1. दीपावली को हिन्दुओं का सबसे प्रमुख त्यौहार माना जाता है।
2. दीपावली को लोग बहुत ही उत्साह के साथ मनाते है।
3. जब हम अज्ञान रूपी अंधकार को हटाकर ज्ञान रूपी प्रकाश प्रज्ज्वलित करते हैं तो हमें एक असीम और आलौकिक आनन्द का अनुभव होता है।
4. दीपावली को तद्भव भाषा में दीवाली भी कहा जाता है।
5. दीपावली शब्द संस्कृत से लिया गया है जो दो शब्दों से मिलकर बना होता है दीप और आवली जिसका अर्थ होता है दीपों से सजा।
6. दीपावली को रोशनी का त्यौहार और दीपोत्सव भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन चारों और दीपों की रोशनी होती है।
7. दीपावली का त्यौहार पांच दिन तक मनाया जाता है।
8. दशहरे के त्यौहार के बाद से ही दीपावली की तैयारियां की जाने लगती हैं।
9. दीपावली को अक्टूबर या नवम्बर के महीने में मनाया जाता है।
10. दीपावली का यह पावन पर्व कार्तिक मांस की अमावस्या के दिन मनाया जाता है।
11. शरद पूर्णिमा को ही भगवान कृष्ण ने महारास लीला का आयोजन किया था।
12. दीपावली को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।
13. जब भगवान श्री राम लंकापति रावण को मारकर और चौदह वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे तो अयोध्यावासियों ने उनके आगमन पर प्रसन्नता प्रकट करने के लिए और उनका स्वागत करने के लिए दीपक जलाए थे।
14. राम जी के अयोध्या आने वाले दिन की पावन स्मृति में यह दिन बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है।
15. दीपावली के दिन समुद्र मंथन के समय लक्ष्मी जी का जन्म हुआ था इसी वजह से दीपावली पर लक्ष्मीजी की पूजा की जाती है और घर में धन-धान और एश्वर्य की कामना की जाती है।
16. दीपावली के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध भी किया था।
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17. भारत के कुछ क्षेत्रों में महाकाव्य महाभारत के अनुसार दीपावली त्यौहार को पांडवों के 12 वर्ष के वनवास और 1 वर्ष के अज्ञातवास के बाद लौटने की खुशी में भी मनाया जाता है।
18. दीपावली से पहले सभी लोग अपने घरों की सफाई करते हैं और घर की लिपाई-पुताई करवाते हैं।
19. दीपावली के अवसर पर लोग अपने लिए नए कपड़े, मोमबत्तियां, खिलौने, पटाखे, मिठाईयां, रंगोली बनाने के लिए रंग और घरों को सजाने के लिए बहुत सामान खरीदते हैं।
20. दीपावली भारत का सबसे अधिक प्रसन्नता और मनोरंजन का पर्व है।
21. दीपावली के दिन बच्चों से लेकर बूढों तक में खुशी की लहर उत्पन्न हो उठती है।
22. दीपावली से तीन दिन पहले धनतेरस आती है इस दिन अहोई माता का पूजन किया जाता है।
23. दीपावली के अवसर पर लोग पुराने बर्तनों को बेचते हैं और नए बर्तनों को खरीदते हैं।
24. दीपावली पर सभी बर्तनों की दुकानें बर्तनों से बहुत ही अनोखी दिखाई देती है।
25. चतुर्दशी के दिन लोग घरों के कूड़े-करकट को बाहर निकालते हैं।
26. दीपावली से पहले अच्छी तरह से साफ-सफाई करने की वजह से मक्खी-मच्छर भी दूर हो जाते हैं।
27. अमावस्या के दिन लक्ष्मीजी की पूजा की जाती है।
28. पूजा में खील-बताशे और मिठाईयों का प्रसाद चढाया जाता है।
29. दीपावली के दिन एक-दूसरे के गले लगकर दीपावली की शुभकामनाएँ दी जाती हैं।
30. दीपावली के दिन ही जैनियों के तीर्थकर महावीर स्वामी ने निर्वाण प्राप्त किया था।
31. महावीर स्वामी जी के निर्वाण की वजह से यह दिन जैन भाईयों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
32. स्वामी दयानन्द और स्वामी रामतीर्थ भी दीपावली के दिन ही निर्वाह को प्राप्त हुए थे।
33. दीपावली के दिन लोग अपने ईष्ट बन्धुओं और मित्रों को बधाई देते हैं और नूतन वर्ष में सुख-समृदधि की कामना करते हैं।
34. दीपावली पर बालक-बालिकाएं नए कपड़े पहनकर मिठाईयां बांटते हैं। रात के समय में आतिशबाजी चलाते हैं।
35. लंबे समय से घरों में मच्छर, खटमल, पिस्सू आदि धीरे-धीरे अपना घर बना लेते हैं।
36. घरों में मकड़ी के जाले लग जाते हैं इसीलिए दीपावली से कई दिन पहले से ही घरों की सफाई, लिपाई, पुताई और सफेदी होने लग जाती है।
37. जिस लक्ष्मी की पूजा लोग धन-धान्य की प्राप्ति हेतु बड़ी श्रद्धा से करते थे उनकी पूजा बहुत से लोग जुआ खेलने के लिए भी करते हैं।
38. आज के समय में पूरे भारत में पटाखों का प्रयोग बहुत ही जोर-शोर से होता है जो अनुचित है।
39. पटाखों का उपयोग करके हम थोड़ी देर के मजे के लिए अपने पर्यावरण को बहुत हद तक बर्बाद कर देते हैं।
40. ऐसा माना जाता है कि दीपावली के दिन भारत के प्रदूषण की मात्रा 50% बढ़ जाती है।
41. पटाखों के कारण ऐसे बहुत से हादसे होते हैं जिनका शिकार बच्चे से लेकर बड़े तक हो जाते हैं।
42. पटाखों की वजह से सभी तरह का प्रदूषण होता है जैसे – धुएं के कारण वायु प्रदूषण, पटाखों की आवाज के कारण ध्वनि प्रदूषण, जहरीले पदार्थ धरती पर गिर जाने से भूमि प्रदूषण, पटाखों का जहरीला पदार्थ पानी में मिल जाने की वजह से जल प्रदूषण आदि।
43. परम्पराएँ हमें उस पर्व के आदिकाल में पहुंचा देती हैं जहाँ पर हमें अपनी आदिकालीन संस्कृति का ज्ञान होता है।
44. हमें इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि हमारे किसी भी काम और व्यवहार से किसी को भी दुःख न पहुंचे तभी दीपावली का त्यौहार मनाना सार्थक होगा।