Web Hosting Kya hai :
आप ऐसा मान लीजिए कि आप कोई काम या Business करते हैं और आपको अपना Business का जो भी सामान है उसे रखने के लिए एक दुकान की जरुरत होती है। इसी तरह से अपनी Business पर आप जो भी Material जैसे – विडियो, फोटो रखते हैं तो इन सभी को Internet पर रखने के लिए एक Storage की जरुरत होती है।
अब एक कंप्यूटर को Internet से जोड़ा जाता है और एक दिन On रखा जाता है। उस पर आपकी यह सभी सामग्री Store होती रहती है उसे Host Computer या Web Host कहा जाता है और इन सभी प्रक्रिया को Web Hosting कहा जाता है।
Web Hosting Kaam Kaise Karta Hai :
हम लोग Website इसलिए बनाते हैं ताकी हमारी बात या Information हम पूरी दुनिया तक पहुंचा सकें। इसके लिए हमें अपनी Information अपनी Website पर Upload करनी पडती है।
Internet दुनिया का सबसे बड़ा Network है इसके माध्यम से आप लाखो-करोड़ों Computer और Mobile Device एक दुसरे से जुड़े हुए होते हैं। आपने अक्सर देखा होगा की आपके घर में भी जब दो कंप्यूटरों को एक-दुसरे के साथ Connect कर दिया जाता है तो वह भी एक छोटा सा Internet बन जाता है लेकिन यह Private Network होता है।
जब किसी कंप्यूटर को Public Network से जोड़ा जाता है या नहीं तो उसमें जो भी डाटा होता है उसे Public में कोई भी इस्तेमाल या प्रयोग कर सकता है या Access कर सकता है तो वह इंटरनेट का एक हिस्सा बन जाता है इसे Web Server या Web Host भी कह सकते हैं।
यह Web Server या Web Host पूरा साल 24 घंटे इंटरनेट से जुड़ा रहता है और यही Web Server आपको किराए पर अपने कंप्यूटर में Space देता है आपकी वेबसाइट के Content को सुरक्षित रखने के लिए और आपकी वेबसाइट पर उस Content को Online दिखाने के लिए Hosting Service आपकी वेबसाइट की सभी फाइलों को एक Web Server पर Store कर देती है यह Web Server एक उच्च स्तरीय कंप्यूटर होता है।
जब कोई व्यक्ति अपने घर पर या अपने मोबाइल फोन से आपकी वेबसाइट का Address URL (URL Kya Hota Hai) को अपने Browser में Enter करता है तो यह Web Server उसकी Request पर आपकी वेबसाइट के Webpeg की Copy उस तक पुहंचा देता है जिससे आपकी वेबसाइट उस कंप्यूटर पर ओपन हो जाती है।
Types of Web Hosting In Hindi :
जो Web Hosting के प्रकार आपको नीचे बताये गये हैं ये सभी Web Hosting Server आपको डाटा Store करने की अच्छी Facilities देते हैं :
1. Shared Web Hosting :
Shared Web Hosting में एक ही server होता है जहाँ हजारों लोगों की website की files एक साथ एक ही Server Computer में store की जाती है जिसकी वजह से इसका नाम share web Hosting पड़ा।
Shared Web Hosting Benefits :
- इसको खरीदने के लिए कम Charge लगता है।
- इसके Options को बड़ी आसानी से समझा जा सकता है।
- इस hosting का setup करना बहुत आसन है।
- जब आपके Hosting में Visitors बढ़ने लगेंगे तब आप Hosting को Change भी कर सकते है।
