नाड़ी शोध क्या है-Neuritis In Hindi
जब किसी व्यक्ति को नाड़ीशोध की समस्या हो जाती है तो यह रोग व्यक्ति के पेरिफेरल नर्वस सिस्टम और ऑप्टिक नर्वस को प्रभावित करता है लेकिन दोनों ही स्थितियों में यह समस्या बहुत अधिक गंभीर और नाजुक होती है।
जब किसी व्यक्ति को पेरिफेरल नुराइटिस रोग से पीड़ित हो जाता है तो उस व्यक्ति का पेरिफेरल नर्वस सिस्टम का भाग क्षतिग्रस्त हो जाता है जिसकी वजह से व्यक्ति को अस्थिर गति, कंपन और अकडन महसूस होने लगती है। इन सभी वजहों से व्यक्ति बहुत अधिक थका हुआ और गंभीर दर्द का अनुभव करता है।
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जब किसी व्यक्ति को ऑप्टिक नुराइटिस की समस्या हो जाती है तो उस व्यक्ति के ऑप्टिक नर्व में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से आपको आँखों की समस्याएं जैसे – देखने में समस्या और कलर ब्लाइंडनेस का एहसास होने लगता है।
ऑप्टिक नर्वस अधिकतर इंफेक्शन और पेरिफेरल नुराइटिस डायबिटीज जैसी समस्याओं के माध्यम से होता है। अगर इन समस्याओं का इलाज सही तरह से किया जाए तो इनसे आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।
नाड़ी शोध के प्रकार-Types of Neuritis In Hindi
1. ऑप्टिक नुराइटिस : जब किसी व्यक्ति क इस तरह के नुराइटिस की समस्या हो जाती है तो उस व्यक्ति के ऑप्टिक नर्व में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से व्यक्ति को आँखों की समस्याएं हो जाती हैं।
2. पेरिफेरल नुराइटिस : जब किसी व्यक्ति को इस तरह का नुराइटिस हो जाता है यो उस व्यक्ति का पेरिफेरल नर्वस सिस्टम क्षतिग्रस्त हो जाता है।
नाड़ी शोध के लक्षण-Neuritis Symptoms In Hindi
1. त्वचा पतली होना : जब किसी व्यक्ति की नसें इस रोग से प्रभावित हो जाती हैं तो उस व्यक्ति को दर्द वाले भाग में बहुत ही आसानी से लगातार गुंजन महसूस होती रहती है और उस जगह पर की उसकी त्वचा भी पतली होने लगती है।
2. वस्तुएं छूटना : इस रोग में व्यक्ति की नसें इतनी अधिक प्रभावित हो जाती हैं कि उस व्यक्ति की नसें कमजोर हो जाती हैं जिसका असर उसकी हाथों की गति पर पड़ता है जिसकी वजह से उसके हाथों से चीजें बार-बार छूटती रहती हैं।
3. लकवा मारना : अगर आपको यह रोग हो गया है और जिस भाग में यह रोग हुआ है वह है आपका चेहरा। आपकी चेहरे की नसों के प्रभावित होने की वजह से चेहरे की नसों में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से कभी-कबी आपके चेहरे को लकवा भी मार सकता है।
4. पैरों में दर्द होना : जब व्यक्ति को उसकी पैरों की स्न्वेदिक नसों में सूजन आ जाती है तो उस व्यक्ति को ऐसा लगता है जैसे वह रुई पर चल रहा हो जिसकी वजह से उसके पैरों की नसों में जलन महसूस होने लगती है और रोग से प्रभावित क्षेत्र में बहुत तेज दर्द होने लगता है।
5. भाग सुन्न होना : इस रोग से शरीर का जो भी हिस्सा प्रभावित होता है शरीर का वह हिस्सा सुन्न हो जाता है और उस हिस्से में झुनझुनी और चुभन महसूस होने लगती है और उस हिस्से में सूजन भी आ जाती है जिसमें प्रमुख अंग होते हैं बाजू और टांग।
6. मांसपेशियों कमजोर होना : जब किसी व्यक्ति को इस रोग की वजह से नसें प्रभावित होने लगती हैं तो इससे जुड़ी जो मांसपेशियां होती हैं उनकी शक्तियाँ भी प्रभावित होने लगती हैं जिसकी वजह से नसें काम करना पूरी तरह से बंद कर देती हैं।
नाड़ी शोध के कारण-Neuritis Causes In Hindi
