स्वच्छ भारत अभियान निबंध 1 (100 शब्द) :
स्वच्छ भारत अभियान एक अभियान नहीं एक मिशन है जिसके द्वारा पूरे भारत को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्तूबर, 2014 को महात्मा गाँधी जी की 145वीं जयंती के उपलक्ष्य में इस अभियान को अधिकारिक तौर पर नई दिल्ली के राजघाट पर शुरू किया था।
भारत सरकार ने इस अभियान को राष्ट्रिय स्तर पर लागू किया है जिसमें शहरों, देशों, ग्रामीण क्षेत्रों आदि की साफ-सफाई की जाएगी। स्वच्छ भारत अभियान में शौचालयों का निर्माण, गलियों का निर्माण, सडकों का निर्माण, देश के बुनियादी ढांचे को बदलना आदि स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाएगा जिससे ग्रामीण क्षेत्रों को भी आगे लाया जा सके।
स्वच्छ भारत अभियान निबंध 2 (200 शब्द) :
स्वच्छ भारत अभियान को नरेंद्र मोदी जी ने एक राष्ट्रव्यापी सफाई अभियान के रूप में शुरू किया था जिसे स्वच्छ भारत की कल्पना की दृष्टि से लागू किया गया था। स्वच्छ भारत का सपना गाँधी जी का था जिसका अर्थ था पूरे भारत का स्वच्छ होना।
महात्मा गाँधी जी ने स्वच्छ भारत के मिशन को पूरा करने के लिए बहुत प्रयत्न किए लेकिन उस समय पर लोगों को स्वच्छ भारत मिशन में कोई दिलचस्पी नहीं थी जिसकी वजह से गाँधी जी का सपना पूरा नहीं हुआ था इसलिए भारत सरकार ने गाँधी जयंती के दिन महात्मा गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने के लिए स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा की।
स्वच्छ भारत अभियान को गाँधी जी की 145वीं जयंती पर 2 अक्तूबर, 2014 को शुरू किया गया। स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेना सभी लोगों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि इस मिशन को केवल तभी सफल बनाया जा सकता है जब सभी लोग साथ मिलकर इसमें भाग लेंगे। स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए बहुत सारे नेताओं, अभिनेताओं, अभिनेत्रियों और आम जनता ने अपना पूरा योगदान दिया है। इस मिशन के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी ने जितने हो सकें सफल प्रयास किए हैं।
स्वच्छ भारत अभियान निबंध 3 (300 शब्द) :
भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा चलाया गया एक स्वच्छता अभियान है जिसमें सभी जगहों की गंदगी को साफ करके स्वच्छ किया जाता है उसे ही स्वच्छता अभियान कहा जाता है। स्वच्छ भारत अभियान को राष्ट्रिय स्तर पर लागू किया गया था जो भारत सरकार के द्वारा चलाया गया है। यह अभियान सभी जगह की परस्पर सफाई के लिए चलाया गया है। इस अभियान के द्वारा पूरे भारत देश की स्वच्छ बनाया जा सकता है और देश को फिर से सोने की चिड़िया बनाया जा सकता है।
स्वच्छ भारत अभियान : स्वच्छ भारत अभियान को 2 अक्तूबर, 2014 गाँधी जयंती के दिन शुरू किया गया था जो गाँधी जी का ही सपना था लेकिन उन्हें इस सपने में विफलता प्राप्त हुई थी इसलिए भारत सरकार ने इसे सफल करने के लिए इस अभियान की शुरुआत की। स्वच्छ भारत अभियान को स्वच्छ भारत मिशन और स्वच्छता अभियान के नाम से भी जाना जाता है।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत 4041 सांविधिक नगरों में शौचालय, सड़क, गली, पैदल मार्ग, और भी कई स्थल आते हैं। स्वच्छ भारत अभियान एक ऐसा अभियान है जिसके द्वारा भारत को साल 2019 तक पूरी तरह से साफ कर दिया जाएगा। स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा पूरे भारत को स्वच्छ, स्वस्थ और सुखी जीवन के योग्य बनाया जा सकता है।
उपसंहार : स्वच्छ भारत अभियान को सभी राज्यों, देशों और गरीब क्षेत्रों की साफ-सफाई के लिए शुरू किया गया है। स्वच्छ भारत अभियान को शुरू करने के पीछे एक बहुत ही खास उद्देश्य है जो भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी से जुड़ा हुआ है।
महात्मा गाँधी जी का सपना था कि हमारा भारत भी दूसरे राज्यों की तरह साफ-सुथरा हो इसलिए गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को सच करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की जिसके द्वारा भारत को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सके।
स्वच्छ भारत अभियान निबंध 4 (400 शब्द) :
भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार के द्वारा पूरे भारत को स्वच्छ करने के लिए चलाया गया एक स्वच्छता अभियान है। स्वच्छ भारत अभियान को अधिकारिक तौर पर 2 अक्तूबर, 2014 को महात्मा गाँधी जी की 145वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने शुरू किया था। गाँधी जयंती के दिन जहाँ पर गाँधी जी का अंतिम संस्कार हुआ था वहीं पर इस अभियान की घोषणा की गई थी। अगर स्वच्छ भारत अभियान को समर्थन दिया गया तो साल 2019 तक पूरा भारत स्वच्छ और सुंदर बन जाएगा।
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत : स्वच्छ भारत अभियान को महात्मा गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए चलाया गया है क्योंकि गाँधी जी अपने देश की गरीबी और गंदगी से बहुत अच्छी तरह अवगत थे इसलिए वे अपने देश को स्वच्छ करना चाहते थे लेकिन उस समय लोगों की इस विषय में रूचि नहीं थी इसलिए गाँधी जी का उद्देश्य सफल नहीं हो पाया था लेकिन भारत सरकार ने 2 अक्तूबर, 2014 को महात्मा गाँधी जी की 145वीं जयंती के दिन शुरू किया गया।
इस मिशन का सबसे पहला स्वच्छता अभियान 25 सितंबर, 2014 को प्रधानमंत्री जी के द्वारा पहले ही शुरू किया जा चुका था। इस अभियान का उद्देश्य सफाई व्यवस्था की समस्या का हल निकालकर सभी को स्वच्छता की सुविधा का महत्व बताना है।
स्वच्छ भारत अभियान की जरुरत : अपने आसपास की स्वच्छता हर नागरिक की जिम्मेदारी होती है जिसे अगर नागरिक न निभाए तो देश में गंदगी-ही-गंदगी होगी इसलिए देश को स्वच्छ करने के लिए हर नागरिक के समर्थन की जरुरत है। आजकल लोग कूड़ेदान में कचरा डालने की जगह पर इधर-उधर सडक पर कचरा फेंक देते हैं जिसकी वजह से भी गंदगी बढती है।
लोगों के भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिए भारत में इसके प्रति जागरूकता लाना बहुत अधिक जरुरी है। आज के समय में शौचालय, कचरे का पुनर्चक्रण, आसपास स्वच्छता, आदि की बहुत अधिक जरुरत है।
उपसंहार : स्वच्छ भारत अभियान में किसी भी तरह की राजनीति का प्रयोग नहीं किया गया है लेकिन यह अभियान सभी लोगों को देशभक्ति की तरफ प्रेरित करता है। स्वच्छता रखना नागरिक का धर्म होता है जिसे उसे पूरी ईमानदारी के साथ निभाना चाहिए।
स्वच्छ भारत अभियान को सफल करने के लिए विश्व स्तर पर लोगों ने योगदान दिया है। विद्यार्थी और अध्यापक भी स्वच्छ भारत अभियान में उत्साह और उल्लास के साथ भाग ले रहे हैं ताकि उनका देश साफ-सुथरा बन सके।
स्वच्छ भारत अभियान निबंध 5 (500 शब्द) :
भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए शुरू किया गया था। गाँधी जी ने लोगों को सफाई के प्रति प्रेरित करके और नारों के द्वारा अपने स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने की कोशिश की थी लेकिन उस समय इसमें लोगों की रूचि न होने की वजह से वे असफल हो गए थे। महात्मा गाँधी जी की प्रेरणा के आधार पर भारत सरकार ने इस अभियान की शुरुआत की जिसके द्वारा स्वच्छ भारत के सपने को पूरा किया जा सके।
स्वच्छ भारत अभियान कब चलाया गया : स्वच्छ भारत अभियान को 2 अक्तूबर, 2014 को गाँधी जी की 145वीं जयंती पर नई दिल्ली के राजघाट (जहाँ पर गाँधी जी का अंतिम संस्कार हुआ था) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था लेकिन इसकी शुरुआत सालों पहले महात्मा गाँधी जी ने कर दी थी जो सफल नहीं हो पाई थी क्योंकि उस समय लोगों को स्वच्छता जैसे अभियान में रूचि नहीं थी।
स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा करने से पहले इस अभियान की पहल 25 सितंबर, 2014 को हो गई थी जिसके बाद 2 अक्तूबर, 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा की गई थी।
शहरी क्षेत्रों में अभियान : शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य हर नगर में ठोस कचरा प्रबंधन की व्यवस्था की गई जिसके साथ-साथ लगभग एक करोड़ घरों को ढाई लाख से अधिक सार्वजनिक शौचालय और ढाई लाख सामुदायिक शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं।
सामुदायिक शौचालयों के निर्माण की स्कीम रिहायशी इलाकों में की गई है जहाँ पर व्यक्तिगत शौचालय की उपलब्धता होना मुश्किल है और इसी तरह से सार्वजनिक शौचालयों को भी बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, बाजार आदि पर जगह-जगह बनाया गया है।
(और पढ़ें : स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध , स्वच्छ भारत अभियान से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातें)
इस अभियान में ठोस कचरा प्रबंधन की लागत लगभग 7366 करोड़ रूपए है, 1828 करोड़ रूपए जन साधारण को जागरूक करने के लिए, 655 करोड़ रूपए सामुदायिक शौचालयों के लिए, 4165 करोड़ रूपए निजी शौचालयों के लिए खर्च किए गए हैं।
उपसंहार : स्वच्छ भारत अभियान को पूरे भारत की स्वच्छता के मिशन से शुरू किया गया था। स्वच्छ भारत अभियान सभी लोगों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि स्वच्छ भारत का मिशन केवल तभी तक संभव हो सकता है जब तक भारत में रहने वाला हर एक व्यक्ति इसके प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझे और इसे एक सफल अभियान बनाने के लिए अपना पूरा योगदान दे। इस अभियान की पहल भारतीय कलाकारों ने की थी जिसके बाद संपूर्ण भारत में इसका जागरूकता के रूप में प्रसार हुआ था।
स्वच्छ भारत अभियान निबंध 6 (600 शब्द) :
भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान को भारत सरकार ने एक विशाल जन आंदोलन के रूप में शुरू किया था जिसका उद्देश्य था पूरे भारत की साफ-सफाई को बढ़ावा देना। स्वच्छ भारत अभियान को साल 2019 तक एक स्वच्छ भारत का लक्ष्य मानकर 2 अक्तूबर, 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने शुरू किया था।
स्वच्छ भारत अभियान को समर्थन देने के लिए बहुत से नेताओं ने बहुत से कानूनों को चलाया जिससे भारत में गंदगी न फैल सके। भारत में अधिक से अधिक पेड़ों को लगाया गया है जिससे भारत को हरियाली में बदला जा सके।