Shared Web Hosting Disadvantage :
- इसकी privacy जादा अच्छी नही है।
- Shared Hosting में root access नहीं होती।
- यहाँ हम ज्यादा traffic level को control नहीं कर सकते।
- इन servers में बहुत सी websites होने के कारण websites की performance पे भी फर्क पड़ता है।
- Traffic बढ़ने से site की speed bahut slow हो जाती है।
Virtual Private Server (VPS) Hosting :
एक रूप से देखा जाए तो वर्चुअल प्राइवेट सर्वर शेयर वेब होस्टिंग के जैसा ही होता है लेकिन यहाँ पर एक Server को बहुत सारे Virtual Servers में बाँट दिया जाता है जैसे अगर आप अपनी Hard Disk के पार्टीशन करते हैं बिल्कुल उसी तरह जिस तरह से पार्टीशन करने के बाद भी Hard Disk एक ही रहती है उसी तरह से Virtual Private Servers एक ही Server पर Store रहता है यह एक ही घर में अलग-अलग कमरों जैसा होता है। यह वेब सर्वर शेयर्ड वेब होस्टिंग से अधिक Secure या सुरक्षित होते हैं और अधिक Traffic को हैंडल कर सकते हैं।
Virtual Private Server Hosting Benefits :
- इस प्रकार के वेब होस्टिंग बहुत ही सिक्योर या सुरक्षित होती है।
- यह बहुत ही अच्छा परफोर्मेंस भी देती है।
- ये शेयर्ड वेब होस्टिंग से भी अधिक ट्रेफिक को हैंडल करने की क्षमता रखती है।
Virtual Private Server Hosting Disadvantage :
- यह वेब होस्टिंग शेयर्ड वेब होस्टिंग से थोडा सा अधिक महंगा होता है।
3. Dedicated Web Hosting :
इस प्रकार की वेब होस्टिंग में एक वेबसाइट के लिए एक सर्वर अलग से निर्धारित किया जाता है और उसके सारे रिसोर्सेज सिर्फ एक ही वेबसाइट प्रयोग करती है।
यह वेब होस्टिंग बहुत ही अधिक ट्रेफिक वाली वेबसाइट के लिए बहुत ही अच्छी मानी जाती है जैसे अगर आपकी कोई भी कमर्शियल वेबसाइट है जिस पर बहुत अधिक ट्रेफिक आता है तो आप डेडिकेटेड वेब होस्टिंग को ले सकते हैं क्योंकि आपके लिए एक सर्वर अलग से निर्धारित होता है तो इसकी कीमत बहुत अधिक होती है।
Dedicated Web Hosting Benefits :
- यह उन वेबसाइट के लिए बहुत फायदेमंद होता है जिनमें ट्रेफिक बहुत अधिक होता है और विसिटर्स बहुत आटे हैं जो वेबसाइट में तो उनके लिए ये होस्टिंग बहुत फायदेमंद है।
- इस तरह की होस्टिंग का इस्तेमाल e-Commerce वाली वेबसाइट करते हैं।
- यह होस्टिंग बहुत अधिक सुरक्षित होती है।
- यह होस्टिंग हाई परफॉरमेंस देता है।
Dedicated Web Hosting Disadvantage :
इसमें कोई शेयरिंग नहीं होती है कोई दूसरा वेबसाइट का कंटेंट नहीं रहता है इसलिए इसकी गति भी तेज होती है।
इसमें शेयरिंग में कोई दूसरी वेबसाइट नहीं रहती है इसलिए ये होस्टिंग थोड़ी महंगी होती है और केवल एक ही आदमी को इसका सारा खर्च उठाना पड़ता है।
यह होस्टिंग बहुत अधिक महंगी होती है।
4. Linux Web Hosting
