मिर्गी रोग क्या है-Epilepsy In Hindi
मिर्गी रोग एक नाडीमंडल से संबंधित एक रोग है जिसमें किसी भी व्यक्ति के दिमाग की विद्युतीय प्रक्रिया में व्यवधान पड़ने की वजह से शरीर के अंगों में दौरा पड़ने लगता है। जब किसी व्यक्ति को मिर्गी रोग का दौरा पड़ता है तो उस व्यक्ति का पूरा शरीर अकड़ जाता है और उसकी आँखों की पुतलियाँ भी उल्ट जाती है।
व्यक्ति की हाथ, पैर और चेहरे की मांसपेशियों में खिंचाव होने लगता है। इसमें रोगी को अचानक से दौरा पड़ जाता है जिसमें रोगी अपना दिमागी संतुलन खो देता है। यह बीमारी इलाज करवाने से भी ठीक नहीं होती ही क्योंकि जब तक व्यक्ति इस बीमारी की दवाई लेता रहता है तब तक तो वह ठीक रहता है लेकिन जैसे ही वह दवाई लेना बंद कर देता है या भूल जाता है तो उसे फिर से मिर्गी रोग के दौरे पड़ने लगते हैं।
इस रोग से ग्रस्त रहने वाले व्यक्ति को ऐसा लगता है जैसे वह अपंग हो गया हो लेकिन दवाईयों के सेवन से वह इससे बच सकता है।
मिर्गी रोग के प्रकार-Types of Epilepsy In Hindi
1. जनरलाइज्ड एपिलेप्सी : इस तरह की मिर्गी रोग में रोगी के पूरे दिमाग में करंट फैलता है और मरीज बेहोश हो जाता है जो इसके बहुत ही सामान्य लक्षण माने जाते हैं।
2. पार्शियल एपिलेप्सी : इस तरह की मिर्गी रोग में करंट शरीर के एक हिस्से से निकलकर उसी पर खत्म हो जाता है लेकिन यह करंट आँख में या मेमरी में भी हो सकता है।
3. एब्सेंस सीजर : इस मिर्गी रोग के दौरे में मरीज कोई भी हरकत नहीं करता है बस एक जगह पर गुमसुम सा बैठा रहता है। वह अपना हाथ या मुंह तो हिलाने लगता है लेकिन बात नहीं कर पाता है।
4. कॉम्पलेक्स पार्शियल सीजर : इस मिर्गी रोग के दौरे के लक्षण लगभग एब्सेंस सीजर के लक्षण के समान ही होते हैं।
5. नॉन एपिलेप्टिक सीजर : इस तरह की मिर्गी रोग का रोग सिर में किसी तरह की चोट लगने की वजह से होता है। अगर इस चोट का सही तरह से इलाज नहीं कराया जाता है तो यह आगे चलकर मिर्गी रोग में बदल जाता है।
मिर्गी रोग के लक्षण-Epilepsy Symptoms In Hindi
1. धुंधला दिखाई देना : जब किसी व्यक्ति को मिर्गी रोग की समस्या होती है तो उस व्यक्ति को झटके भी लग जाते हैं जिसकी वजह से व्यक्ति की आँखों की नसें भी प्रभावित हो सकती हैं जिससे उस व्यक्ति को धुंधला दिखाई देता है और उसकी आँखों की पलकें भी ऊपर की तरफ खिंचने लगती हैं।
2. दांत भिचना : जब किसी व्यक्ति को मिर्गी रोग की समस्या हो जाती है तो उस व्यक्ति के दांत अपने आप भिच जाते हैं और उन्हें ठीक होने में भी बहुत समय लगता है और जब वह समस्या ठीक हो जाती है तो उस व्यक्ति के मुंह से झाग आने शुरू हो जाते हैं।
3. बेहोश होना : जब किसी व्यक्ति को मिर्गी रोग का दौरा पड़ता है तो उस व्यक्ति के शरीर में अचानक से करंट फैल जाता है जिसकी वजह से व्यक्ति खड़ा होने के बाद अचानक से जमीन पर गिर जाता है और बेहोश हो जाता है।
4. शरीर अकड़ना : इस रोग में व्यक्ति को अचानक से दौरा पड़ता है जिसकी वजह से व्यक्ति का शरीर अकड जाता है और उसका शरीर काम नहीं कर पाता है। व्यक्ति के हाथ या पैर लगातार चलते रहते हैं या कभी-कभी झटके से चलते हैं।
मिर्गी रोग के कारण-Epilepsy Causes In Hindi
1. मानसिक रोगों से : जब भी कोई व्यक्ति बहुत अधिक चिंता, तनाव, डर आदि मानसिक रोगों से ग्रस्त रहता है तो इसका प्रभाव उनके दिमाग पर पड़ता है जिसकी वजह से उस व्यक्ति को मिर्गी रोग के दौरे भी पड़ने शुरू हो सकते हैं।
