आज के समय में भारत में लिंगानुपात गिरना एक चिंता का विषय बन चूका है। सभी को पता है कि आज महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और एनी सभी जरूरतों के लिए सरकार के द्वारा योजनाएं चलाई जा रही हैं।
हमारे केंद्र के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा 4 दिसंबर, 2014 को बेटियों की शिक्षा और छोटी बचत योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूप से जमा की जाने वाली योजना “सुकन्या समृद्धि योजना” की शुरुआत की।
यह योजना सिर्फ बेटियों के लिए चलाई गई थी जिसमें सरकार ने बहुत बड़ा परिवर्तन किया है। अब इस योजना में जमा होने वाली राशी को एक हजार रूपए से दो सौ पचास रूपए कर दिया गया है।
इसमें बच्ची के माता-पिता या संरक्षक बेटी के नाम से खाता खुलवा सकते हैं। इस योजने के ऐसे बहुत से नियम हैं जिससे आपको सुकन्या योजना को समझने में आसानी होगी। आज हम आपको बताएंगे कि सुकन्या योजना से आपको क्या-क्या और कैसे लाभ हो सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है-(Sukanya Scheme In Hindi) :
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा शुरू की गई सुकन्या योजना एक छोटी सी निवेश योजना है जिसका मुख्य उद्देश्य बेटी के भविष्य के लिए उसके माता-पिता के द्वारा की गई बचत या निवेश है जो अपनी बेटी के उज्ज्वल भविष्य, उसकी शिक्षा और उसके सपनों को पूरा करने के लिए एक छोटी राशि ला लंबे समय तक भुगतान करना पड़ता है।
सुकन्या योजना को 21 जनवरी, 2015 में शुरू किया गया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों की पढाई और शादी के खर्च के लिए दी जाने वाली सहायता है। यह बेटियों के लिए चलाई गई एक पहल है।
इस योजना में व्यक्ति को हर महीने दो सौ पचास रूपए का भुगतान करना पड़ता है जिसमें उसे 8.5% का ब्याज मिलता है। यह योजना उन परिवार वालों के लिए चलाई गई है जो अपनी बेटी की शिक्षा और शादी के लिए पैसे बचाना चाहते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना के फॉर्म-(Sukanya Scheme Form Details In Hindi) :
आप सुकन्या योजना का फॉर्म किसी पोस्ट ऑफिस या शाखा प्रबंधक से प्राप्त कर सकते हैं। इस फॉर्म में आपको कुछ बातों के जवाब लिखने होते हैं जैसे – कन्या का नाम, माता-पिता का नाम, कन्या की आयु आदि बहुत सी बातें होती हैं।
खाता खुलवाने के नियम : अगर आप अपनी बेटी के जीवन को उज्ज्वल करने के लिए सुकन्या योजना के भागीदार बनना चाहते हैं तो आपको इन नियमों के अंतर्गत अपनी बेटी के नाम पर खाता खुलवाना होगा।
- सबसे पहले आप अपने किसी नजदीकी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में जाएँ और वहां के प्रबंधक से इस योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करें। जो उस शाखा का प्रबंधक होगा वह सुकन्या योजना के बारे में आपको हर बात बतायेगा।
- अगर आप लोगों पर विश्वास नहीं करते हैं या आपको लगता है कि आपके पैसे बीच में फंस जाएँगे तो आप इंटरनेट के माध्यम से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के वेबसाइट पर जाकर वहां से सुकन्या योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- अपनी बेटी के नाम पर खाता खुलवाने के लिए आपके पास अपनी बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का फोटो, माता-पिता का पहचान पत्र, पैन कार्ड, पासपोर्ट, राशन कार्ड, आवास का प्रमाण पत्र और माता पिता की तस्वीर का होना जरुरी होता है।
- अब आप अपने सुकन्या योजना के लिए भरे गए फॉर्म और आवश्यक दस्तावेजों को इकठ्ठा करके जमा कर दें। फिर फोटो के साथ एक हजार रूपए जमा करें। आप खाता खुल जाए तो आप चेक या ऑनलाइन भी पैसे भर सकते हैं।
- अगर आपकी बेटी दस साल से छोटी उम्र की है तो आप उसके नाम से खाता खुलवा सकते हैं लेकिन अगर उसकी उम्र दस साल से ऊपर है तो आप उसके नाम पर खाता नहीं खुलवा सकते हैं।