जब आपको वेब होस्टिंग किसी ऐसे वेब सर्वर के कंप्यूटर पर मिलती है जिसमें लाइनेक्स ऑपरेटिंग सिस्टम इनस्टॉल होता है तो ऐसी लाइनेक्स वेब होस्टिंग कहलाती है क्योंकि लाइनेक्स ऑपरेटिंग सिस्टम एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है यानि यह सभी के लिए मुफ्त में उपलब्ध है तो इस होस्टिंग सर्विस को देने में कंपनियों को कम लागत आती है और यह आपके लिए भी सस्ती होती है।
5. Windows Web Hosting :
जो वेब होस्टिंग कंप्यूटर्स में विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम होता है जो विंडोज होस्टिंग कहते हैं। क्योंकि अब विंडोज फ्री नहीं है तो होस्टिंग कंपनी को विंडोज के लिए लाइसेंस खरीदना पड़ता है इसलिए यह उस दिन लाइनेक्स वेब होस्टिंग के मुकाबले महंगी होती है और यही वजह है कि अधिकतर ब्लॉग और वेबसाइट लाइनेक्स वेब होस्टिंग पर ही होस्ट किए जाते हैं।
6. Reseller Web Hosting :
अगर आप अपने लिए वेबसाइट बनाने की जगह पर आप दूसरों के लिए वेबसाइट बनाने का काम करते हैं तो आप रिसेलर वेब होस्टिंग को खरीद सकते हैं यह शेयर्ड वेब होस्टिंग से थोड़ी अलग होती है जहाँ पर शेयर्ड वेब होस्टिंग में अगर आप चार वेब साइट चला रहे हैं तो आपको एक ही कंट्रोल पैनल से सभी वेबसाइट को हैंडल करना होगा लेकिन रिसेलर होस्टिंग में हर वेबसाइट के लिए अलग-अलग कंट्रोल पैनल होते हैं।
Reseller Web Hosting Benefits :
यह उन व्यवसाईयों के लिए बहुत फायदेमंद होता है जो वेब होस्टिंग का व्यवसाय करना चाहते हैं।
रिसेलर वेब होस्टिंग के द्वारा आप अपना खुद का होस्टिंग व्यवसाय कर सकते हैं और अपने वेब सर्वर पर अलग-अलग स्पेस बनाकर लोगों को होस्टिंग सेल कर सकते हैं।
7. Cloud Web Hosting :
यह होस्टिंग बहुत सारे वेब सर्वर का एक ग्रुप होता है जो अलग-अलग देशों में स्थापित होता है। इन सभी होस्टिंग को इंटरनेट से जोड़ दिया जाता है और यहाँ पर आपके अनुरोध पर एक वर्चुअल सर्वर क्रिएट किया जाता है जिसे क्लाउड सर्वर कहा जाता है।
आपका सारा डाटा इंटरनेट में उपलोड रहता है और सभी सर्वर सिंक भी रहता है। ऐसा माना जाता है कि आपकी वेबसाइट अगर भारत में है और अमेरिका में कोई उसे ओपन करता है तो क्लाउड वेब होस्टिंग के द्वारा उसके सबसे नजदीकी सर्वर द्वारा उस तक पहुंचाई जाती है जिससे वेबसाइट की गति बहुत बढ़ जाती है और इसके साथ-साथ क्लाउड होस्टिंग ज्यादा वेब ट्रफिक को भी हैंडल कर लेता है।
Cloud Web Hosting Benefits :
- इस होस्टिंग के सर्वर डाउन होने के बहुत ही कम चांसेस होते हैं। यह हाई ट्रेफिक को भी आसानी से हैंडल कर सकते हैं।
Cloud Web Hosting Disadvantage :
- यह वेब होस्टिंग को रूट एक्सेस नहीं देता है क्योंकि यह होस्टिंग थोड़ी सी महंगी होती है।
Web Hosting kaha se kharide :
एक तरह से देखा जाए तो बहुत सारी कंपनियां आपको होस्टिंग की सुविधा उपलब्ध करवाती हैं लेकिन जो सबसे अच्छी वेब होस्टिंग सर्विस देती हैं वे हैं Hostgator, Godaddy, Bigrock, Bluehost आदि।
