दिल किसी भी व्यक्ति का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। हमारी सांसे केवल तभी तक चलती हैं जब तक हमारे ह्रदय की धड़कन चलती रहती हैं। ह्रदय की धडकने की क्रिया से ही हमारे पूरे शरीर में रक्त का संचालन होता है। जब किसी व्यक्ति का दिल जरा सी देर के लिए भी धड़कना बंद हो जाता है तो उस व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
कई बार तो ऐसा होता है कि व्यक्ति का दिल कुछ सेकेंड्स रुककर फिर से धड़कने लगता है लेकिन ऐसी स्थिति में व्यक्ति का दिल तो धड़कता रहता है लेकिन जब दिमाग मर जाता है तो आदमी किसी काम का नहीं रहता है इसलिए ह्रदय की धड़कनों की अनियमितता को समझना बहुत अधिक आवश्यक है।
दिल की धड़कनों का अचानक से बढ़ जाना एक बीमारी के समान होता है इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर इसी व्यक्ति का दिल बहुत अधिक तेज गति से धड़क रहा है तो उस समय आप अपने दिल की धड़कनों को सीने में, गले में और गर्दन में भी आसानी से महसूस कर सकते हैं।
दिल के तेजी से धड़कने के लक्षण-Heart Palpitations Symptoms In Hindi
1. कमजोरी आना : जब किसी व्यक्ति के दिल की धड़कने अचानक से बढ़ जाती हैं या तेज हो जाती हैं तो व्यक्ति के शरीर में अचानक कमजोरी आ जाती है जिसके परिणाम स्वरूप व्यक्ति के माथे पर हल्का-हल्का पसीना भी उभर आता और रोगी के पैर लडखडाने लगते हैं। रोगी को अगले ही पल ऐसा लगता है जैसे वह गिरने वाला है।
2. प्यास लगना : रोगी के दिल की धडकनें तेज होने पर रोगी को बहुत घबराहट होती है उसे बार-बार प्यास लगती है। प्यास लगने की वजह से उसके होठों पर पपड़ी पड़ने लगती है और जीभ भी सूखने लगती है। रोगी को घबराहट और बेचैनी होती है जिसकी वजह से उसे पसीना आने लगता है।
3. भूख न लगना : जब किसी व्यक्ति को दिल की धडकन तेज होने की समस्या हो जाती है तो उस व्यक्ति के शरीर में कमजोरी हो जाती है उसे बार-बार पानी पीने का मन करता है लेकिन खाना खाने का मन नहीं करता। रोगी को भोजन से अरुचि हो जाती है।
4. शरीर ठंडा पड़ना : अगर किसी व्यक्ति की दिल की धड़कनें तेज होने लगती है तो उस व्यक्ति का शरीर भी धीरे-धीरे ठंडा पड़ने लगता है। रोगी के हाथ और पैर बिलकुल ठंडे पड़ जाते हैं और उसे कुछ भी समझ में नहीं आता है।
5. साँस लेने में परेशानी : इसमें रोगी के दिल की धड़कनें इतनी बढ़ जाती हैं कि रोगी को साँस लेने में बहुत अधिक परेशानी होती है उसे पूरा साँस नहीं लिया जाता है लेकिन समय के साथ आराम करने के बाद यह ठीक भी हो जाता है।
दिल के तेजी से धड़कने के कारण-Heart Palpitations Causes In Hindi
1. मानसिक विकारों से : आपने अक्सर देखा होगा कि जब कोई व्यक्ति गंभीर रूप से भावनात्मक एहसास की चपेट में आ जाता है तो उस व्यक्ति के दिल की धड़कने तेज हो जाती हैं। जब कोई व्यक्ति तनाव, डर, चिंता, भय, दुःख आदि से ग्रस्त हो जाता है तो उस व्यक्ति के दिल की धड़कने अचानक से तेज होने लगती हैं।
2. परिश्रम से : आपने अक्सर देखा होगा कि जब कोई व्यक्ति अपने श्रम से अधिक मेहनत या अपनी क्षमता से अधिक काम कर लेता है तो उसके दिल की धड़कनें तेज होने लगती हैं जैसे- नियमित रूप से व्यायाम करना। जब कोई व्यक्ति अधिक व्यायाम और कठिन व्यायाम कर लेता है तब भी उसके दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैं।