1. इंफेक्शन से : जब किसी व्यक्ति को किसी तरह का संक्रमण घेर लेता है तो यह संक्रमण उसके चेहरे और दिमाग को प्रभावित करता है जिसकी वजह से यह संक्रमण उसकी नसों में फैल जाता है जिसकी वजह से उसे नसों में दर्द होने लगता है।
2. शराब से : जब किसी व्यक्ति को शराब की लत लग जाती है या वह बहुत अधिक शराब का सेवन करता है तो उस व्यक्ति का दिमाग भी प्रभावित होता है जिसकी वजह से भी उसके चेहरे की नसों में दर्द हो सकता है।
3. मधुमेह से : जब किसी व्यक्ति को मधुमेह हो जाता है तो इस रोग के कीटाणु व्यक्ति के शरीर के उस भाग को बहुत अधिक प्रभावित करते हैं जिस भाग से खून शुगर का प्रयोग करता है क्योंकि वहां से इसके होने की अधिक संभावना रहती है।
नाड़ी शोध का इलाज-Neuritis Treatment In Hindi
1. बेकिंग सोडा के सेवन से नाडी शोध का इलाज :
हम सभी को पता है कि लड और टिश्युओं में बहुत अधिक मात्रा में एसिड पाया जाता है जिसके सेवन से व्यक्ति को यह रोग हो सकता है। अपने शरीर को इस समस्या से बचाने के लिए अपने शरीर के एसिड के स्तर को कम करना बहुत जरुरी होता है जो बेकिंग सोडे के द्वारा आसानी से संभव किया जा सकता है। आप एक गिलास पानी में एक या आधा चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर उसका सेवन करें इससे आपकी नसों में दर्द होने की समस्या ठीक हो जाएगी।
2. पालक के सेवन से नाडी शोध का इलाज :
जब किसी व्यक्ति के शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी हो जाती है तो इसकी वजह से भी व्यक्ति को यह रोग हो जाता है जिसकी कमी को पालक के सेवन से पूरा किया जा सकता है। आप पालक का रस और गाजर का रस मिलाकर उसका सेवन करें इससे आपकी नसों में दर्द की समस्या ठीक हो जाएगी।
3. अनानास के सेवन से नाडी शोध का इलाज :
अगर आप अपनी नुराइटिस की समस्या से परेशान हो चुके हैं तो आप अनानास का सेवन कर सकते हैं क्योंकि इसमें बहुत से महत्वपूर्ण विटामिन पाए जाते हैं जो इस रोग से लड़ने में हमारी मदद करते हैं।
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इसके नियमित रूप से सेवन से आप इस रोग से छुटकारा पाने के साथ-साथ अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत कर सकते हैं और इससे आपका नर्वस सिस्टम भी मजबूत होता है।
नाड़ी शोध से बचाव के उपाय-Prevention of Neuritis In Hindi
- रोगी को अच्छे और संतुलित भोजन का सेवन करने के लिए देना चाहिए।
- रोगी को प्रतिदिन नियमित रूप से सुबह के समय व्यायाम करना चाहिए।
- रोगी को जितना हो सके तनाव से बचना चाहिए क्योंकि यह तनाव लेने से दर्द में बदल सकता है।
- रोगी को धुम्रपान न करने दें और अगर कोई और व्यक्ति धुम्रपान कर रहा है तो उस व्यक्ति से दूर रहना चाहिए।
- रोगी को बहुत अधिक शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
नाड़ी शोध में क्या खाएं-Eat In Neuritis In Hindi
- रोगी को पालक, गाजर, ब्रोकली, आदि सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
- रोगी को मीट, अंडे, यीस्ट, मछली, आदि मांसाहारी भोजन का सेवन करना चाहिए।
- रोगी को दूध, शहद, छाछ, नारियल, सिरका, आदि तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
- रोगी को अनानास, आदि फलों का सेवन करना चाहिए।
- इसके अतिरिक्त रोगी को नट्स, ब्राउन राइस, जौ का काढ़ा, सोयाबीन, बेकिंग सोडा, आदि का सेवन करना चाहिए।
नाड़ीशोध में क्या न खाएं-Do Not Eat In Neuritis In Hindi
- अगर किसी व्यक्ति को यह रोग हो गया है तो उसे शराब, सोडा, चाय, कॉफी, कैफीन, आदि पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए।