रक्तातिसार या आँतों में सूजन-(Ulcerative Colitis In Hindi) :
रक्तातिसार पेट की एक समस्या होती है जिसमें हमारी बड़ी आंत में सुजन आ जाती है इसे ही रक्तातिसार या अल्सरेटिव कोलाइटिस कहा जाता है। वैसे तो इसे एक बहुत ही सामान्य बीमारी माना जाता है लेकिन जब इसे नजरअंदाज किया जाता है और इसका इलाज सही समय पर नहीं किया जाता तो यह बढ़कर विक्राल रूप ले लेती है जो बहुत खतरनाक होती है।
यह बीमारी किसी व्यक्ति को जल्दी होती है तो किसी व्यक्ति को कई साल लग जाते हैं। यह रोग आंत और आमाशय की श्लेष्मा झिल्ली के क्षतिग्रस्त होने की वजह से होता है क्योंकि इस रोग में आंत पर घाव हो जाते हैं और इन घावों में रक्तस्त्राव होता है ये घाव छोटे या बड़े भी हो सकते हैं। लेकिन इनके बीच में कोई सामान्य झिल्ली नहीं होती है। आंत के अंदरूनी घाव से तरल, खून का रिसाव होता है जो मल के साथ बाहर निकलता है।
आंत की सूजन के कारण-(Ulcerative Colitis Causes In Hindi) :
1. बैक्टीरिया से : आज के समय में बहुत से लोगों को बैक्टीरिया से ग्रस्त होने की समस्या होती है। जो लोग को वायरस, परजीवी आदि बैक्टीरिया से ग्रस्त होते हैं हो सकते हैं कि उन्हें रक्तातिसार की समस्या हो सकती है।
2. संक्रमण से : जिन लोगों को संक्रमण की समस्या होती है उन्हें रक्तातिसार की समस्या हो सकती है और जिन लोगों को एब्टामीवा नाम का संक्रमण की समस्या होती है उन लोगों को रक्तातिसार की समस्या होती ही है।
3. वातावरण से : अक्सर देखा जाता है कि जब भी मौसम में परिवर्तन होता है तब बहुत से लोग बिमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं ऐसा ही रक्तातिसार में भी होता है।
4. मानसिक रोगों से : जब लोग बहुत अधिक तनाव, द्वेष, क्रोध, ईर्ष्या करते हैं जिसकी वजह से भी उन्हें रक्तातिसार की समस्या हो सकती है।
5. दवाईयों से : जब लोग कई बार हानिकारक दवाईयां ले लेते हैं जिसकी वजह से उन्हें बहुत सी परेशानियाँ हो जाती हैं जिनमें से एक रक्तातिसार की समस्या भी है।
6. असमय भोजन : आ के समय में लोग समय पर भोजन नहीं करते हैं और असमय भोजन करते हैं जिसकी वजह से उन्हें अपच की समस्या हो जाती है जिसकी वजह से उनका मल कड़ा हो जाता है इससे भी उनमें रक्तातिसार की समस्या हो सकती है।
आंतों में सूजन के लक्षण-(Ulcerative Colitis Symptoms In Hindi) :
1. बुखार आना : अगर आपको रक्तातिसार की समस्या है तो आपको अचानक से बहुत अधिक तेजी से गर्मी लगने लगती है और फिर बुखार भी आने लगता है।
2. दस्त होना : जब भी किसी व्यक्ति को दस्त होते हैं या बार-बार मलत्याग के लिए जाना पड़ता है और मल पतला आता है। रोगी को दस्त आने के साथ-साथ खुनी दस्त भी आ सकते हैं।
3. पानी की कमी होना : जब कोई व्यक्ति बार-बार मलत्याग के लिए जाता है तो उसके शरीर का अधिकांश पानी मलत्याग के द्वारा बाहर निकल जाता है और उसके शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिससे उसे चक्कर आने लगते हैं और गला सूखने लगता है।
4. वजन कम होना : जब किसी व्यक्ति को रक्तातिसार की समस्या होती है तो उसे बार-बार मलत्याग के लिए जाना पड़ता है जिसकी वजह से उसके शरीर से पानी की मात्रा बहुत कम हो जाती है और बार-बार मलत्याग करने की वजह से उसका वजन भी बहुत कम हो जाता है।
5. पेट दर्द : जब किसी व्यक्ति को पेट में बाईं ओर दर्द होता है या ऐंठन होती है तो उस व्यक्ति को रत्तातिसर की समस्या हो सकती है क्योंकि ये रक्तातिसार समस्या के प्रमुख लक्षण होते हैं।
6. अनिंद्रा : जब किसी व्यक्ति को नींद न आने की समस्या हो जाये उसे थकावट हो पर नींद न आये तो उस व्यक्ति को रक्तातिसार की समस्या हो सकती है। नींद न आने की वजह से और न सोने की वजह से उसकी आँखों के निचे काले घेरे पड़ जाते हैं।
7. एनीमिया : जब किसी व्यक्ति के अंदर खून की कमी होती है तो उसकी त्वचा का रंग बदल जाता है। उसकी त्वचा का रबग पीला पड़ने लगता है जिससे उसे बहुत कमजोरी होती है अगर आप इस समस्या से गुजर रहे हैं तो हो सकता है कि आपको रक्तातिसार की समस्या हो।
8. गैस होना : जब किसी व्यक्ति को भोजन करने के बाद भोजन न पचता हो या गैस की समस्या होती है तो हो सकता है कि उस व्यक्ति को गैस की समस्या के साथ-साथ रक्तातिसार की समस्या भी हो।
9. कब्ज होना : जब किसी व्यक्ति के पेट में खाना पचता नहीं है या खाना आधा पचा रह जाता है तो उस व्यक्ति को कब्ज हो जाती है जिसकी वजह से उसे बहुत परेशानी होती है अगर आपको यह समस्या तो आपको रक्तातिसार की समस्या हो सकती है।
आंत की सूजन का इलाज-(Ulcerative Colitis Treatment In Hindi) :
1. रेशेदार भोजन का सेवन :
जिस व्यक्ति को रक्तातिसार की समस्या होती है उसे जितना हो सके बाहर के खाने की जगह पर ऐसा खाना देना चाहिए जिसमें रेशे अधिक हों।
2. तरल पदार्थों का सेवन :
ऐसा मल के कड़ा होने की वजह से होता है इसलिए जितना हो सके तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिससे रोगी को ठीक किया जा सके।
रक्तातिसार के बचाव के उपाय-(Prevention of Ulcerative Colitis In Hindi) :
- जिस व्यक्ति को रक्तातिसार होने की संभावना होती है उनके आस-पास साफ-सफाई रखनी चाहिए और हर एक चीज स्वच्छ रखनी चाहिए।
- अगर व्यक्ति को किसी भी तरह की समस्या हो तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
- रोगी को दिन में कई बार पानी पिलाना चाहिए।
- रोगी को बाहर का खाना नहीं खाने देना चाहिए उसे सिर्फ घर का बना खाना ही खिलाना चाहिए।
रक्तातिसार में क्या खाएं-(What To Eat In Ulcerative Colitis In Hindi) :
- जिन लोगों को रक्तातिसार की समस्या होती है उन्हें फल, सब्जियां, फल, फलों का रस, ब्रेड, दलिया, डेरी उत्पाद, मांस, मछली, पोल्ट्री उत्पाद, तेल, आदि का सेवन करना चाहिए।
रक्तातिसार में क्या न खाएं-(Do Not Eat In Ulcerative Colitis In Hindi) :
- जिस व्यक्ति को रक्तातिसार की समस्या होती है उन्हें फलियाँ, चाय, कॉफी, ब्रोकली, दाने, मक्का, मशरूम, वसायुक्त मांस, मसाले, क्रीम युक्त आहार, चॉकलेट, शराब, मेवे, सोडा, प्याज, आदि का सेवन करना चाहिए।