3. शराब के सेवन से : जब कोई व्यक्ति नशीले पदार्थ जैसे- शराब, बीयर आदि का सेवन करता है तो ये पदार्थ उसके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं क्योंकि इनके सेवन से उनके दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैं। अगर आप कैफीन, निकोटीन आदि का सेवन करते हैं तो इससे आपको दिल धड़कन की समस्या हो जाती है।
4. बिमारियों से : बहुत से व्यक्ति को ऐसी बहुत सी बीमारियाँ होती हैं जिनकी वजह से व्यक्ति के दिल की धड़कने बढ़ जाती हैं। कई बिमारियों में से कुछ बीमारियाँ इस तरह से हैं जैसे- थायराइड, बीपी, एनीमिया, बुखार, हार्मोन परिवर्तन, मासिक धर्म, गर्भावस्था, आदि की वजह से भी यह समस्या हो सकती है।
5. उम्र बढने से : आपने अक्सर देखा होगा कि जैसे-जैसे बाहर के वातावरण में बदलाव होते रहते हैं उसी तरह हमारे शरीर के अंदर भी बदलाव होते रहते हैं। ये बदलाव व्यक्ति में उम्र बढने के साथ-साथ भी होते हैं ऐसी स्थिति में भी व्यक्ति को दिल की धड़कन तेज होने की समस्या हो सकती है।
6. अधिक खाने से : कभी-कभी आपने देखा होगा कि लोग जरुरत से अधिक खा लेते हैं जिसकी वजह से भी इल की धडकनें तेज हो जाती हैं। जब व्यक्ति कार्बोहाइड्रेट, वसायुक्त और शुगर वाला भोजन कर लेता है तो उसके दिल की धड़कनें अचानक से तेज होने लगती हैं। कुछ लोगों में अधिक खाने के बाद भी यह समस्या हो सकती है। कार्बोहाइड्रेट, वसायुक्त, नाईट्रेट और सोडियम युक्त भोजन और अधिक शुगर वाले आहार का सेवन करने के कारण दिल की धड़कन बढ़ जाती है।
दिल के तेजी से धड़कने का इलाज-Heart Palpitations Treatment In Hindi
1. अनार के सेवन से इलाज :
अगर आपकी दिल की धड़कने अचानक से बढ़ जाती है या तेज हो जाती हैं तो आप अनार का सेवन कर सकते हैं क्योंकि अनार का सेवन करके आप अपने दिल की धड़कनों के बढने को रोक सकते हैं। Anar Ke Fayde Aur Nuksan
आप अनार की कोमल कलियों की चटनी बनाकर सुबह के समय खाली पेट एक चम्मच की मात्रा में लेने से आप एक सप्ताह में ही अपने दिल की धड़कनों को बढने से रोक सकते हैं और सामान्य स्तर से चलने के लिए भी अग्रसर कर सकते हैं।
2. इलायची के सेवन से इलाज :
अगर आपके दिल की धड़कनें बिना किसी वजह या अचानक से बढने की समस्या है तो आप इलायची का सेवन करके अपनी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आप लाल इलायची के कुछ दानें लें और उन्हें पीसकर उनका चूर्ण बना लें। अब इस चूर्ण को शहद में मिलकर सेवन करें इससे आपकी दिल की धड़कनों के तेज होने की समस्या ठीक हो जाएगी। यह भी पढ़ें : इलायची के फायदे और नुकसान
3. टमाटर के सेवन से इलाज :
अगर आप दिल की धड़कनों के अचानक बढने से परेशान हो गए हैं तो आप टमाटर का सेवन कर सकते हैं क्योंकि टमाटर का सेवन करके दिल की धड़कनों को नियंत्रित किया जा सकता है।
आप टमाटर का रस बना लें और उसमें थोडा सा पीपल के पेड़ के ताने की छाल का चूर्ण मिलाकर सेवन करें इससे आपकी दिल की धड़कन के ते होने की समस्या ठीक हो जाएगी। टमाटर के रस का सेवन करने से पहले यह बात ध्यान रखें कि इसकी मात्रा आधे कप से ज्यादा न हो।
