसे बड़ा उपहार है,
तो किसी का प्रेम पाना सबसे बड़ा सम्मान।
Kisi ko prem dena sbse bada uphar hai,
to kisi ka prem pana sbse bada smman.
50. इंसान के भीतर जो छलके वो स्वाभिमान है,
और बाहर जो छलके वो अभिमान है…
Insaan ke bhitar jo chalke vo svabhiman hai,
bahr jo chalke vo abhiman hai…
51. सार्थक व प्रभावी उपदेश सिर्फ वह है,
जो वाणी से नहीं बल्कि अपने आचरण से प्रस्तुत किया जाए…
Sarthak v prabhavi updesh sirf vah hai,
jo vani se nhin balki apne aacharan se prastut kiya jaye…
52. मैंने जब भी रब से गुजारिश की है,
तेरे चेहरे पे हंसी की सिफारिश की है…
Maine jab bhi raab se gujarish ki hai,
tere chehre pe hansi ki sfarish ki hai…
53. देखो भाई!! स्टेटस मत देख…
हम तो अपना स्टेटस सभी के दिलों दिमाग पर अपडेट करते हैं…
व्हाट्सएप पर नहीं…
Dekho bhai!! status mat dekh…
ham to apna status sabhi ke dilon dimag pr updet karte hain…
whatsapp pr nhin…
54. दिल में छुपा रखी है मोहब्बत तुम्हारी काले धन की तरह,
खुलासा नहीं करता हूँ कि कही हंगामा न हो जाए…
Dil men chhupa rakhi hai mohbbat tumhari kale dhan ki tarah,
khulasa nhin karta hun ki kahi hngama na ho jaye…
55. जख्म देकर न पूछा करो दर्द की शिद्दत क्या,
दर्द तो दर्द हो तो है, थोडा क्या और ज्यादा क्या…
Jakham dekar na puchha karo dard ki shiddat kya,
dard to dard ho to hai, thoda kya jyada kya…
56. बाग में टहलते एक दिन जब वो बेनकाब हो गए,
जितने पेड़ थे बबूल के, सब के सब गुलाब हो गए…
Baag men tahalte ek din jab vo benakaab ho gaye,
jitne ped the babul ke, sab ke sab gulab ho gaye…
57. इजाजत हो तो मैं भी तुम्हारे पास आ जाऊं,
देखो न चाँद के पास भी तो एक सितारा है…
Ijajat ho to main bhi tumhare paas aa jaaun,
dekho na chand ke paas bhi to ek sitara hai…
58. हमारा हाथगुन इतना अच्छा है कि,
अगर हम किसी की बेंड बजाए तो जिंदगी उसकी डी०जे० बन जाए…
Hamara haath gun itna achcha hai ki,
agar ham kisi ki band bajaye to zindgi uski DJ ban jaye…
59. हर ट्राफिक सिग्नल तेरी याद दिलाता है,
तूने भी कुछ इस तरह रंग बदले थे…
Har traffic signal teri yaad dilata hai,
tune bhi kuch is tarah rang badle the…
60. अरे यार!! यूँ ही हम दिल साफ रखा करते थे,
पता नहीं था कीमत चेहरे की होती है।
Arey yaar!! yun hi ham dil saaf rakha karte the,
pata nhin tha kimat chahere ki hoti hai.
61. एक खेल रत्न मेरी वाली को भी दे दो यारों,
अच्छा खेलती है वो दिल से।
Ek khel ratna meri vali ko bhi de do yaron,
achcha khelti hai vo dil se.
62. जो मेरा कभी “Passwd” था, ^ ^ उसके पास आज मेरे लिए कोई “Wd” नहीं है…
Jo kabhi mera “Passwd” tha, ^ ^ Aaj uske pas mere liye koi “Wd” nahi hai…
63. आजकल वो लडकियाँ बॉयफ्रेंड के पैसे से मल्टीप्लैक्स में फिल्में देखने लगी है।
जो कभी, पड़ोसी के घर में जमीन पर बैठकर शक्तिमान देखती थी!!
Aaj kal vo ladkiyan boyfriend ke paise se multiplax m filmey dekhne lagi hai,
jo kabhi, padosi ke ghar me jameen pr baith kar shaktiman dekhti thi!!
64. हम जिंदगी की भागदौड़ में इतने लीं हो गए,
पता ही नहीं चला गोलगप्पे कब दस के तीन हो गए…
Ham zindgi ki bhagdaud main itne leen ho gaye,
pata nhin chala kab golgappe 10 ke 3 ho gae…??
65. हम क्यों गम करें अगर वो हमें न मिले…
अरे! गम तो वो करें जिसे हम न मिले…
Ham kyon gam karen agar vo hamen na mile…
arey! gam to vo karen jise ham na mile…
66. हमारे शौख का तुम अंदाजा ही न लगाओ तो अच्छा है, अरे!!
हम वो लोगों में से है, जो व्हाट्सएप कालिंग में भी कॉलर ट्यून लगवाना चाहते हैं!!
Hmare shaukh ka tum andaja hi na lagaao to achha hai, arey!!
ham vo logon men se hai, jo whatsapp calling men bhi caller tune lgvaana chahte hain!!
67. पढ़ो पढ़ो… मेरा स्टेटस पढ़ो… क्योंकि पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया…
Padho padho… mera status padho… kyonki padhega india tabhi to badhega india.
68. आपने मेरा स्टेटस फिर से देखा… हाय रब्बा,
मेरे स्टेटस के लोग कितने फेन हैं!
Aapne mera status fir se dekha… hay rabba, mere status ke log kitne fan hai…
69. मैं विशिष्ट नहीं हूँ किंतु मेरे जैसे लोग कम है…
Main vishishtha nhin hu, kintu mere jaise log kam hai…
70. काली बिल्ली के रास्ते से गुजरने के दौरान सैंकड़ों आदमी रुक जाते हैं,
वो कार्य ट्रैफिक सिग्नल पर एक लाल बत्ती नहीं कर सकती।
Kaali billi ke raste se gujarne ke dauran sainkdon aadmi ruk jate hain,
vo karya traffic signal pr ek lal batti nhin kar sakti.
71. शंका करने से शंका बढ़ती है, और विश्वास से विश्वास…
ये आप पर निर्भर है आप किस तरफ जाते है…
Shanka karne se shanka badhti hai, vishvas se vishvas…
ye aap pr nirbhar hai aap kis taraf jate hain…
72. मेरा स्टेटस जानने के लिए यहाँ ▒▒▒▒▒▒▒▒▒▒▒▒▒▒ स्क्रेच करें…
Mera status janane ke liye yahan ▒▒▒▒▒▒▒▒▒▒▒▒▒▒ skrech karen…
73. अपनी पत्नी की किसी भी पसंदगी पर मत हंसे,
क्योंकि आप भी उसमें से एक हो…
Apni patni ki kisi bhi pasandgi pr mat hansen,
kyonki aap bhi usmen se ek ho…
74. कीप स्माइलिंग, एक दिन परेशानियाँ आपसे परेशान हो जाएंगी…
Keep smiling, ek din preshaniyan aap se preshan ho jayengi.
75. मेरा स्टेटस बढने के बजाय कोई बुक पढ़ो।
Mera status padhne ke bajay koyi book padho.
76. इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं…
Is duniya men kuch bhi asanbhav nhin…
77. बिना स्वार्थ के प्यार करने वाले लोग- माँ-बाप।
Bina svarth ke pyar karne vale log- maa-baap.
78. हम्म्म्म… मेरे स्टेटस की नकल कर रहे हो…
Hmmmm… mere status ki nakal kar rahe ho…
79. मत कर इतना गुरुर अपनी खूबसूरती पे,
गुरुर टूट जाएगी जब देखोगे अपना चेहरा आधार कार्ड में।
Mat kar itna gurur apni khubsurti pe,
gurur tut jayegi jab dekhoge apna chehra aadhar card men.