2. अनिंद्रा से : जब कोई व्यक्ति अपनी नींद को पूरा नहीं करता है तो उस व्यक्ति को हमेशा सिर में दर्द रहने लगता है जिसकी वजह से वह तनाव में रहने लगता है और अधिक सिर में दर्द होने की वजह से उसे अनिंद्रा रोग के साथ-साथ मिर्गी रोग के दौरे भी पड़ने लगते हैं।
3. दवाई न लेने से : जब कोई व्यक्ति इस रोग की दवाईयों का सेवन करता रहता है तो वह व्यक्ति ठीक रहता है लेकिन जब वह इस रोग की दवाईयां लेना बंद कर देता है तो उस व्यक्ति को फिर से मिर्गी रोग के दौरे पड़ने लगते हैं।
4. उम्र बढने से : आपने अक्सर देखा होगा कि जब किसी व्यक्ति की उम्र बढने लगती है तो वह व्यक्ति सुस्त होने लगता है या जब उनके शरीर के होर्मोन परिवर्तन होने लगते हैं तो उसके शरीर में बहुत से बदलाव होते हैं जिसकी वजह से भी रोगी को मिर्गी रोग के दौरे पड़ सकते हैं।
5. शराब के सेवन से : जब कोई व्यक्ति बहुत अधिक शराब का सेवन कर लेता है तो वह शराब उसके लीवर के साथ-साथ उसके दिमाग को भी प्रभावित करती है जिसकी वजह से उसका दिमाग बहुत अधिक प्रभावित होता है जिससे मिर्गी रोग के दौरे भी पड़ने लगते हैं।
6. अल्प रक्तचाप से : जब किसी व्यक्ति के खून का प्रवाह कम हो जाता है तो उस व्यक्ति को अल्प रक्तचाप की समस्या हो जाती है जिसकी वजह से उस व्यक्ति का शरीर अकड़ने लगता है और उस व्यक्ति को मिर्गी रोग के दौरे भी पड़ने लगते हैं।
7. मधुमेह से : जब किसी व्यक्ति को मधुमेह की समस्या हो जाती है तो उस व्यक्ति का शरीर जिस अंग से ब्लड शुगर का प्रयोग करता है उस हिस्से को प्रभावित करता है जिसकी वजह से भी रोगी को मिर्गी रोग के दौरे पड़ सकते हैं। जानिए : मधुमेह का इलाज
8. इंफेक्शन से : अगर कोई महिला गर्भवती है और अगर वो उस बच्चे को जन्म देती है। तब अगर उस बच्चे को जन्म के समय पीलिया हो जाता है या किसी और तरह का संक्रमण उसे घेर लेता है तो संक्रमण की वजह से उसके दिमाग को पूरी तरह ऑक्सीजन नहीं मिलती है।
9. चोट से : अगर किसी व्यक्ति को ऐसे खेल से जो चोट वाला हो या किसी और वजह से सिर पर चोट लग गई हो तो उस व्यक्ति को मिर्गी रोग के दौरे पड़ सकते हैं। कभी-कभी ऐसा होता है कि व्यक्ति को माँ के पेट में चोट लग जाती है जिसकी वजह से भी मिर्गी रोग के दौरे पड़ सकते हैं।
मिर्गी रोग का इलाज-Epilepsy Treatment In Hindi
1. तुलसी के सेवन से मिर्गी रोग का इलाज :
अगर आपको मिर्गी रोग के दौरे पड़ने की समस्या है तो आप तुलसी का सेवन कर सकते हैं क्योंकि तुलसी में बहुत अधिक मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो हमारे दिमाग के फ्री रेडिकल्स को ठीक करने में मदद करते हैं।
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इसके लिए आप तुलसी के कुछ पत्ते चबा सकते हैं इसके अतिरिक्त आप तुलसी के पत्तों को पीसकर इसका रस भी पी सकते हैं इससे भी आपको मिर्गी रोग के दौरे में बहुत अधिक फायदा होगा।
2. सिरका के सेवन से मिर्गी का इलाज :
अगर आपको मिर्गी रोग के दौरे पड़ने लगे हैं तो आप सिरका का सेवन कर सकते हैं इसके लिए आप अकरकरा और सिरका को समान मात्रा में लेकर अच्छी तरह से कूट और घोट लें। अब इसमें इनसे थोड़ी सी अधिक मात्रा में शहद मिलाएं और इसका प्रतिदिन सुबह के समय खाली पेट सेवन करें इससे आपकी मिर्गी रोग के दौरे की समस्या ठीक हो जाएगी।
3. कद्दू के सेवन से मिर्गी रोग का इलाज :