4. गाजर के सेवन से इलाज :
गाजर के बारे में तो सभी लोगों ने सुना ही है क्योंकि यह एक ऐसी सब्जी है जिसे कच्चा खाने पर बहुत अधिक लाभ होता है क्योंकि लोगों का ऐसा मानना है कि गाजर खाने से शरीर में खून बढ़ता है। आप गाजर का सेवन करके ह्रदय की समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं क्योंकि गाजर में विटामिन ए की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो ह्रदय के लिए आवश्यक होती है।
5. लहसुन के सेवन से इलाज :
अगर आपको दिल की धडकन अचनक से तेज हो जाने की समस्या या बीमारी है तो आप लहसुन का सेवन कर सकते हैं क्योंकि इसके सेवन से बढ़ी हुई धड़कनों को कम किया जा सकता है इसके लिए आप लहसुन की तीन या चार कलियाँ लें और उनका रस बना लें। अब इस रस को एक गिलास पानी में डालकर पी जाएँ इससे आपकी दिल की धडकनों में बहुत आराम मिलेगा।
6. आंवला के सेवन से इलाज :
अगर आपको ह्रदय की धडकनें तेज होने की कोई बीमारी या समस्या है तो आप आंवला का सेवन कर सकते हैं। आप आंवला का थोडा सा चूर्ण लें और उसमें थोडा सा मिश्री का चूर्ण मिला लें। अब इस मिश्रण का दिन में दो बार सेवन करें। इसके सेवन करने से आपकी धडकनों में बहुत आराम होगा। : आंवले के फायदे और नुकसान
7. पपीता के सेवन से इलाज :
पपीता बहुत सी बिमारियों का इलाज होता है इसे ह्रदय के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। आप पपीता का गूदा लें और उसे मथ लें। अब इस गूदे में लौंग का चूर्ण मिलाकर सेवन करें इससे आपको दिल की धडकन में बहुत फायदा होगा।
दिल के तेजी से धड़कने से बचाव के उपाय-Prevention of Heart Palpitations In Hindi
- अगर रोगी के ह्रदय की धड़कनों की गति बढने लगे तो रोगी को शांत हो जाना चाहिए।
- ह्रदय की गति तेज होने पर अपनी आँखों को बंद कर लेना चाहिए और अपनी सांसों पर ध्यान एकत्रित करना चाहिए।
- रोगी को दिन में जितना हो सके पानी पीना चाहिए।
- अगर अस्पताल में या कमरे में घुटन महसूस होती है तो आप किसी खुले स्थान या शांति वाली जगह पर भी जा सकते हैं।
दिल के तेजी से धड़कने में क्या खाएं-Eat In Heart Palpitations In Hindi
- रोगी को मौसमी, संतरा, अनार, अनानास, शहतूत, फालसे, आंवला, पपीता, अंगूर, सेब, आदि फलों का सेवन करने के लिए देना चाहिए।
- रोगी को गाजर, टमाटर, अदरक, लहसुन, प्याज, चना, मूंग, धनिया, नींबू, आदि सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
- रोगी को लाल मिर्च, मुलेठी, सर्पगंधा, जटामांसी, काली मिर्च, लौंग, जावित्री, तेजपात, आदि मसालों का प्रयोग करना चाहिए।
- रोगी को बादाम, अखरोट, काजू, पिस्ता, खजूर, चिलगोजे, आदि मेवे सेवन के लिए देने चाहिए।
- इसके अतिरिक्त रोगी को दलिया, गेंहूँ की रोटी, सेब का मुरब्बा, आदि का सेवन करने के लिए देना चाहिए।
दिल के तेजी से धड़कने में क्या न खाएं-Do Not Eat In Heart Palpitations In Hindi
- जिन लोगों को दिल की धड़कन तेज होने की समस्या होती है उन्हें कैफीन, तेल, गुड, पान, तंबाकू, खजूर, कॉफी, चाय, आदि चीजों से दूरी बनाए रखनी चाहिए।