80. अपनी तकदीर में बस यही सिलसिले है,
किसी ने वक्त गुजारने के लिए अपना बनाया और किसी ने अपना बना के वक्त गुजार लिया…
Apni takdir men bas yahi silsile hai,
kisi ne vakt gujarane ke liye apna bnaya kisi ne apna bna ke vakt gujar liya…
81. मैं उसी लड़की से शादी करूंगा जो आधार कार्ड में भी सुंदर दिखती हो…
Main usi ladki se shadi karunga jo aadhar card men bhi sundar sikhti ho…
82. जिंदगी के बदल जाने में कभी वक्त नहीं लगता,
कभी-कभी वक्त बदल जाने में पूरी जिंदगी लग जाती है…
Zindgi ke badal jane men kabhi vakt nhin lagta,
kabhi-kabhi vakt badal jane men puri zindgi lag jati hai…
83. नमक की तरह हो गई मेरी जिंदगी,
लोग स्वाद अनुसार इस्तेमाल कर लेते हैं…
Namak ki tarah ho gayi meri zindgi,
log svad anusar istemal kar lete hain…
84. सपने वो सच नहीं होते जो सोते वक्त देखे जाते हैं,
सपने वो सच होते हैं जिसके लिए आप सोना छोड़ देते हैं…
Sapne vo sach nhin hote jo sote vakt dekhe jate hain,
spne vo sach hote hain jiske liye aap sona chod dete hain…
85. जब तक हम ये जान पाते के जिंदगी क्या है… साली जिंदगी खत्म होने को आई…
Jab tak ham ye jaan pate ke zindgi kya hai… sali zindgi khatam hone ko aayi…
86. मेरी कोशिश हमेशा ही नाकाम रही,
एक तुझे पाने की फिर दूसरी तुझे भुलाने की…
Meri koshish hamesha hi nakam rahi,
ek tujhe paane ki fir dusri tujhe bhulane ki…
87. बुरे वक्त में भी एक अच्छाई होती है,
जब भी आता है, फालतू दोस्त चले जाते है…
Bure vakt men bhi ek achchayi hoti hai,
jab bhi aata hai, faltu dost chale jate hai…
88. 80% लडकों के पास गर्लफ्रेंड है,
बाकी के 20% के पास ब्रेन है।
80% Ladkon ke paas girlfriend hai,
baaki ke 20% ke paas brain hai.
89. आपके मोबाइल के खराबी के कारण मेरा स्टेटस नहीं दिख पा रहा है,
कृपया मोबाइल चेंज करें।
Aapke mobile ke kharabi ke kaaran mera status nhin dikh paa raha hai,
krapya mobile change karen.
90. जो हमसे दिल से बात करते हैं उसे हम दिमाग से जवाब नहीं देते…
Jo hamse dil se baat karte hain use ham dimaag se javab nhin dete…
91. हर कोई चमक चाहता है,
पर कोई उसे चमकने के लिए पॉलिश करना नहीं चाहता…
Har koyi chamak chahata hai,
pr koyi use chamakne ke liye polish karna nhin chahta…
92. मैंने किसी के व्हाट्सएप पर स्टेटस देखा स्लीपिंग… पिछले 3 दिन तक वही रहा,… अब क्या समझना… क्या वो मर गया…
Maine kisi ke whatsapp pr status dekha sleeping… pichle 3 din tak vahi raha,… ab kya samajhna… kya vo mar gaya…
93. भगवान सच में बहुत ही क्रिएटिव माइंड है, मेरा मतलब है… मुझे ही देखो लो…
Bhagwan sach men bahut hi creative mind hai, mera matlab hai… mujhe hi dekh lo…
94. आप लहरों को तो रोक नहीं सकते,
लेकिन तैरना जरुर सीख सकते है..
Aap lehro ko to rok nhin sakte,
lekin tairna jarur sikh sakte hai..
95. बंदे के पास अगर जिगर हो तो,
बिना ट्रिगर के भी दुश्मनों की वाट लगाई जा सकती है।
Bande ke paas agar jigar ho to,
bina trigar ke bhi dushmanon ki vaat lagayi ja sakti hai.
96. टूटे मकान वाला, दिल में ताजमहल रखता हूँ,
बात गहरी मगर अल्फाज सरल रखता हूँ।
Tute makan vala, dil men taj mahal rakhta hun,
baat gahri magar alfaj saral rakhta hun.
97. तुम किसी और से इश्क कर लो हमें सुधरने में टाइम लगेगा।
Tum kisi se ishq kar lo hamen sudharne me time lagega.
98. देख पगली दिल में प्यार होना चाहिए… धक-धक तो रॉयल एनफील्ड बुलेट भी करता है।
Dekh pagli dil men pyar hona chahiye… dhak-dhak to royal anfield buliet bhi karta hai.
99. अगर कोई चीज पाने के लिए मेहनत करे तो..
एक दिन जरुर मिल जाती है।
Agar koyi chij pane ke liye mehnat kare to..
ek din jarur mil jati hai.
100. तेरे मिलने से दिल को जुबान,
आँखों को सपने मिल गए।
tere milnese dil ko jubaan,
aankhon ko sapne mil gaye.
101. जो मेरे से जले…जरा साइड से चले..
Jo mere se jale… jara side se chale..
102. इतना न सताया कर के रात भर न सो सके हम,
सुबह को सुर्ख आँखों का सबाब पोछते हैं लोग।
Itna na sataya kar ke raat bhar na so sake ham,
subah ko surkh aankhon ka sabab pochte hain log.
103. लाख दीये जलाले अपनी गली में..?
मगर रोशनी तो हमारे आने से ही होगी।
laakh diye jalale apni gali men..?
magar roshni to hamare aane se hi hogi.
104. मैं चीज ओरिजिनल, तू चालू नोट है..
तेरी बॉडी से ज्यादा, मेरी डीपी हॉट है।
Main chij ignal, tu chalu note hai..
teri body se jyada, meri dp hot hai.
105. अकल बादाम खाने से नहीं ठोकर खाने से आती है।
Aqal badam khane se nhin thokar khane se aati hai.
106. जिंदगी रुड है तो क्या हुआ..
हम भी तो डूड है…
Zindgi rude hai to kya hua..
ham bhi to dude hai…
107. क्या मजा जीने में..
जब तक आग न लगे दुश्मन के सीने में…
Kya maja jine men..
jab tak aag na lage dushman ke sine men…
108. अपनी यादों से कहो एक दिन की छुट्टी दे मुझे…
इश्क के हिस्से में इतवार तो होना चाहिए..
Apni yaadon se kaho ek din ki chutti de mujhe..
ishq ke hisse men itvaar to hona chahiye..
109. इंसान सिर्फ आग से नहीं जलता,
कुछ लोग तो हमारे अंदाज से जल जाते है।
Insaan sirf aag se nhin jalta,
kuch log to hamare andaj se jal jate hai.
110. यारों की महफिल ऐसी जमाते है,
खोलने से पहले बोतल हिलाते है…
Yaaro ki mehfil aise jamate hai,
kholne se pehle botal hilate hai…
111. सुन पगली जैसा तू सोचती हो,
वैसा मैं हूँ नहीं और जैसा मैं हूँ न,
वैसा तू सोच भी नहीं सकती..
Sun pagli jaisa tu sochti ho,
vaisa main hun nhin jaisa main hun na,
vaisa tu soch bhi nhin sakti..
112. गुनाह करके सजा से डरते है,
जहर पी के दवा से डरते है,
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं हमें,
हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते हैं।
Gunaah karke saja se darte hai,
jahar pi ke dava se darte hai,
dushmanon ke sitam ka khauf nhin hamen,
ham to doston ke khafa hone se darte hain.
113. जब स्टेटस कॉपी होने लग जाए तो समझ लो तरक्की कर रहे हो।
Jab status copy hone lag jaye to samajh lo tarakki kar rahe ho.
114. लडकी की हंसी और कुत्ते की खामोशी पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए।
Ladki ki hansi kutte ki khamoshi pr kabhi bharosa nhin karna chahiye.
115. बंदे का attitude कूल होना चाहिए हॉट तो रेडियो मिर्ची एफएम भी है।
Bande ka attitude cool hona chahiye hot to radio mirchi fm bhi hai.
116. फोन के रिश्ते भी अजब होते है,
बैलेंस रखकर भी लोग गरीब होते हैं,
खुद तो मैसेज करते नहीं है,
मुफ्त के मैसेज पढ़ने के कितने शौक़ीन होते हैं…
Phone ke rishte bhi ajib hote hai,
balance rakhkar bhi log garib hote hai.
khud to msg karte nhin hai,
muft ke msg padhne ke kitne shauqin hote hai…
117. कुछ लोग मुझे अपना कहा करते थे…
सच कहूँ तो वो सिर्फ कहा करते थे…
Kuch log mujhe apna kaha karte the…
sach kahun to vo sirf kaha karte the…
118. काश तुम मौत होती…
तो एक दिन जरुर मेरी होती…
Kaash tum maut hoti…
toh ek din jarur meri hoti.
119. जिस पल आप दिल से मुस्कुराओगे,
अपनी हँसी में हमारी झलक पाओगे,
न समझना की साथ छोड़ दिया हमने.
दिल की नजरों से देखना हमें,
हमेशा अपने पास पाओगे…
Jis pal aap dil se muskuraoge,
apni hasi men hamari jhalak paoge,
na samjhna ki saath chhod diya humne,
dil ki nazron se dekhna hamain,
hmesha apne paas paoge…
120. जिंदगी में सिर्फ दो ही नशा करना,
जीने के लिए यार और मरने के लिए प्यार..