जिन लोगों को मिर्गी रोग की समस्या होती है उनके लिए कद्दू या पेठा इसके लिए बहुत अधिक घरेलु इलाज के रूप में जाना जाता है। पेठे की सब्जी बनाई जाती है जिसके सेवन से आप इससे छुटकारा पा सकते हैं लेकिन इसका रस पीकर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
4. दूध के सेवन से मिर्गी का इलाज :
अगर आपको बार-बार मिर्गी रोग के दौर पड़ते हैं जिसकी वजह से आपको बहुत परेशानी होती है तो आप बकरी के दूध का सेवन कर सकते हैं इसके लिए आप थोडा सा बकरी का दूध लें और उसमें मेहँदी के पत्तों का रस मिलाकर उसका प्रतिदिन सेवन करने से आपकी मिर्गी रोग के दौरे पड़ने की समस्या ठीक हो जाएगी।
5. लहसुन के सेवन से मिर्गी का इलाज :
अगर आप अपनी मिर्गी रोग के दौरे पड़ने की समस्या से परेशान हैं तो आप लहसुन का प्रयोग कर कते हैं क्योंकि इससे आपकी मिर्गी रोग के दौरे पड़ने की समस्या कम हो जाएगी। आप लहसुन को तेल में सेंककर खाएं इससे आपनी मिर्गी रोग की समस्या ठीक हो जाएगी।
मिर्गी रोग से बचाव के उपाय-Prevention of Epilepsy In Hindi
- रोगी को दवाई का सेवन नियमित रूप से और समय के साथ करना चाहिए।
- रोगी को जितना हो सके आराम करना चाहिए और अपनी नींद को पूरा करना चाहिए।
- अगर कोई व्यक्ति मिर्गी रोग से ग्रस्त है तो उसे ड्राइविंग नहीं करनी चाहिए।
- रोगी को स्वीमिंग नहीं करनी चाहिए और बाथ टब की जगह पर बाल्टी और मग के प्रयोग से स्नान करना चाहिए।
- रोगी को बहुत ऊँची जगहों पर नहीं जाना चाहिए और ही ऐसी जगहों पर खड़ा होना चाहिए जहाँ से उसे गिरने का डर हो।
- अगर किसी रोगी को कहीं सडक पर या ऐसी जगहपर जहाँ उसकी पहचान वाला कोई न हो वहां पर दौरा पड़े तो इसके लिए अपने पर्स में या जेब में अपना नाम, घर का नंबर और दवा का नाम लिखकर रखना चाहिए ताकि उसे देखकर उसका जल्द-से-जल्द इलाज किया जा सके।
- रोगी के साथ ऐसे बर्ताव करना चाहिए जैसे उसे कुछ हुआ ही न हो।
- अगर इस रोग से जो ग्रस्त है वो बच्चा है तो उसकी क्लास की टीचर को इसके बारे में जरुर बताना चाहिए।
- अगर की महिला गर्भवती है और उसे मिर्गी रोग के दौरे पड़ते हैं तो उस महिला को कोई भी दवा डॉ से परामर्श करने के बाद ही लेनी चाहिए।
- रोगी को ढीले-ढाले कपड़ों को पहनना चाहिए ताकि ये कपड़े किसी तरह की बाधा उत्पन्न न कर सकें।
मिर्गी रोग में क्या खाएं-Eat In Epilepsy In Hindi
- 1. रोगी को आलू, फलियाँ, नींबू, कद्दू, गाजर, शिमला मिर्च, पालक, प्याज, ब्रोकली, आलू, शलगम, फलियाँ, लहसुन, करौंदा, मसूर, आदि सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
- 2. रोगी को मांस, मछली, अंडा, आदि मांसाहारी भोजन का सेवन करना चाहिए।
- 3. रोगी को दूध, नींबू का रस, शहतूत का रस, दही, सिरका, अंगूर का रस, प्याज का रस, आदि तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
- 4. रोगी को शहतूत, आम, अंजीर, अनार, केला, एवोकाडो, फालसा, संतरा, सेब, नाशपाती, आडू, अनानास, अंगूर, आदि फलों का सेवन करना चाहिए।
- 5. रोगी को बादाम, काजू, अखरोट, मूंगफली, पिस्ता, आदि मेवों का सेवन करना चाहिए।
- 6. रोगी को सेंधा नमक, मिर्च पाउडर, हल्दी, अजवाइन, आदि मसालों का सेवन करना चाहिए।
- 7. इसके अतिरिक्त रोगी को ब्रेड, पास्ता, चावल, टोफू, आदि का सेवन करना चाहिए।
मिर्गी रोग में क्या न खाएं-Do Not Eat In Epilepsy In Hindi
- अगर कोई व्यक्ति मिर्गी रोग के दौरे से ग्रस्त है तो उसे शराब, मूली, मटर, बैंगन, गोभी, उड़द, राजमा, कचालू, गुटका, तंबाकू, चाय, कॉफी, आदि के सेवन से बचना चाहिए।