स्वच्छ भारत अभियान क्या है : स्वच्छ भारत अभियान एक बहुत बड़ा आंदोलन है जिसके द्वारा साल 2019 तक पूरे भारत को स्वच्छ बनाना है। स्वच्छ भारत अभियान को महात्मा गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए चलाया गया है जिसमें स्वस्थ और सुखी जीवन संभव सो सके। इस अभियान को 2 अक्तूबर, 2014 को महात्मा गाँधी जी की 145वीं जयंती पर नई दिल्ली के राजघाट पर घोषित किया गया था।
स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा भारत के शहरी विकास, पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के तहत इस अभियान को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लागू किया गया है। इस अभियान के द्वारा सफाई व्यवस्था की समस्या का समाधान निकालने के साथ-साथ स्वच्छता की सुविधा का निर्माण करना भी है।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान : ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता लाने के लिए सरकार के द्वारा सन् 1999 में सबसे पहले निर्मल भारत अभियान की स्थापना की गई लेकिन इसका पुनर्गठन स्वच्छ भारत अभियान के रूप में 2 अक्तूबर, 2014 को हुआ था।
इस अभियान के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को खुले में शौच करने से रोकने, कचरे को जैविक खाद के रूप में प्रयोग करने, ठोस और द्रव कचरा प्रबंधन के लिए बहुत सी सुविधाएँ उपलब्ध कराई हैं जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी उचित रूप से साफ-सफाई रह सके। इस अभियान के द्वारा लोगों के जीवन स्तर को भी सुधारा जाएगा।
अभियान का लोगों पर प्रभाव : स्वच्छ भारत अभियान का लोगों पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है क्योंकि इस अभियान की वजह से बहुत से क्षेत्रों के लोगों के जीवन स्तर में सुधार किया गया है। लोगों की कुछ असुरक्षित और अस्वस्थ आदतों को बदला गया है ताकि वे सभी लोग स्वच्छ और स्वस्थ रह सकें।
सरकार द्वारा सफाई व्यवस्था, शौच व्यवस्था, सडक व्यवस्था, आदि को देखने के लिए कार्य समीतियाँ बनाई गई हैं जो अपने कामों पर विशेष ध्यान देती हैं। इस अभियान से पूरे भारत में स्वच्छता की लहर दौड़ पड़ी थी जिसने लोगों को बहुत अधिक प्रभावित किया क्योंकि अगर समाज स्वच्छ होगा तो उस समाज में रहने वाला हर एक व्यक्ति भी स्वच्छ और स्वस्थ रह सकता है जिसे सभी लोगों को आपस में मिलकर करने की जरुरत है।
स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य : स्वच्छ भारत अभियान को बहुत से उद्देश्यों की वजह से शुरू किया गया है जिसमें से इसके कुछ उद्देश्य हैं – खुले में शौच करने की प्रथा को समाप्त करना, अस्वास्थ्यकर शौचालयों को फ्लश शौचालय में बदलना, हाथों से मल की सफाई करने से रोकना, ठोस या द्रव कचरे का दुबारा से उपयोग करना, लोगों को अच्छी आदतों के लिए प्रेरित करना, सफाई के प्रति जागरूकता फैलाना, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई की व्यवस्था को अनुकूल बनाना और लोगों में भारत में निवेश करने के लिए रूचि रखने वाले सभी निजी क्षेत्रों के लिए वातावरण को अनुकूल बनाना है।
उपसंहार : स्वच्छ भारत अभियान को प्रधानमंत्री जी ने गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए शुरू किया था। इस अभियान को सफल बनाने के लिए लोगों ने बहुत से ऐसे तरीके ढूंढे हैं जो रूचि पूर्ण हैं जिसमें व्यक्ति सफाई के साथ-साथ आनंद भी प्राप्त कर सकता है।
इस अभियान के प्रसार के लिए सरकार ने किन्ही नौ लोगों का चुनाव किया जिसमें इन नौ लोगों में से प्रत्येक एक व्यक्ति को अपने साथ जुड़ने के लिए नौ लोगों को आमंत्रित करना होगा इसके बाद वे नौ लोग और नौ लोगों को आमंत्रित करेंगे जिससे सभी लोग इस योजना से जुड़ सकें।