Zindgi men sirf do hi nasha karna,
jine ke liye yaar marne ke liye pyar…
121. जलो वहां-वहां जरूरत हो…
उजालों में चिरागों के कोई मायने नहीं होते।
jalo vahan-vahan jarurat ho…
ujalon men chiragon ke koyi mayne nhin hote.
122. जिंदगी भी वीडियो गेम सी हो गई है,
साला एक लैवल क्रॉस करो तो अगला लैवल और मुशिकल आ जाता है..
Zindgi bhi video game si ho gayi hai,
sala ek level cross karo to agla level mushkil aa jata hai..
123. अक्सर दिया वही भुजाते है..
जो पहले उसे रोसन करते है..
Aksar diya vohi bhujate hai..
jo pehle use rosan karte hai.
124. लडकी पटानी और दुश्मनों को धूल चटानी अब तो आदत हो गई है हमारी।
Ladki patani dushmanon ko dhul chatani ab to aadat ho gayi hai hamari.
125. खुशियाँ तकदीर में होनी चाहिए,
तस्वीर में तो हर कोई मुस्कुराता है…
Khushiyan takdir men honi chahiye,
tasvir men to har koyi muskurata hai…
126. मैं मरने के लिए नहीं पीता..
मैं तो पीने के लिए मरता हूँ हमेशा..
Main marne ke liye nhin pita..
main to pine ke liye marta hun hamesha.
127. ये दुनिया अक्सर उन्हें सस्ते में लूट लेती है,
खुद की कीमत का जिन्हें अंदाजा नहीं होता।
Ye duniya aksar unhen saste men lute leti hai,
khud ki kimat ka jinhen andaja nhin hota.
128. ए मुसीबत जरा सोच के आ मेरे करीब कही माँ की दुआ तेरे लिए मुसीबत न बन जाए…
E musibat jara soch ke aa mere karib kahi maa ki duaa tere liye musibat na ban jaye…
129. तकलीफ तो जिंदगी देती है मौत को तो लोग वैसे ही बदनाम करते रहते है।
Takleef to zindgi deti hai maut ko to log vase hi badnam karte rahte hai.
130. बस इतना ही चाहिए तुझसे ए जिंदगी…
कि जमीन पर बैठूं तो लोग उसे मेरा बडप्पन कहें, औकात नहीं।
Bas itna hi chahiye tujhse ae zindgi…
ki jamin pr baithun to log use mera badappan kahen, aukat nhin.
131. मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ,
वो रोज जोडती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए।
Main us kismat ka sbse psndida khilauna hun,
vo roj jodti hai mujhe fir se todne ke liye.
132. Attitude तो बचपन से है, जब पैदा हुआ तो डेढ़ साल मैंने किसी से बात नहीं की।
Attitude to bachpan se hai, jab paida hua to dedh saal maine kisi se baat nhin ki.
133. कुछ लोग इतने ढीठ होते हैं कि जितना मर्जी उनको भाड़ में भेज दो वापिस आ ही जाते हैं।
Kuch log itne dhith hote hain ki jitna marji unko bhad men bhej do vapis aa hi jate hain.
134. कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते,
पर अमीर जरुर बना देते हैं।
Kuch rishte munafa nhin dete,
pr amiir jarur bana dete hain.
135. तुम्हारा दिल है या किसी मंत्री का इस्तीफा,
कब से मांग रहा हूँ, दे ही नहीं रही हो…
Tumhara dil hai ya kisi mantri ka istifaa,
kab se maang raha hun, de hi nhin rahi ho…
136. आपकी आँखों में आज नमी देखी,
तुम्हारी जिंदगी के लिए किसी की कमी देखी।
Aapki aankhon men aaj nami dekhi,
tumhari zindgi ke liye kisi ki kami dekhi.
137. अकेला आया था अकेला हे जाऊंगा,
आज हारा हूँ एक न एक दिन जीत के दिखाऊंगा।
Akela aaya tha akela hi jaunga,
aaj haara hu ek na ek din jeet ke dikhaunga.
138. एक शराब की बोतल दबोच रखी है…
तुझे भुलाने की तरकीब सोच रखी है…
ek sharab ki botal daboch rakhi hai…
tujhe bhulane ki tarkib soch rakhi hai…
139.अब और नहीं होती इश्क की गुलामी,
हमसे उसे कहो किसी और की हो जाए…
Ab nhin hoti ishq ki gulami,
hamse use kaho kisi ki ho jaye.
140. प्यार का रिश्ता भी कितना अजीब होता है।
मिल जाए तो बातें लंबी और बिछड़ जाएँ तो यादें लंबी।
Pyar ka rishta bhi kitna ajiib hota hai.
mil jaye to baten lanbi bichad jayen to yaaden lanbi.
141. अभी तो इश्क हुआ है…
मंजिल तो मयखाने में मिलेगी…!
Abhi to ishq hua hai…
manjil to maykhane men milegi…!
142. सुधरी है तो बस मेरी आदतें…
वरना मेरे शोख..
वो तो आज भी तेरी औकात से ऊँचे हैं…!
Sudhari hai to bas meri aadaten…
varna mere shokh..
vo to aaj bhi teri aukat se unche hain…!
143. आप जिस पर आँख बंद करके भरोसा करते हैं,
अक्सर वही आप की आँखें खोल जाता है।
Aap jis pr aankh band karke bharosa karte hain,
aksar vahi aap ki aankhen khol jata hai.
144. तुम मुझे अच्छे या बुरे नहीं लगते बस अपने लगते हो…!
Tum mujhe achche ya bure nhin lagte bas apne lagte ho…!
145. शादी खुद की gf से करनी चाहिए…
दूसरों की gf से तो घर वाले भी करवा देते है!
Shadi khud ki gf se karni chahiye…
dusron ki gf se to ghar vale bhi karva dete hai!
146. हम से उलझने से पहले हमारा इतिहास जान लेना..
सीधा चेहरा इतिहास गहरा…
Ham se ulajhne se pahle hamara itihas jaan lena..
siidha chehra itihas gahra…
147. तू क्या हमारी बराबरी करेगी पगली।
Tu kya hamari barabari kregi pagli.
148. हमारी तो नींद में खींची हुई फोटो भी लोगों के लिए पोज बन जाती है…!
Hamari to nind men khinchin huyi photo bhi logon ke liye poj bal jati hai…!
149. अपनी सूरत पर इतना मत इतरा पगली ये तो चार दिन की हस्ती है,
तेरी सूरत भी तब तक मस्त है, जब तक फेयर एंड लवली सस्ती है…
Apni surat pr itna mat itra pagli ye to chaar din ki hasti hai,
teri surat bhi tab tak mast hai, jab tak fair & lovely sasti hai…
150. कहानियों के हकदार नहीं,
इतिहास के वारसदार हैं हम!!
Kahaniyon ke hakdar nhin,
itihas ke vaarsdar hain ham!!
151. माना कि तेरी एक आवाज से भीड़ हो जाती है,
लेकिन हम भी कुछ कम नहीं,
हमारी एक आवाज से पूरी भीड़ बिखर जाती है।
Mana ki teri ek aavaj se bhiid ho jati hai,
lekin ham bhi kuch kam nhin,
hamari ek aavaj se puri bhiid bikhar jati hai.
152. ऐसा कोई शहर नहीं,
जहाँ अपना कहर नहीं,
ऐसी कोई गली नहीं,
जहाँ अपनी चली नहीं…
Aesa koyi shahar nhin,
jahan apna kahar nhin,
aesi koyi gali nhin,
jahan apni chali nhin…
153.हमारी नजरों से ज्यादा उम्मीद मत कर पगली,
क्योंकि प्यार से देखना तो हमारी बचपन की आदत है।
Hamari nazron se jyada umeed mat kar pagli,
kyonki pyaar se dekhna to hamari bachpann ki aadat hai.
154. अपने हसीन होंटो को किसी पर्दे से छिपा लिया करो, हम जरा गुस्ताख लोगों में से हैं, नजरों से चूम लिया करते हैं।
Apne hasiin hoton ko kisi parde se chipa liya karo, ham jara gustakh logon men se hain, nazron se chum liya karte hain.
155. हमें पाना हर किसी के बश में नहीं,
पगली तेरा नसीब ही खराब है जो तेरे नसीब में हम नहीं…
Hamen pana har kisi ke bas men nhin,
pagli tera nasib hi kharab hai jo tere nasib men ham nhin…
156. Attitude का अंदाजा यही से लगा लो तुम प्लेयर बनना चाहते हो और मैं गेम चेंजर।
Attitude ka andaja yahi se laga lo tum player banana chahte ho main game changer.
157. पगली तू attitude की बात मत कर,
क्योंकि जिस हॉस्पिटल में तू ब्लड टेस्ट करवाती है,
वो ही मेरा attitude टेस्ट करते हैं।
Pagli tu attitude ki bat mat kar,
kyonki jis hospital men tu blodd test karvati hai,
vo hi mera attitude test karte hai.