आप जिस भी शहर से टारगेट ट्रेफिक पाना चाहते हैं आपको उसी शहर के वेब होस्टिंग कंपनी से होस्टिंग खरीदना चाहिए क्योंकि सर्वर जितना नजदीक रहेगा वेबसाइट को एक्सेस करने में भी उतना ही कम टाइम लगेगा।
Web Hosting Kharidane Se Pahle Kuch Khash Baat :
जब हम कोई चीज खरीदते हैं तो उसमें कोई-न-कोई खासियत ढूंढते हैं। अगर हमको अच्छा लगता है तो हम खरीद लेते हैं तो यहाँ भी आपको वेब होस्टिंग की कुछ खासियतों को ध्यान में रखना पड़ता है तभी आप एक अच्छी कंपनी से अपनी होस्टिंग खरीद सकते हैं।
Storage :
कभी भी आप वेब होस्टिंग खरीदने से पहले अपने स्टोरेज को चेक कर लें जैसे आपके कंप्यूटर और मोबाइल में डिस्क स्पेस होता है। इसी प्रकार से वेब होस्टिंग में भी स्टोरेज होता है जो कि आप कितने GB तक फाइल को अपलोड कर सकते हैं। यहाँ पर आपको बहुत सारी योजनाएं ऐसी भी मिलेंगी जिसमें आपको अनलिमिटेड स्टोरेज मिलता है। तब आपकी वेबसाइट पर बहुत सारी विडियोज, फोटो अपलोड होने हैं तो आप अनलिमिटेड वाला प्लेन ले सकते हैं और अगर कम कंटेंट डालना है तो आप अपनी जरुरत के हिसाब से प्लान ले सकते हैं।
Bandwidth :
इसका मतलब यह होता है कि आपकी वेबसाइट को एक सेकेण्ड में कितने लोग एक्सेस कर सकते हैं। अगर आपकी वेबसाइट कि bandwidth कम है और आपका ट्रेफिक अधिक है तो आपकी वेबसाइट डाउन हो जाएगी। इसलिए अगर अधिक ट्रेफिक वाली वेबसाइट बनानी है तो अधिक bandwidth वाला प्लेन चुनें या अनलिमिटेड bandwidth वाला प्लेन चुन सकते हैं।
Uptime :
आपने अक्सर देखा होगा की जो अच्छी कंपनियां होती हैं वो हर समय आपकी वेबसाइट को अप रखने की गांरटी देती हैं लेकिन फिर भी आपको एक बार यह देख लेना चाहिए कि कौन सी कंपनी आपको यह सुविधा उपलब्ध करा रही है क्योंकि बहुत से कारणों ऐसे होते हैं जिनकी वजह से हमारी वेबसाइट डाउन हो जाती है और अगर बार-बार डाउन हो रहें हैं तो आपकी वेबसाइट पर ट्रेफिक कैसे आएगा? इसलिए आप भी यह चाहते होंगे कि आपकी वेबसाइट अधिक-से-अधिक समय तक अप रह सके।
Customer Support :
जब आप किसी भी अच्छी कंपनी से होस्टिंग खरीदते हैं तो आपको पहले ही वेब पेज पर आपको कस्टमर केयर वालों का नंबर दिख जाता है। Godaddy और Hostgator ऐसी दो कंपनियां हैं जो आपको हर तरह से टाइम कस्टमर सपोर्ट करती है।
Hosting Se Jude Kuch Question :
1. क्या आप अपने कंप्यूटर में अपनी वेबसाइट को होस्ट कर सकते हैं?
जी हाँ आप बिलकुल कर सकते हैं लेकिन अगर कभी आपका कंप्यूटर बंद हुआ तो आपकी वेबसाइट भी बंद हो सकती है या अगर किसी वजह से अगर आपके कंप्यूटर में कोई खराबी आ जाती है तो आपका सारा डाटा भी नष्ट हो सकता है।
इसलिए लोग विश्वशनीय वेब होस्टिंग कंपनियों पर ही अपनी वेबसाइट को पोस्ट कर सकते हैं उन पर अपलोड डाटा की जिम्मेदारी उन कंपनियों की होती है और आपकी वेबसाइट को एक दिन इंटरनेट से कनेक्ट रखने की जिम्मेदारी इन्हीं कंपनियों की होती है।