स्वच्छ भारत अभियान निबंध 7 (700 शब्द) :
भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान को पूरे भारत में सफाई के उद्देश्य से चलाया गया था। स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लोगों से यह अपील की थी कि वे इस मिशन से जुड़े और दूसरे लोगों को भी इस मिशन से जुड़ने के लिए प्रेरित करें जिससे हमारा भारत देश दुनिया का सबसे अच्छा और स्वच्छ देश बन सके। इस अभियान की शुरुआत नरेंद्र मोदी जी ने खुद सफाई करके की थी जिससे लोग एक-दूसरे के मध्य अमीरी और गरीबी का भेदभाव न करें और इस योजना में अपना बढ़-चढ़कर योगदान दें।
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत : स्वच्छ भारत अभियान को नई दिल्ली के राजघाट पर 2 अक्तूबर, 2014 को महात्मा गाँधी जी की 145वीं जयंती को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गाँधी जी के सपने को पूरा करने के लिए शुरू किया था।
इस अभियान की शुरुआत सबसे पहले सन् 1999 में भारतीय सरकार के द्वारा निर्मल भारत अभियान के रूप में हुई थी लेकिन बाद में इस अभियान का पुनर्गठन करके इसे स्वच्छ भारत अभियान के रूप में दुबारा चलाया गया था। स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत पूरे भारत को साल 2019 तक पूरी तरह से स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से हुई थी।
स्वच्छ भारत अभियान गाँधी जी का सपना : भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी ने पूरे भारत को एक स्वच्छ भारत बनाने का सपना देखा था क्योंकि महात्मा गाँधी जी भारत देश की गंदगी और गरीबी से अच्छी तरह से परिचित थे इसलिए वे कभी नारों से तो कभी लोगों से बात करके उन्हें स्वच्छता के लिए जागरूक करने की कोशिश करते थे लेकिन उस समय लोगों को इस विषय में रूचि नहीं थी इसलिए उस समय गाँधी जी का स्वच्छ भारत का सपना पूरा नहीं हो सका था। इसलिए गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई।
स्वच्छ भारत अभियान की जरुरत : स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए भारत में स्वच्छ भारत अभियान का लगातार चलता रहना बहुत अधिक जरुरी है। पूरे भारत के भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिए भारत के लोगों में सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता का एहसास होना बहुत अधिक जरुरी है। जो लोग ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं उन्हें वैश्विक जागरूकता का एहसास नहीं होता है इसलिए उनमें वैश्विक जागरूकता का होना बहुत अधिक जरुरी है। ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता को सुधारना बहुत अधिक जरुरी है।
स्वच्छ भारत विद्यालय अभियान : स्वच्छ भारत अभियान को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा चलाया गया था और इसका उद्देश्य स्कूलों में स्वच्छता लाना है। इस अभियान के द्वारा केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय संगठन जहाँ पर बहुत सारे स्वच्छता क्रियाकलाप आयोजित किए गए हैं जैसे – विद्यार्थियों के द्वारा स्वच्छता के पहलुओं पर चर्चा करना, दूसरों को सफाई के प्रति जागरूक करना, स्वच्छता क्रियाकलाप आदि। स्कूल क्षेत्रों में सफाई, महान व्यक्तियों के योगदान पर भाषण, कला, फिल्म, चर्चा, चित्रकारी, स्वास्थ्य और स्वच्छता पर नाटक मंचन आदि आयोजित किए जाते हैं।