158. न कहा करो हर बार की हम छोड़ देंगे तुमको,
न हम इतने आम हैं, न ये तेरे बस की बात है…!
Na kaha karo har baar ki ham chhod denge tumko,
na ham itne aam hain, na ye tere bas ki baat hai…!
159. तेवर तो हम वक्त आने पे दिखेंगे…
शहर तुम खरीद लो उस पर हुकुमत हम चलाएंगे…!
Tevar to ham vakt aane pe dikhenge…
shahar tum kharid lo us pr hukumat ham chalayenge…!
160. lol से नहीं तेरे होंटों से लाल होना चाहता हूँ।
LOL se nhin tere hoton se laal hona chata hun.
161. नया नया है तू बेटे मैंने खेल पुराने खेले हैं!
जिन लोगों के दम पर उछलता है तू… मेरे पुराने वो चेले हैं…
Naya naya hai tu bete maine khel purane khele hai!
jin logon ke dam par uchalata hai tu… mere purane vo chele hai…
162. Attitude तो अपना भी खतरनाक है…
जिसे भुला दिया सो भुला दिया…
फिर एक ही शब्द याद रहता है…
Who are you??
Attitude to apna bhi khatarnak hai…
jise bhula diya so bhula diya…
fir ek hi shabd yaad rahta hai…
who are you??
163. स्टेटस समझ में आया तो अच्छा है,
वरना तू बच्चा है!
Status samajh me aaya to achcha hai,
varna to bachha hai.
164. भाई की पहोंच दिल्ली से लेकर कब्रस्तान तक है,
आवाज दिल्ली तक जाती है और दुश्मन कब्रस्तान तक।
Bhai ki pahonch delhi se lekar kabrastan tak hai,
aavaj delhi tak jati hai dushman kabrastan tak.
165. फैसला हो जो भी, मंजूर होना चाहिए…
जंग हो या इश्क, भरपूर होना चाहिए…
Faisla ho jo bhi, manjur hona chahiye…
jang ho ya ishq, bharpur hona chahiye…
166. Stay संस्कारी।
Stay sanskari.
167. मेरी खामोसी को कमजोरी न समझ ए काफिर…
गुमनाम समंदर ही खौफ लाता है।
Meri khamoshi ko kamji na samajh ae kafir…
gumnam samndar hi khauf lata hai.
168. अगर नींद आ जाए तो सो भी लिया करो…
रातों को जगने से मोहब्बत लोटा नहीं करती।
Agar nind aa jaye to so bhi liya karo…
raaton ko jagne se mohbbat lota nhin karti.
169. तेरी पिक देखकर जमाना रुक जाता है,
पर मेरी पिक देखकर जमाना झुक जाता है…
Teri pic dekhkar jamana ruk jata hai,
pr meri pic dekhkar jamana jhuk jata hai.
170. अकड़ती जा रही है हर रोज गर्दन की नसें,
मुझे आज तक नहीं आया हुनर सर झुकाने का।
Akadti ja rahi hai har roj gardan ki nasen,
mujhe aaj tk nhin aaya hunar sar jhukane ka.
171. हम बुरे ही भले अब..
जब अच्छे थे तब कौन से मैडल मिल गए।
Ham bure hi bhale ab..
jab achche the tab kaun se medal mil gaye.
172. ए पगली.. तेरे जेवर से कीमती मेरे तेवर है…
Ae pagli.. tere jevar se kimti mere tevar hai…
173. हमारी गोली जान नहीं लेती बोस…
दूसरों के अंदर जानवर जगा देती है।
Hamari goli jaan nhin leti bos…
dusron ke andar jaanvar jaga deti hai.
174. अगर कोई गर्ल हमें पर्पोस करती है तो,
उसे हम रिजेक्ट करते है, लेकिन उसकी चॉइस को हम सल्यूट करते हैं।
Agar koyi girl hamen purpose karti hai to,
use ham riject karte hai, lekin uski choice ko ham selut karte hain.
175. वक्त से लड़कर जो अपना नसीब बदल ले…
इंसान वो ही जीतता है जो अपनी तकदीर बदल ले…
कल क्या होगा ये कभी मत सोचो…
क्या पता कल वक्त ही अपनी तस्वीर बदल ले…
Vakt se ladkar jo apna nasib badal le….
insaan vo hi jitata hai jo apni takdir badal le…
kal kya hoga ye kabhi mat socho…
kya pata kal vakt hi apni tasvir badal le…
176. पसंद आया तो दिल में रखता हूँ,
नहीं तो दिमाग में भी नहीं।
Pasand aaya to dil men rakhta hun,
nhin to dimag men bhi nhin.
177. मोहब्बत है इसलिए जाने दिया..
जिद होती तो बाहों में ले लेते।
Mohbbat hai isliye jane diya..
jid hoti to bahon men le lete.
178. हमारी रगों में वो खून दोड़ता है,
जिसकी एक बूंद अगर तेजाब पर गिर जाए तो तेजाब जल जाए…
Hamari ragon men vo khun dodta hai,
jiski ek buund agar tejab pr gir jaye to tejab jal jaye…
179. कुत्ते भोंकते हैं अपना वजूद बनाए रखने के लिए…
और लोगों की खामोशी हमारी मौजूदगी बया करती है।
Kutte bhonkte hain apna vajud banaye rakhne ke liye…
logon ki khamoshi hamari maujudgi baya karti hai.
180. कोई न दे हमें खुश रहने की दुआ,
फिर भी हमें गम नहीं,
वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं बाँट दिया करते हैं।
Koyi na de hamen khush rehne ki duaa,
fir bhi hamen gam nhin,
vaise bhi ham khushiyan rakhte nhin baant diya karte hain.
181. आदत नहीं हमें पीठ पीछे वार करने की!!
दो शब्द कम बोलते हैं पर सामने बोलते है।
Aadat nhin hamen piith pichhe vaar karne ki!!
do shabd kam bolte hain pr samne bolte hai.
182. अपुन की जिंदगी ताश के इक्के की तरह है,
जिसके बगैर बादशाह और रानी दोनों अधूरे हैं।
Apun ki zindgi taash ke ikke ki tarah hai,
jiske bagair badshah rani dono adhure hain.
183. बादशाह नहीं बाजीगर से पहचानते हैं लोग…
क्योंकि… हम रानियों के सामने झुका नहीं करते…!
Baadshah nhin baajigar se pahchante hain log…
kyonki… ham raniyon ke samne jhuka nhin karte…!
184. न पिस्तौल रखता हूँ, न छुरी रखता हूँ,
दिलवालों का बेटा हूँ, पर दिल में जिगर रखता हूँ।
Na pistaol rakhta hun, na chhuri rakhta hun,
dilvalon ka beta hun, pr dil men jigar rakhta hun.
185. दिमाग कहता है मारा जाएगा,
लेकिन दिल कहता है देखा जाएगा।
Dimaag kahta hai mara jayega,
lekin dil kahta hai dekha jayega.
186. खेल ताश का हो या जिंदगी का,
अपना इक्का तब ही दिखाऊंगा जब सामने बादशाह होगा।
Khel taash ka ho ya zindgi ka,
apna ikka tb hi dikhaunga jb samne badshah hoga.
187. मेरी सोच मेरी पहचान,
दोनों ही तेरी औकात से बाहर है।
Meri soch meri pehchan,
donon ho teri aukat se bahar hai.
188. प्यार करता हूँ इसलिए फिक्र करता हूँ,
नफरत करूंगा तो जिक्र भी नहीं करूंगा।
Pyaar karta hun isliye fikra karta hun,
nafarat karunga to jikra bhi nhin karunga.
189. गंदगी में तो हम सभी हैं,
पर कुछ ऐसे भी हैं जो केवल सितारों को ही देखते हैं।
Gandgi men to ham sabhi hain,
pr kuch aese bhi hain jo keval sitaron ko hi dekhte hain.
190. अपनी मर्जी से तो मुझे खाक भी मंजूर है,
तेरी शर्तों पर तो ताज भी मंजूर है।
Apni marjee se to mujhe khaak bhi manjur hai,
teri sharton pr to taj bhi manjur nhin.
191. बात उन्हीं की होती है,
जिनमें कोई बात होती है…
Baat unhin ki hoti hai,
jinmen koyi baat hoti hai…
192. रियासतों तो आती जाती रहती है,
मगर बादशाही करना तो… आज भी लोग हमसे सीखते हैं।
Riyasaton to aati jaati rahti hai,
magar badshahi karna to… aaj bhi log hamse sikhte hain.
193. हम उस ऊँचाई पर हैं,
जहाँ तेरे सर से ज्यादा ऊँचाई पर हमारे पांव है।
Ham us unchayi pr hain,
jahan tere sar se jyada unchayi pr hamare panv hai.
194. दोस्तों इज्जत किया करो हमारी,
वर्ना गर्ल फ्रेंड पता लेंगे तुम्हारी…
Doston izzat kiya karo hamari,
varna girl friend pata lenge tumhari…
195. रोज स्टेटस बदलने से जिंदगी नहीं बदलती,
जिंदगी को बदलने के लिए एक स्टेटस काफी है।
Roj status badlne se zindgi nhin badlti,
zindgi ko badlne ke liye ek status kafi hai.
196. अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उँगलियाँ,
जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती।
Aksar vahi log uthate hain ham pr ungliyan,
jinki hamen chhune ki aukat nhin hoti.
197. हमारी गुस्ताखी की हद मत पूछ,
हम जमीं पर आईना रख कर आसमान कुचल देते है।
Hamari gustakhi ki had mat puch,
ham jamin pr aayina rakh kar aashmaan kuchal dete hai.
198. क्या ओकात है तेरी ए जिंदगी…
चार दिन की मोहब्बत तुझे बरबाद कर देती है…
Kya aukat hai teri ae zindgi…
chaar sin ki mohbbat tujhe barbaad kar deti hai…
199. इरादे सब मेरे साफ होते हैं…
इसलिए लोग अक्सर मेरे खिलाफ होते हैं…!
Iraade sab mere saaf hote hain…
isliye log aksar mere khilaaf hote hain…!
200. हथियार तो सिर्फ शौख के लिए रखा करते हैं,
खौफ के लिए तो बस नाम ही काफी है।
Hathiyar to sirf saukhh ke liye rakha karte hain,
khauf ke liye to bas naam hi kafi hai.
201. सुधरी है तो बस मेरी आदतें… वरना मेरे शौक..
वो तो आज भी तेरी औकात से ऊँचे हैं…!
Sudhari hai to bas meri aadateb… varna mere shauk..
vo to aaj bhi teri aukaat se unche hain…!
202. हमारे जीने का तरीका थोडा अलग है,
हम उम्मीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते हैं।
Hamare jine ka trika thoda alag hai,
ham ummid pr nhin apni jid pr jite hain.
203. जिंदगी में बड़ी शिद्दत से निभाओ अपना किरदार,
कि परदा गिरने के बाद भी तालियाँ बजती रहे…
Zindgi men badi shiddat se nibhao apna kirdar,
ki parda girne ke bad bhi taliyan bajti rhe…
204. एक वो है, जो हमारी बात समझते नहीं…
और यहाँ जमाना हमारे स्टेटस पढ़कर,
दीवाना हुआ जा रहा है।
Ek vo hai, jo hamari baat samajhte nhin…
yhan jamana hamare status padhkar,
divana hua ja raha hai.
205. जब मैं रूठ जाऊं तो तुम मुझे मना लेना,
कुछ मर कहना बस सीने से लगा लेना…
Jab main rooth jaun to tum mujhe mana lena,
kuch mat kehna bas sine se laga lena…
206. तेरी यादों से ही जिंदगी में खुशी है,
इसलिए अपनी नहीं तेरी जिंदगी की दुआ करता हूँ…
Teri yaadon se hi zindgi men khushi hai,
isliye apni nhin teri zindgi ki dua karta hun…
207. आज तो हम खूब रुलाएंगे उन्हें,
सुना है उसे रोते हुए लिपट जाने की आदत है!
Aaj to ham khub rulayenge unhen,
suna hai use rote huye lipat jane ki aadat hai!
208. तुम जिंदगी में आ तो गए हो मगर ख्याल रखना,
हम जान दे देते हैं मगर जाने नहीं देते!!
Tum zindgi men aa to gaye ho magar khayal rakhna,
ham jaan de dete hain magar jane nhin dete!!
209. हम ने गुलामी तो तेरे इश्क की की थी…
वरना हम पहले भी नवाब थे और
आज भी नवाब हैं…
Ham ne gulami to tere ishq ki ki thi…
varna ham pehle bhi navab the
aaj bhi navab hain…
210. नहीं फुरसत, यकीन मानो हमें कुछ और करने की,
तेरी बातें, तेरी वो यादें बहुत मसरूफ रखती हैं..
Nhin fursat, yakeen mano hamen kuch karne ki,
teri batein, teri vo yaadein bahut mashroof rakhtei hain..
211. आपको जो देखा हमने,
मानो जिंदगी मिल गई है आपका प्यार पाया हमने,
मानो जन्नत मिल गयी है..
Aapko jo dekha hamne,
mano zindgi mil gayi hai aapka pyar paya hmne,
mano jannat mil gayi hai..
212. वो बस मेरी हो जाए फिर मुझे जिंदगी से कुछ नहीं चाहिए।
Vo bas meri ho jaye fir mujhe zindgi se kuch nhin chahiye.
213. वो मोहब्बत के सौदे भी अजीब करती है,
बस मुस्कुराती है और दिल चुरा लेती है..
Vo mohabbat ke saude bhi ajib karti hai,
bas muskurati hai dil chura leti hai..
214. धड़कनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल अभी तो पलकें झुकाई है मुस्कुराना अभी बाकी है उनका।
Dhadkanon ko kuch to kaabu men kar ae dil abhi to palken jhukayi hai muskurana abhi baki hai unka.
215. प्यार करना सीखा है… नफरतों का कोई ठौर नहीं,
बस तू ही है इस दिल में…दूसरा कोई और नहीं।
Pyar karna sikha hai… nafraton ka koi thaur nhin,
bas tu hi hai is dil men… dusra koyi nhin.
216. मेरी हर सुबह बेहतरीन होगी अगर वो सुबह आप की बाहों में आँख खोले तो!
Meri har subah behtarin hogi agar vo subah aap ki bahon men aankh khole to!
217. दर्द दिलों के कम हो जाते…
मैं और तुम अगर हम हो जाते…
Dard dilon ke kam ho jate…
main tum agar ham ho jate…
218. उसके रूठने की अदाएं भी, क्या गजब की है,
बात-बात पर ये कहना, सोच लो… फिर मैं बात नहीं करूंगी।
uske ruthne ki adayen bhi, kya gajab ki hai,
baat-baat pr ye kahna, soch lo… fir main baat nhin karungi.
219. अगर खुदा ने तुम्हे थोडा और खूबसूरत बनाया होता,
तो जरुर अपने ही पास रख लिया होता।
Agar khuda ne tumhe thoda khubsurat banaya hota,
to jarur apne hi paas rakh liya hota.
220. होंठ तो मेरे हैं, पर मुस्कान तुम्हारी क्यों है,
लब्ज तो मेरे हैं… फिर उन पर बातें तुम्हारी क्यों हैं?
Honthh to mere hain, pr muskan tumhari kyon hai,
labj to mere hain… fir un pr baten tumhari kyon hain?
221. तेरे चेहरे की चमक सदा बनी रहे,
हंसी इन लबों पे हमेशा सजी रहे।
Tere chechre ki chamak sada bani rahe,
hansi in labon pe hamesha saji rahe.
222. क्या पता था कि मोहब्बत हो जाएगी,
हमें तो बस तेरा मुस्कुराना अच्छा लगा था।
Kya pata tha ki mohbbat ho jayegi,
hamen to bas tera muskurana achcha laga tha.
223. लोग कहते हैं कि मेरी पसंद खराब है,
लेकिन फिर भी मैं तुम्हें पसंद करता हूँ।
Log kahte hain ki meri pasand kharab hai,
lekin fir bhi main tumhen pasand karta hun.
224. मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना,
जरा से भी चूके तो मोहब्बत हो जाएगी।
Mujhse nafrat hi karni hai to irade majbut rakhna,
jara se bhi chuke to mohbbat ho jayegi.
225. तू मिले या न मिले ये तो और बात है,
मैं कोशिश भी न करूं, ये तो गलत बात है।
tu mile ya na mile ye to baat hai,
main koshish bhi na karun, ye to galat baat hai.
226. मेरी दिल की दीवार पर तस्वीर हो तेरी,
और तेरे हाथों में हो तकदीर मेरी।
Meri dil ki divar pr tasvir ho teri,
tere hathon men ho takdir meri.
227. जिंदगी की राहों में मुस्कुराते रहे हमेशा,
क्योंकि उदास दिलों को हमदर्द तो मिलते हैं, हमसफर नहीं।
Zindgi ki rahon men muskurate rahe hamesha,
kyonki udaas dilon ko hamdard to milte hain, hamsafar nhin.
228. आंसू हमारी आँखों की कैद में थे,
बस तेरी याद आई और इन्हें जमानत मिल गई।
Ansu hamari aankhon ki kaid men the,
bas teri yaad aayi inhen zamanat mil gayi.
229. ये आशिको का ग्रुप है जनाब…!
