सेवा में,
मुख्याध्यापक,
राजकीय हाई स्कूल,
नयी दिल्ली।
श्रीमान जी,
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा आठवीं में पढ़ता हूँ। मेरे पिताजी बहुत निर्धन हैं। हम घर में 5 लोग हैं और कम आय में निर्वाह करना कठिन हो रहा है। में अपनी कक्षा का होनहार विद्यार्थी हूँ।
में हमेशा कक्षा में प्रथम आता हूँ। खेलों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेता हूँ। अतः आपसे प्रार्थना है कि आप मेरी पूरी फीस माफ़ कर दें और आगे पढ़ने का मौका देने की कृपा करें। मैं आपका बहुत आभारी रहूँगा।
धन्यवाद !
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
राकेश कुमार,
कक्षा 10+2 (A)
रोल नम्बर 12,
तिथि: 16 मई 2013