स्वच्छ भारत अभियान का प्रभाव : स्वच्छ भारत अभियान का पूरे भारत पर बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ा है। इस अभियान को सफल करने के लिए उत्तर प्रदेश में सरकारी कार्यालयों में चबाने वाला पान, पान-मसाला, गुटका और अन्य प्रकार के तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
उत्तर प्रदेश में योगी ने जी इस पहल की शुरुआत सरकारी इमारत में अपनी पहली यात्रा करने के बाद की थी जब उन्होंने पान के दाग वाली दीवारों और कोनों को देखा था। स्वच्छ भारत अभियान से बहुत हद तक भारत देश में साफ-सफाई और स्वच्छता रखने की कोशिश की जा रही है।
उपसंहार : स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने इंटरनेट का भी भरपूर प्रयोग किया है। इसमें सरकार ने लोगों से अनुरोध किया कि वे किसी जगह की सफाई करके उस जगह की फोटो को सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर डाल दें और अन्य लोगों को इस योजना से जुड़ने के लिए प्रेरित करें। स्वच्छ भारत अभियान की निरंतरता को बनाए रखने के लिए योगी जी ने भी अपना पूरा योगदान दिया उन्होंने सफाई कार्यलय का निर्माण किया जिसके द्वारा गंदगी फैलाने वालो को जागरूक करके सफाई का महत्व समझाया।
स्वच्छ भारत अभियान निबंध 8 (1000 शब्द) :
भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान भारत को गंदगी रहित बनाने का एक अभियान है जिसे राष्ट्रिय आंदोलन के रूप में भारत सरकार के द्वारा चलाया गया था। इस अभियान को देश के 4041 सांविधिक नगर की आधारभूत संरचना, सडकें, गलियों आदि की साफ-सफाई के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
गाँधी जी का मानना था कि स्वच्छता स्वतंत्रता से भी अधिक जरुरी है क्योंकि उस समय में वे अपने देश की गंदगी और गरीबी से बहुत ही अच्छी तरह से अवगत थे इसलिए भारत सरकार ने स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए ही स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की।
स्वच्छ भारत अभियान : स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रिय मुहीम है जिसे भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा स्थापित किया गया है जिसके तहत 4041 सांविधिक नगरों के सड़क, पैदल मार्ग और अन्य कई स्थल आते हैं। स्वच्छ भारत अभियान एक बहुत बड़ा आंदोलन है जिसके तहत भारत को साल 2019 तक पूरी तरह स्वच्छ बना दिया जाएगा।
इस अभियान में स्वस्थ और सुखी जीवन के लिए महात्मा गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को आगे बढ़ाया गया है। स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य सफाई व्यवस्था की समस्याओं का समाधान निकालना है और साथ ही स्वच्छता की सुविधा के निर्माण के द्वारा भारत में अच्छी तरह से मल प्रबंधन करना है।
स्वच्छ भारत अभियान कब चलाया गया : स्वच्छता के लिए सबसे पहले सन् 1999 में निर्मल भारत अभियान चलाया गया था जो असफल रहा था उसके बाद इस अभियान का पुनर्गठन स्वच्छ भारत अभियान के रूप में किया गया था। स्वच्छ भारत अभियान को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने नई दिल्ली के राजघाट (जहाँ पर गाँधी जी का अंतिम संस्कार हुआ था) पर 2 अक्तूबर, 2014 के दिन महात्मा गाँधी जी की 145वीं जयंती पर शुरू किया गया था। स्वच्छ भारत अभियान को एक उद्देश्य के साथ शुरू किया गया था कि भारत को साल 2019 तक पूरी तरह से स्वच्छ और साफ कर दिया जाएगा।