यहाँ दिन सूरज से नहीं, दीदार से हुआ करते हैं!!
Ye aashiko ka grup hai janab…!
yahana din suraj se nhin, didar se hua karte hain!!
230. सुना है तुम जिद्दी बहुत हो,
मुझे भी अपनी जिद्द बना लो!!
Suna hai tum jiddi bahut ho,
mujhe bhi apni jidd bana lo!!
231. अगर हम सुधर गए तो उनका क्या होगा जिनको हमारे पागलपन से प्यार है।
Agar ham sudhar gaye to unka kya hoga jinko hamare pagalpan se pyar hai.
232. सोचता हूँ हर कागज पे तेरी तारीफ करू,
फिर ख्याल आया कहीं पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना न हो जाए।
Sochta hun har kagaj pe teri tariif karu,
fir khayal aaya kahin padhne vala bhi tera divana na ho jaye.
233. अंदाज कुछ अलग है मेरा…
सब को attitude का शौक है…
मुझे attitude तोड़ने का…
Andaaj kuch alag hai mera…
sab ko attitude ka shauk hai…
mujhe attitude todne ka…
234. जलने लगा है जमाना सारा…
क्योंकि चलने लगा है नाम हमारा।
Jalne laga hai jamana sara…
kyonki chalne laga hai naam hamara.
235. मेरे शहर में नहीं चलेगा तेरा ड्रामा…
यहाँ मैं इतना फेमस हूँ जितना अमेरिका में ओबामा।
Mere shahar men nhin chalega tera draama…
yahan main itna femas hun jitna Amerika men obama.
236. मैं लोगों की तरह मिलावट नहीं करता,
मोहब्बत हो या नफरत जो भी करता हूँ सौ प्रतिशत करता हूँ।
Main logon ki tarah milavat nhin karta,
mohbbat ho ya nafrat jo bhi karta hun 100% karta hun.
237. देख मेरे जूते भी तेरी नियत से ज्यादा साफ हैं।
Dekh mere jute bhi teri niyat se jyada saaf hain.
238. कुछ ही देर की खामोशी है…
फिर कानों में शोर आएगा…
तुम्हारा तो सिर्फ वक्त है…
हमारा दौर आएगा।
Kuch hi der ki khamoshi hai…
fir kanon men sh aayega…
tumhara to sirf vakt hai…
hamara daur aayega.
239. एक दिन अपनी भी एंट्री शेर जैसी होगी..
जब शोर कम और खौफ ज्यादा होगा।
Ek din apni bhi entry sher jaisi hogi..
jab sh kam khauf jyada hoga.
240. दहशत हो तो शेर जैसी वरना खौफ तो गली के कुत्ते भी पैदा कर देते हैं।
Dehshat ho to sher jaisi varna khauf to gali ke kutte bhi paida kar dete hain.
241. मयखाने का दौर गया जनाब!
लहू का दौर चल रहा है…
Maykhane ka daur gya janab!
lahu ka daur chal raha hai…
242. डरे हुए लोग अक्सर अल्फाजों के पीछे छुपते हैं।
Dare huye log aksar alfajon ke piche chupte hain.
243. अब हम दुश्मनी निभाएँगे मगर.. प्यार से।
Ab ham dushmani nibhayenge magar.. pyar se.
244. आजकल लोग अपना ज्यादातर समय अनजान लोगों को इम्प्रेस करने में और अपनों को इग्नोर करने में निकाल देते हैं।
Aajkal log apna jyadatar samay anjaan logon ko impress karne men apnon ko igne karne men nikal dete hain.
245. तेरी अपनी थिंकिंग,
तेरे अपने थॉट्स,
मैं न बदलूंगी,
तू चाहे जो मर्जी सोच।
Teri apni thinking,
tere apne thoughts,
main na badlungi,
tu chahe jo marji soch.
246. लोग अपनी औकात दिखा ही देते हैं,
चाहे जितनी मर्जी शिद्दत से रिश्ते निभा लो।
Log apni aukat dikha hi dete hain,
chahe jitni marji shuddat se rishte nibha lo.
247. हम वो है जो कभी नहीं सुधरेंगे,
या तो ब्लॉक कीजिए या बर्दाश्त कीजिए।
Ham vo hai jo kabhi nhin sudhrenge,
ya to block kijiye ya bardast kijiye.
248. न पेशी होगी, न गवाह होगा,
अब जो भी हमसे उलझेगा बस सीधा तबाह होगा।
Na peshi hogi, na gavah hoga,
ab jo bhi hamse uljhega bas sidha tabah hoga.
249. मासूमियत तो रग रग में है,
बस जुबान का ही बदतमीज हूँ…!
masumiyat to rag rag men hai,
bas juban ka hi badtamij hun…!
250. गलती मेरी ही थी,
वो पप्पी मांगती रही और मैं कुत्ते का बच्चा ढूंढता रहा..!
Galti meri hi thi,
vo pappi mangti rahi main kutte ka bachha dhundhta raha..!
251. हम भी मोहब्बत करते हैं पर बोलते नहीं,
क्योंकि रिश्ते निभाते हैं, तौलते नहीं…!
Ham bhi mohbbat karte hain pr bolte nhin,
kyonki rishte nibhate hain, tolte nhin…!
252. लड़कियां भी अब attitude status पोस्ट करने लगी हैं,
लगता है लडकियों ने भी बॉयज को कॉपी करना सीख लिया है…
Ladkiyan bhi ab attitude status post karne lagi hain,
lagta hai ldkiyon ne bhi boys ko copy karna sikh liya hai…
253. इंतजार की घड़ियाँ खत्म कर ए खुदा,
जिसके लिए बनाया है अब उससे मिलवा भी दे जरा…
Intjaar ki ghadiyan khatm kar ae khuda,
jiske liye bnaya hai ab usse milva bhi de jara…
254. तेरे सिवा कोई नहीं था मेरा,
शायद इसी बात का फायदा उठाया तूने!!
Tere siva koyi nhin tha mera,
shayad isi baat ka fayda uthaya tune!!
255. वक्त खराब है तो झुकता जा रहा हूँ,
जब दिमाग खराब होगा तो हिसाब पल पल का लूँगा…!!
Vakt kharab hai to jhukta ja raha hun,
jab dimaag kharab hoga to hisaab pal pal ka lunga…!!
256. सुनो अपनी माँ से कहकर नजर उतरवा लेना,
तुम्हारी DP देख रहा हूँ..
Suno apni maa se kahakar najar utarva lena,
tumhari DP dekh raha hun..
257. देखकर मेरी आँखें एक फकीर कहने लगा,
पलकें तुम्हारी नाजुक है, ख्वाबों का वजन कम कीजिए…!
Dekhkar meri aankhen ek fakir kahne laga,
palken tumhari najuk hai, khvabon ka vajan kam kijiye…!
258. मुझे शौहरत कितनी भी मिले, मैं हसरते नहीं रखता,
सब भूल जाता हूँ, पर दिल में कभी नफरतें नहीं रखता…!
Mujhe shauhrat kitni bhi mile, main hasraten nhin rakhta,
sab bhul jata hun, pr dil men kabhi nafraten nhin rakhta…!
259. नहीं चाहिए वो जो मेरी किस्मत में नहीं,
भीख मांगकर जीना मेरी फितरत में नहीं…
Nhin chahiye vo jo meri kismat men nhin,
bhikh mangkar jina meri fitrat men nhin…
260. आजमाया है आज फिर हवाओं ने तो गिला कैसा,
वो कौन सा दौर था जब आंधियो ने चिरागों के इम्तिहान न लिए…!
Aajmaya hai aaj fir havaon ne to gila kaisa,
vo kaun sa daur tha jab aandhiyon ne chiragon ke imtihan na liye…!
261. दुनिया को अक्सर वो लोग बदल देते हैं,
जिन्हें दुनिया कुछ करने लायक नहीं समझती…!
Duniya ko aksar vo log badal dete hain,
jinhen duniya kuch karne layak nhin samajhti…!
262. कभी तो मेरे प्यार को समझ ले पगली
एक दिन मैं तुझे तो क्या, पूरी दुनिया को छोड़ कर चला जाऊंगा…!
Kabhi to mere pyar ko samajh le pagli
ek din main tujhe to kya, puri duniya ko chodkar chala jaunga…!
263. सुबह-सुबह वो तेरा गुड मोर्निंग कहना हाय..
मैं तो इसपे ही कुर्बान हूँ…!
Subha-subha vo tera good mning kehna hayeee..
main toh ispe hi qurban hun…!
264. तेरा पता नहीं पर मेरा दिल कभी तैयार नहीं होगा,
मुझे तेरे सिवा अब किसी से प्यार नहीं होगा…
Tera pata nhin par mera dil kabhi tyaar nhin hoga,
mujhe tere siva ab kisi se pyar nhin hoga…
265. हर लड़की में एक शरारती बच्ची छुपी होती है,
उसे तलाश करने के लिए बस एक लॉयल bf की जरुरत पड़ती है..
Har ladki me ek sharati-bachhi chupi hoti hai,
use talash karne ke liye bas ek loyal bf ki jarurat padti hai..
266. हम आपके ख्यालों में ऐसे खोए रहते हैं,
नींद आती नहीं फिर भी आँख बंद करके सोए रहते हैं…
Ham aapke khyalon men aese khoye rahte hain,
nind aati nhin fir bhi aankh band karke soye rahte hain..
267. तुम नहीं जानते मेरे लिए तुम क्या हो,
बस ये जान लो जिससे जान चलती है, मेरी तुम वो हवा हो…
Tum nhin jante mere liye tum kya ho,
bas ye jaan lo jisse jaan chlati hai, meri tum vo hava ho…
268. तुम शायरी की बात करते हो,
हम तो बातें भी कमाल की करते हैं…
Tum shayri ki baat karte ho,
ham to baten bhi kamal ki karte hain…
269. हर इंसान अपनी जुबान के पीछे छुपा हुआ है,
अगर उसे समझना है तो उसे बोलने दो…!
Har insaan apni juban ke pichhe chupa hua hai,
agar use samajhna hai to use bolne do…!
270. इंसान के पास दिमाग होना चाहिए..
खोपड़ी तो भूतों के पास भी होती है..!
Insaan ke paas dimaag hona chahiye..
khopdi to bhuton ke paas bhi hoti hai..!
271. सुन पगली जिस दिन अपना इक्का चलेगा,
उस दिन बादशाह तो क्या उसका बाप भी अपना गुलाम बनेगा..!
Sun pagli jis din apna ikka chalega,
us din badshah to kya uska baap bhi apna gulam banega..!
272. बस दिल जीतने का मकसद रखो!
दुनिया जीतकर तो सिकंदर भी खाली हाथ ही गया…!
Bas dil jitne ka maksad rakho!
duniya jitkar to sikandar bhi khali hath hi gaya…!
273. मिलता तो बहुत कुछ है, इस जिंदगी में,
बस हम गिनती उसी की करते है जो हासिल न हो सका…
Milta to bahut kuch hai, is zindhgi men,
bas ham ginti usi ki karte hai jo hasil na ho saka…
274. उम्र शर्मिंदा हो जाए,
इतने तजुर्बे दे दिए जिंदगी ने।
Umra shrminda ho jaye,
itne tajurbe de diye zindgi ne.
275. चलो थोडा सुकून से जिया जाए,
जो दिल दुखते हैं उनसे थोडा दूर रहा जाए।
Chalo thoda sukun se jiya jaye,
jo dil dukhte hain unse thoda dur raha jaye.
276. आप जितना कम बोलोगे लोग आपको उतना ही ज्यादा सुनना चाहेंगे।
Aap jitna kam bologe log aapko utna hi jyada sunna chahenge.
277. बिना एक-दूसरे को चोट पहुंचाए चीजों को समाप्त कीजिए।
Bina ek-dusre ko chot pahunchaye chijon ko smapt kijiye.
278. ख्वाइशें कुछ यूँ भी अधूरी रही,
पहले उम्र नहीं थी अब उम्र नहीं रही।
khvaishen kuch yun bhi adhuri rahi,
pahle umra nhin thi ab umra nhin rahi.
279. कुछ कहने से पहले जरुर सोचिए,
आपके शब्द किसी की खुशियों को खत्म कर सकते हैं।
Kuch kahne se pahle jarur sochiye,
aapke shabd kisi ki khushiyon ko khatam kar sakte hain.
280. रिश्ता क्या है ये जानने से अच्छा है इसमें कितना अपनापन है ये महसूस कीजिए।
Rishta kya hai ye janane se achcha hai ismen kitna apnapan hai ye mahsus kijiye.
281. मेरी हिम्मत को कम मत आंको,
मैं वो हूँ जो टूटे धागों को जोड़कर ख्वाब बुन लेता हूँ।
Meri himmat ko kam mat aankon,
main vo hun jo tute dhagon ko jodkar khvab bun leta hun.
282. धुएं ने भी ढूंढ लिया है अपना वजूद,
पहले खुद को खोकर फिर हवा का होकर।
Dhuyen ne bhi dhundh liya hai apna vajud,
pahle khud ko khokar fir hava ka hokar.
283. बात इतनी मधुर रखो कि कभी,
खुद भी वापस लेनी पड़े तो कडवी न लगे।
Baat itni madhur rakho ki kabhi,
khud bhi vapas leni pade to kadvi na lage.
284. शायरों से नजदीकी रखोगे तो तबियत ठीक रहेगी,
ये वो हकीम है, जो हर दर्द का इलाज लफ्जों से करते हैं।
Shayaron se najdiki rakhoge to tabiyat thik rahegi,
ye vo hakim hai, jo har dard ka ilaj lafjon se karte hain.
285. हमें बुरा न समझो जनाब हम दर्द लिखते हैं देते नहीं।
hamen bura na samjho janab ham dard likhte hain dete nhin.
286. होंगी बहुत सी डिग्रियां तुम्हारे पास,
छलकती आँखों को न पढ़ सके तो अनपढ़ हो तुम।
Hongi bahut si digriyan tumhare paas,
chalakti aankhon ko na padh ske to anpadh ho tum.
287. रिश्ता भले ही कोई भी हो,
मजबूर नहीं मजबूत होना चाहिए।
Rishta bhale hi koyi bhi ho,
majbur nhin majbut hona chahiye.
288. दुनिया में ऐसी कोई मुसीबत नहीं,
जो आपके मन से ज्यादा शक्तिशाली हो।
Duniya men aeki koyi musibat nhin,
jo aapke man se jyada shaktishali hi.
289. रिश्ते शब्दों के मोहताज नहीं होने चाहिए,
अगर एक खामोश है तो दूसरे को आवाज देनी चाहिए।
Rishte shabdon ke mohtaj nhin hone chahiye,
agar ek khamosh hai to dusre ko aavaj deni chahiye.
290. हर किसी को हमेशा ये सोचना चाहिए,
गलती चाहे किसी की भी हो पर रिश्ता तो अपना होता है।
Har kisi ko hamesha ye sochna chahiye,
galti chahe kisi ki bhi ho pr rishta to apna hota hai.
291. जो इंसान सबको खुशी देता हो वो कभी-कभी खुद खुशी की वजह ढूंढता है।
Jo insaan sabko khushi deta ho vo kabhi-kabhi khud khushi ki vajah dhundhta hai.
292. दिल वो है जो हजारों मरी हुई ख्वाइशों के नीचे दबकर भी धड़कता है।
Dil vo hai jo hajaron mari huyi khvahishon ke niche dabkar bhi dhadakata hai.
293. जो मन की तकलीफों को नहीं बता पाता,
उसे ही क्रोध सबसे अधिक आता है।
Jo man ki taklifon ko nhin bata pata,
use hi krodh sbse adhik aata hai.
294. सच बोलने से रिश्ते टूटते हैं और झूठ बोलने से मैं खुद।
Sach bolne se rishte tutte hain jhuth bolne se main khud.
295. अच्छे इंसान में एक बुरी बात होती है,
वो सबको अच्छा समझ लेता है।
Achche insaan men ek buri baat hoti hai,
vo sabko achcha samajh leta hai.
296. बात कहने का अंदाजा भी खूबसूरत होना चाहिए ताकि जवाब भी खूबसूरत मिले।
Baat kahne ka andaja bhi khubsurat hona chahiye taki jvab bhi khubsurat mile.
297. आज भी हर समस्या का अंतिम हल माफी ही है।
aaj bhi har samsya ka antim hal maafi hi hai.
298. सबूतों की जरूरत पड़ रही है,
यकीनन दूरियां अब बढ़ रही है।
Sabuton ki jarurat pad rahi hai,
yakinan duriyan ab badh rahi hai.
299. जो कभी लिपट जाती थी मुझसे बादलों के गरजने पर,
आज वो बादलों से भी ज्यादा गरजती है मुझपर।
Jo kabhi lipat jati thi mujhse badlon ke garajne pr,
aaj vo badlon se bhi jyada jarjti hai mujhpar.
300. जहाँ रहेगा वहाँ रोशनी लुटाएगा,
किसी चिराग का अपना मकान नहीं होता।
Jhan rahega vahan roshni lutayega,
kisi chirag ka apna makan nhin hota.
301. हसरतें आज भी खत लिखती हैं मुझे,
पर मैं अब पुराने पते पर नहीं रहता।
Hasraten aaj bhi khat likhti hain mujhe,
par main ab purane pate pr nhin rehta.
