मूसली के फायदे :
1. थकान में फायदेमंद : मूसली में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर की थकान को दूर करके कमजोरी से उभरने में मदद करती है जिससे शरीर में एक नई ताकत और ऊर्जा का संचार होता है इसलिए थकान ओ कमजोरी को दूर करने के लिए मूसली एक बहुत ही अच्छा विकल्प है।
2. वजन बढ़ाने में फायदेमंद : मूसली में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर की कमजोरी को दूर करके उसे पोषण देती है जिससे शरीर का वजन अपने आप बढने लगता है इसलिए वजन को बढ़ाने के लिए मूसली का सेवन करना बहुत ही अच्छा और आसान तरीका है।
3. अल्पशुकाणु में फायदेमंद : मूसली का सेवन करने से शरीर के गुप्तांगों में खून की मात्रा बढती है जिससे शरीर में अल्पशुक्राणु की समस्या को ठीक किया जा सकता है क्योंकि मूसली टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाता है और वृषण कार्य को भी सुधारता है।
4. स्वप्नदोष में फायदेमंद : मूसली रात के समय उत्सर्जन की आवृति को कम करने और शरीर को पुनर्जन्म देने में मदद करती है क्योंकि यह रात में उत्सर्जन के बाद होने वाली कमजोरी, पीठ दर्द और शक्ति की कमी को कम कर देता है इसलिए स्वप्नदोष की समस्या के लिए मूसली एक बहुत ही अच्छा विकल्प है।
5. स्तम्भनदोष में फायदेमंद : मूसली लिंग उतक को ऊर्जा प्रदान करके कठोरता में सुधार करता है जिससे लंबे समय तक उत्सर्जन को बनाए रखा जा सकता है। मूसली ऊर्जा प्रदान करके टेस्टो का काम करता है जिससे होर्मोन प्रोफाइल में सुधार हो सके और यह शुक्राणुजनन को प्रेरित करता है इसलिए स्तंभन दोष के लिए मूसली का सेवन एक बहुत ही आसान तरीका है।
6. गठिया में फायदेमंद : मूसली में बहुत से अनुत्तेजक गुण पाए जाते हैं जो गठिया रोग को ठीक करने के साथ-साथ जोड़ों में होने वाले दर्द और सुजन को कम करने में मदद करते हैं इसलिए गठिया रोग के लिए यह एक बहुत ही अच्छा विकल्प है।
7. अवसाद में फायदेमंद : मूसली में ऐसे बहुत से पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर के तनाव और अवसाद को दूर करके मानसिक तौर पर व्यक्ति को स्वस्थ करने में मदद करते हैं इसलिए मूसली का सेवन तनाव को कम करने के लिए और मानसिक स्थिति को सुधारने के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
8. योनि सूखापन में फायदेमंद : मूसली में ऐसे बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो योनि सूखापन की समस्या को कम करने के साथ-साथ आपको लंबे समय तक जवान रखने में भी मदद करती है इसलिए योनि सूखापन की समस्या में मूसली का सेवन एक बहुत ही अच्छा विकल्प है।
9. स्तनपान में फायदेमंद : मूसली में दूध की गुणवत्ता को बढ़ाने के गुण पाए जाते हैं जिससे स्तनपान कराने वाली महिलाओं के द्वारा स्तनपान कराते समय दूध की मात्रा में वृद्धि हो सके इसलिए दूध की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए मूसली का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है।
10. शरीर के निर्माण में फायदेमंद : मूसली में बहुत से तत्व पाए जाते हैं जिससे मूसली को शरीर के निर्माण के लिए एक स्वास्थ्य पूरक के रूप में प्रयोग किया जाता है।
11. प्रतिरक्षा क्षमता में फायदेमंद : मूसली में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जिसकी वजह से मूसली शरीर को संक्रमण से बचाने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और कई बिमारियों से छुटकारा दिलाने में मदद करती है।
12. गर्भावस्था में फायदेमंद : मूसली को एक प्राकृतिक औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है क्योंकि यह गर्भावस्था में महिला और शिशु को स्वस्थ रखने में मदद करती है और डिलीवरी के बाद दूध की मात्रा और गुणवत्ता को बढ़ाने में भी मदद करती है।
13. मधुमेह में फायदेमंद : मूसली में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीहाइपरग्लिसिमिक और एंटीडाइबिटिक गुण होते हैं जो शरीर में खून में शक्कर के लेवल को कम कर देता है जिससे मधुमेह के रोग को कम किया जा सकता है इसलिए मधुमेह को कम करने के लिए मूसली का सेवन एक बहुत अच्छा विकल्प है।
14. पथरी में फायदेमंद : मूसली का सेवन करने से पथरी अथार्त स्टोन की समस्या को कम करने में मदद करता है क्योंकि मूसली का नियमित रूप से सेवन करने से पथरी गलने लगती है और मूत्र पथ से बाहर निकल जाती है।
15. नपुंसकता में फायदेमंद : मूसली का सेवन करने से वीर्य की शक्ति की गुणवत्ता बढती है जिससे नपुंसकता जैसी बीमारी को बहुत हद तक कम किया जा सकता है क्योंकि मूसली का प्रभाव स्पर्म काउंट अथार्त शुक्राणुओं पर होता है जिससे यौन शक्ति बढती है।
16. मूत्र जलन में फायदेमंद : मूसली में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो संक्रमण को रोकने के साथ-साथ उससे होने वाली पेशाब में जलन की समस्या को भी दूर करती है इसलिए मूत्र रोग में मूसली का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
17. मूत्र विकारों में फायदेमंद : मूसली का सेवन करके लिंग में तनाव की समस्या को कम किया जा सकता है क्योंकि यह लिंग उतकों को शक्ति प्रदान करते है जिससे लिंग में कठोरता उत्पन्न होती है जिसके साथ-साथ शुक्राणु ज्यादा बनने शुरू हो जाती है और शरीर में होर्मोन संतुलन बना रहता है।
मूसली के नुकसान :
1. आंत्र आंदोलन में नुकसानदायक : मूसली का अधिक मात्रा में सेवन करने से आंत्र आंदोलन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिसकी वजह से पेट से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
2. एलर्जी होना : मूसली के सेवन से कई लोगों को एलर्जी से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
3. पाचन तंत्र में नुकसानदायक : मूसली को पचने में समय लगता है इसलिए इससे पाचन तंत्र पर प्रभाव पड़ सकता है।
4. कब्ज होना : मूसली का सेवन करने से आपको कब्ज हो सकती है।
5. भूख न लगना : मूसली का अधिक सेवन करने से आपकी भूख में कमी हो सकती है।
6. कफ में नुकसानदायक : मूसली की तासीर ठंडी होती है इसलिए मूसली आपकी कफ की समस्या को बढ़ा सकती है।
7. त्वचा में नुकसानदायक : मूसली का सेवन करने से आपको त्वचा से संबंधित एलर्जी हो सकती है।
8. आँतों में नुकसानदायक : मूसली का सेवन करने से मल कड़ा हो जाता है जिसकी वजह से आंत में रुकावट का अनुभव किया जा सकता है।
मूसली का सेवन :
1. चूर्ण के रूप में सेवन : आप मूसली का चूर्ण बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं।
2. कैप्सूल का सेवन : आप मूसली के कैप्सूल का सेवन कर सकते हैं।
3. तरल रूप में सेवन : आप मूसली के सिरप का तरल रूप में सेवन कर सकते हैं।
4. दूध के साथ सेवन : आप मूसली का सेवन दूध और चीनी के साथ कर सकते हैं क्योंकि इससे बहुत अधिक लाभ मिलता है।