स्वच्छ भारत अभियान से जुड़े लोग : स्वच्छ भारत अभियान में प्रधानमंत्री जी ने नौ लोगों को चुना था जिनके नाम सलमान खान, अनिल अंबानी, कमल हसन, कॉमेडियन कपिल शर्मा, प्रियंका चोपड़ा, बाबा रामदेव, सचिन तेंदुलकर, शशि थरूर और तारक मेहता का उल्टा चश्मा की पूरी टीम।
इस अभियान के शुभारंभ पर भारतीय अभिनेता आमिर खान को आमंत्रित किया गया था। 8 नवंबर, 2014 को इस अभियान से कुछ और लोगों को जोड़ा गया जिनके नाम हैं, मोहम्द कैफ, सुरेश रैना, अखिलेश यादव, स्वामी रामभद्रचार्या, कैलाश खेर, राजू श्रीवास्तव, मनु शर्मा, देवी प्रसाद द्विवेदी, मनोज तिवारी आदि और 25 दिसंबर, 2014 को सौरव गांगुली, किरन बेदी, रामो जी राव, सोनल मानसिंह, पदमानभा आचार्या आदि को स्वच्छ भारत अभियान का हिस्सा बनाया गया था।
स्वच्छ भारत अभियान की जरुरत : स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा लोगों में बौद्धिक, मानसिक, भौतिक और सामाजिक कल्याण का एहसास दिलाया जा सकता है। भारत के हर घर में शौचालय होना चाहिए ताकि खुले में शौच की प्रवृति बंद हो सके। भारत के अस्वास्थ्यकर शौचालयों को पानी से बहने वाले शौचालयों में बदलने की बहुत अधिक जरुरत है।
हाथ से की जाने वाली सफाई व्यवस्था को खत्म किया जाना चाहिए। देश के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, सुरक्षित मल समापन का प्रबंधन को लागू करना चाहिए। भारत में सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिए निजी क्षेत्रों की भागीदारी को बढ़ाना बहुत अधिक जरुरी है। भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाने के लिए स्वच्छ भारत अभियान बहुत अधिक आवश्यक है।
शहरी क्षेत्रों में अभियान : शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा सभी 1.04 करोड़ घरों को 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय, 2.5 लाख सामुदायिक शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं। सामुदायिक शौचालय के निर्माण की स्कीम रिहायशी इलाकों में की गई है जहाँ पर व्यक्तिगत शौचालय की मौजूदगी मुश्किल होती है इसी तरह सार्वजनिक शौचालय को बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, बाजार जैसे स्थानों पर स्थापित किया गया है।
शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रम पांच साल के अंदर पूरा करने की योजना बनाई गई है। शहरी क्षेत्रों में खुले में शौच की प्रवृति को खत्म करना, अस्वास्थ्यकर शौचालयों को पानी से बहने वाले शौचालयों में बदलना, हाथों से सफाई की प्रवृति को खत्म करना और लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करना है।
ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान : स्वच्छ भारत अभियान में ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ बनाने के लिए भारत सरकार ने निर्मल भारत अभियान को शुरू किया उसके बाद इस अभियान का पुनर्गठन करके स्वच्छ भारत अभियान को शुरू किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को खुले में शौच करने की प्रवृति को खत्म करने के लिए 11 करोड़, 11 लाख रूपए और शौचालयों के निर्माण के लिए लगभग एक लाख करोड़ रूपए खर्च किए गए हैं।
सरकार के द्वारा कचरे को जैविक खाद और फिर से प्रयोग करने के योग्य ऊर्जा में बदल दिया जाता है जिसमें ग्राम पंचायत, जिला परिषद, पंचायत समीति की बहुत अधिक हिस्सेदारी है। स्वच्छता की सभी सुविधाओं को निरंतर उपलब्ध कराने के लिए पंचायती राज संस्थान और समुदाय को प्रेरित करते रहना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार स्वच्छता और पारिस्थितिक सुरक्षा को प्रोत्साहित करना चाहिए।