302. कोई मेरा बुरा करे वो उसका कर्म,
मैं किसी का बुरा न करूं ये मेरा धर्म।
Koyi mera bura kare vo uska karm,
main kisi ka bura na karun ye mera dharm.
303. मौत सबको आती है पर जीना सबको नहीं आता।
Maut sabko aati hai pr jina sabko nhin aata.
304. दिल की खामौशी पर मत जाओ,
राख के नीचे अक्सर आग दबी होती है।
Dil ki khamoshi pr mat jao,
raakh ke niche aksar aag dabi hoti hai.
305. इलायची के दानों सा है मुकद्दर मेरा,
महक उतनी ही बिखरी जितने पिस्ते गए।
Ilaychi ke danon sa hai mukaddar mera,
mahak utni hi bikhri jitne piste gaye.
306. समय और समझ खुशकिस्मत वालों को ही इकट्ठी मिलती है,
वरना जब समय होता है तो समझ नहीं होती और
जब समझ आती है तब समय नहीं होता।
Samay samajh khushkismat valon ko hi ikatthi milti hai,
varna jab samay hota hai to samajh nhin hoti
jab samajh aati hai tab samay nhin hota.
307. ज्यादा ख्वाहिशें न रखिए जिंदगी से,
बस अगला कदम पिछले से बेहतरीन होना चाहिए।
Jyada khvahishen na rkhiye zindgi se,
bas agla kadam pichle se behtarin hona chahiye.
308. सामने जो है, उसे लोग बुरा कहता है और
जो दिखाई नहीं देता लोग उसे खुदा कहता है।
Samne jo hai, use log bura kahata hai
jo dikhayi nhin deta log use khuda kahte hai.
309. खेल जो भी खेलो दिमाग से खेलना जीत जाओगे…
दिल को बीच में लाए तो हार जाओगे।
Khel jo bhi khelo dimaag se khelna jiit jaoge…
dil ko bich men laye to haar jaoge.
310. उनको लगी खरोंच का पता पूरे शहर को है,
हमारे गहरे जख्म की कहीं चर्चा तक नहीं।
Unko lagi kharonch ka pata pure shahar ko hai,
hamare gehre jakham ki kahin charcha tak nhin.
311. तन्हाई का दर्द धोखे से ज्यादा बड़ा होता है…
धोखा उसके बगैर जीना सिखा देता है,
लेकिन तन्हाई उसकी यादों में जीना सिखा देती है।
Tanhayi ka dard dhokhe se jyada bada hota hai…
dhokha uske bgair jina sikha deta hai,
lekin tnhayi uski yaadon men jina sikha deti hai.
312. कुछ तुम्हारी निगाह काफिर थी कुछ मुझे खराब होना था।
Kuch tumhari nigah kafir thi kuch mujhe kharab hona tha.
313. किसी ने सही कहा है,
जो कुछ नहीं करते,
वो बहुत कुछ कर सकते हैं।
Kisi ne sahi kaha hai,
jo kuch nhin karte,
vo bahut kuch kar sakte hain.
314. कम बोलों पर सब कुछ बता दो,
खुद न रूठो और सबको हंसा दो,
यही राज है जिंदगी का,
जियो और जीना सिखा दो।
Kam bolon pr sab kuch bata do,
khud na rutho sabko hansa do,
yahi raaj hai zindgi ka,
jiyo jina sikha do.
315. गुस्ताखी और गलती में बहुत फर्क होता है मेरे दोस्त।
Gustakhi galti men bahut farak hota hai mere dost.
316. फरिश्ते ही होंगे जिनके लिए आप बिजी है,
वरना आजकल इंसान से रोज-रोज बात कौन करता है।
Farishte hi honge jinke liye aap busy hai,
varna aajakal insaan se roj-roj baat kaun karta hai.
317. वो मंजिल ही बदनसीब थी जो हमें पा न सकी,
वरना जीत की क्या औकात जो हमें ठुकरादे।
Vo manjil hi badnasib thi jo hamen paa na saki,
varna jiit ki kya aukat jo hamen thukra de.
318. रास्तों की दुरी कम करते-करते…
मंजिल मेरी मुझसे दूर हो गई।
Raston ki duri kam karte-karte…
manjil meri mujhse dur ho gayi.
319. राशि में लिखा है नए रिश्ते बना लूँ…
छोडिये जनाब!! पहले… पहले तो निभा लूँ।
Rashi men likha hai naye rishte ban lun…
chodiye janab!! pahle… pahle to nibha lun.
320. सो गए सब गमों को भुलाकर,
शायद कल खुशियों की सुबह हो जाए।
So gaye sab gamon ko bhulakar,
shayad kal khushiyon ki subah ho jaye.
321. वो शख्स, जिसे छोड़ने की जल्दी की तुमने…
तेरे मिजाज के सांचे में ढल भी सकता था…
Vo shakhas, jise chodne ki jaldi ki tumne…
tere mijaj ke sanche men dhal bhi sakata tha…
322. मेरे कड़वे अल्फाज चुभ गए तुम्हें…
साफ दिल नहीं नजर आया…
Mere kadve alfaaj chubh gaye tumhen…
saaf dil nhin najar aaya…
323. कभी बेपनाह बरसे,
कभी कुछ गम सी है,
कमबख्त ये बारिश भी कुछ तुम सी है।
Kabhi bepanah barse,
kabhi kuch gam si hai,
kambakhat ye barish bhi kuch tum si hai.
324. सहमी हुई है झोपड़ी, पानी के खौफ से….
महलों की आरजू है की, बरसात तेज हो।
Sahmi huyi hai khopdi, pani ke khauf se…
mahlon ki aarju hai ki, barsat tej ho.
325. संभाल के रखना अपनी पीठ को यारो शाबाशी और खंजर दोनों वहीं पर मिलते है।
Sanbhal ke rakhna apni pithh ko yaron shabashi khanjar donon vahin pr milte hai.
326. हमसे न पूछो कि क्यों बदल गए हैं हम…
धीमी आंच पर पक-पककर.. जल गए हैं हम।
Hamse na pucho ki kyon badal gaye hain ham…
dhimi aanch pr pak-pakkar.. jal gaye hain ham.
327. जुबां तीखी हो तो खंजर से गहरा जख्म देती हैं,
और मीठी हो तो वैसे ही कत्ल कर देती है।
Jubaan tikhi ho to khanjar se gahra jakham deti hai,
mithi ho to vaise hi katal kar deti hai.
328. तेरे पास कोई यकीन का इक्का हो तो बताना मेरे हिस्से के सभी पत्ते तो जोकर निकले।
Tere paas koyi yakin ka ikka ho to batana mere hisse ke sabhi patte jokar nikle.
329. रूबरू मिलने का मौका हमेशा नहीं मिलता,
इसलिए शब्दों से छू लेता हूँ अपनों को…
Rubaru milne ka mauka hamesha nhin milta,
isliye shabdon se chhu leta hun apnon ko…
330. घाटे और मुनाफे का बाजार नहीं…
इश्क एक इबादत है, कारोबार नहीं…
Ghate munafe ka bajar nhin…
ishq ek ibadat hai, karobaar nhin…
331. जैसे जैसे उम्र गुजरती है एहसास होने लगता है कि माँ बाप हर चीज के बारे में सही कहते थे।
Jaise-jaise umra gujarti hai aehsas hone lagta hai ki maa-baap har chij ke bare men sahi kahte the.
332. बचपन में सब एक ही सवाल पूछते थे…
बड़े होकर क्या बनना है?
जवाब अब मिला मुझे फिर से बच्चा बनना है।
Bachpan men sab ek hi saval puchte the…
bade hokar kya banna hai?
jvab ab mila mujhe fir se bachha banna hai.
333. अपने देश में राय देने वालों की कोई कमी नहीं है इस पर आपकी क्या राय है।
Apne desh men raay dene valon ki koyi kami nhin hai is pr aapki kya raay hai.
334. सुकून की एक रात भी नहीं जिंदगी में,
ख्वाहिशों को सुलाओ… तो यादें जाग जाती हैं…
Sukun ki ek raat bhi nhin zindgi men,
khvahishonko sulaon… to yaaden jaag jati hain…
335. इस जवानी से तो बचपन अच्छा था जब कुछ बुरा लगता था वही रो देते थे,
अब तो रोने के लिए भी जगह ढूंढनी पडती है।
Is javani se to bachpan achcha tha jab kuch bura lagta tha vahi ro dete the,
ab to rone ke liye bhi jagah dhundhni padti hai.
336. सुबह की ख्वाहिशें शाम तक टाली है,
इस तरह हमने जिंदगी संभाली है।
Subah ki khvahishen shaam tak tali hai,
is tarah hamane zindgi snbhali hai.
337. कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर जिंदगी को आमिर बना देते हैं।
Kuch rishte munafa nhin dete pr zindgi ko amiir bana dete hain.