स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान : स्वच्छ भारत अभियान के तहत 25 सितंबर, 2014 से 31 अक्तूबर, 2014 तक केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय संगठन जहाँ पर बहुत सारे स्वच्छता क्रियाकलाप आयोजित किए गए हैं जैसे – विद्यार्थियों द्वारा स्वच्छता के पहलुओं पर चर्चा, महात्मा गाँधी की शिक्षा, स्वच्छता और स्वास्थ्य विज्ञान के विषय पर चर्चा, स्वच्छता क्रियाकलाप आदि।
स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा स्कूली क्षेत्रों की सफाई, महान व्यक्तियों के योगदान पर भाषण, निबंध लेखन प्रतियोगिता, कला, फिल्म, चर्चा, चित्रकारी और स्वच्छता पर नाटक मंचन आदि किया जाता है।
स्वच्छ भारत अभियान के नारे :
1. क्या दोगे आने वाले को? पूर्वजों से तुम्हे स्वतंत्र आसमान मिला, न करो कोई बड़ा वादा, बस दो स्वच्छ आसमा की छाया।
2. अब सबकी बस एक ही पुकार, स्वच्छ भारत हो यार।
3. आओ मिलजुलकर खुशिया मनाये, भारत को स्वच्छ बनाये।
4. एक कदम स्वच्छता की ओर।
5. सफाई से खुद को स्वच्छ बनाना है स्वच्छता से पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाना है।
6. जागो युवा जागो स्वच्छ भारत है तुम्हारा अधिकार, लेकिन उठाओ पहले कर्तव्य का भार।
7. गाँव-गाँव गली-गली ऐसी ज्योति जलाएंगे, पूरे भारत को स्वच्छ बनायेंगे।
8. स्वच्छ भारत है एक बड़ा अभियान, सब मिलके करे अपना योगदान।
9. स्वच्छता अपनाना है समाज में खुशियाँ लाना है।
10. स्वच्छता ही है देश का सौंदर्य, जिसे लाना है हमारा कर्तव्य।
11. बापू का घर-घर पहुंचे संदेश, स्वच्छ और सुंदर हो अपना देश।
12. चलाओ जोरों से स्वच्छता अभियान, तभी तो बनेगा हमारा भारत महान।
13. अब हर भारतियों ने मन में यही ठाना है पूरे भारत को स्वच्छ बनाना है।
14. कदम-से-कदम मिलाओ स्वच्छता की तरफ हाथ बढाओ।
15. युवा शक्ति है सब पर भारी, चलो करो अब स्वच्छ भारत की तैयारी।
16. खूबसूरत होगा देश का हर छोर, क्यूंकि कम करेंगे गंदगी चारो ओर।
17. एक नया सवेरा लायेंगे, पूरे भारत को स्वच्छ और सुंदर बनायेंगे।
18. स्वच्छता का रखना हमेशा ध्यान, तभी तो बनेगा हमारा भारत महान।
19. स्वच्छ भारत अभियान में सब मिल जाओ, मिलकर सब अपने प्यारे भारत को स्वच्छ बनाओ।
20. गांधीजी के सपनों का भारत बनायेंगे, चारों तरफ स्वच्छता फैलाएँगे।
21. युवा शक्ति है सब पे भारी, उठाओ झाड़ू गंदगी बाहर करो सारी।
22. करो कुछ ऐसा काम, कि स्वच्छ भारत के चलते हो विश्व में भारत की शान।
23. कदम-से-कदम बढ़ाते जाओ, स्वच्छता की तरफ मिलकर जुट जाओ।
24. आओ मिलकर सबको जगाये, गंदगी को स्वच्छता से दूर भगाए।
25. देश भी साफ हो, जिसमें सबका साथ हो।
26. सीमा पर लड़ना ही नहीं है देशभक्ति का नाम, स्वच्छ बने देश करो ऐसा काम।
उपसंहार : जिस तरह से सभी लोग स्वच्छ भारत अभियान में योगदान दे रहे हैं उस तरह से 2019 तक भारत को स्वच्छ और हरा-भरा बनाया जा सकता है। यह अभियान एक बहुत ही अच्छी पहल है क्योंकि कहा भी गया है कि स्वच्छता ही भगवान की तरफ पहला कदम होती है। अगर स्वच्छ भारत अभियान का ठीक प्रकार से अनुसरण किया गया तो आने वाले कुछ ही सालों में पूरा भारत स्वच्छ और सुंदर बन जाएगा। हर स्वस्थ देश और स्वस्थ समाज को चाहिए कि उसके प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ रहे और हर तरह से स्वच्छ हो।