- इस योजने के अंतर्गत एक परिवार से आप सिर्फ दो बेटियों का ही खाता खुलवा सकते हैं इससे अधिक का नहीं।
- आप अपनी बेटी का तभी खाता खुलवा सकते हैं अगर आप भारतीय हैं क्योंकि इस योजना का फायदा भारतियों के लिए ही है।
खोले गए खाते की संख्या-(Number Of Account In Sukanya Scheme In Hindi) :
अगर आप अपनी बेटी का सुकन्या योजना के अंतर्गत खाता खुलवाना चाहते हैं तो आप बेटी के जन्म से लेकर दस वर्ष तक की आयु तक उसका खाता खुलवा सकते हैं। बेटी के नाम से जमाकर्ता सिर्फ एक ही खाता खुलवा सकता है।
अगर माता-पिता संरक्षण अपनी बेटी के नाम पर खाता खुलवाना चाहते हैं तो वे अपनी बेटी के नाम पर एक अलग-अलग खाता खुलवा सकते हैं। अगर आपको दो बेटियां अथार्त जुड़वां बेटियां हैं तो आप उनके जन्म के प्रमाण पत्र को दिखाकर तीसरा खाता भी खुलवा सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए जमा होने वाली राशि :
सुकन्या योजना में आप शुरुआत में सिर्फ एक हजार रूपए तक की ही राशि जमा कर सकते हैं। पहले इस खाते है हर महीने एक हजार रूपए की राशि जमा करनी होती थी जो अब घटकर दो सौ पचास रूपए कर दी गई है।
अब इस खाते है एक वर्ष में जमा की गई न्यूनतम राशि दो सौ पचास रूपए और अधिकतम राशि एक लाख पचास हजार रूपए होती है। यह पैसा खाता खुलने के चौदह साल तक ही जमा करवाना होगा।
खाता संचालन : जब तक बच्ची दस साल की नहीं हो जाती तब तक उसके खाते को उसके माता-पिता को संचालित किया जाएगा और जब बेटी दस साल की हो जाएगी तो वह खुद खाते को संचालित कर सकेगी। इस योजना के अंतर्गत आप किसी भी पोस्ट ऑफिस ब्रांच या सरकारी बैंक में खाता खुला सकते हैं।
जमा की गई राशी को निकालने की शर्तें :
इस योजना में बालिका के अठारह साल के होने तक जमा की गई राशि में से वह केवल 50% ही निकाल सकती है। अगर किसी वजह से बच्ची की मौत हो जाती है तो संरक्षण के द्वारा खाते को बंद कर दिया जाएगा और पूरी राशि को ब्याज के साथ निकाल लिया जाएगा।
खाता मच्योर होने की तारीख :
जब आप बेटी के नाम से खाता खुलवाते हैं तो उस तारीख से लेकर 21 साल पूरा होने पर आपका खाता मच्योर हो जाएगा। जब लडकी की शादी अठारह साल के बाद या इक्कीस साल से पहले हो जाती है तो शादी की तारीख के बाद उसका खाता बंद कर दिया जाएगा। जब खाता बंद हो जाएगा तो उसके बाद जमा राशि को ब्याज समेत निकाला जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के फायदे-(Sukanya Scheme Benefits In Hindi) :
1. आयकर में छूट : जो खाते इस योजना के तहत खोले जाएँगे उन खातों को कर से छूट दी जाएगी। इस योजना में जो खाते खुलेंगे उन्हें आयकर कानून की धारा के तहत कर में भी छूट दी जाएगी।
2. अनियमित भुगतान पर जुरमाना : जब ऐसा होता है कि किसी वजह से अनियमित भुगतान होता है तो उस पर हर साल कम-से-कम 50 रूपए का जुर्माना तय की गई राशि के साथ देना पड़ता है। जब बच्ची अठारह साल की हो जाएगी तो उसके खाते में जमा राशि का उसे 50% प्राप्त हो जाएगा जो उसकी शिक्षा और बाद में उसकी पूरी राशि उसकी शादी के लिए इस्तेमाल होगी।
3. पीपीएफ से ज्यादा ब्याज : पहले इस योजना में निवेश राशी पर टैक्स छूट दी जाती थी लेकिन अब इस बजट में इसके ब्याज पर परिपक्वता पर मिलने वाली धन राशि पर भी टैक्स की छूट दी जाएगी। इसमें यह योजना पीपीएफ के समान हो गई है जिसमें तीन स्तरों पर टैक्स से छूट मिलती है लेकिन ब्याज में यह योजना पीपीएफ से अधिक अच्छी है क्योंकि पीपीएफ में 8% ब्याज मिलती है जबकि सुकन्या योजना में 8.5% ब्याज मिल रही है।
4. ब्याज दर घटाई : सुकन्या योजना के अंतर्गत खोले गए खाते की कुल अवधि इक्कीस साल होती है और इस खाते पर 8.40% की ब्याज होती है। कुछ समय पहले ही केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं से 0.1% ब्याज की कटौती की जिसके बाद इन खातों से मिलने वाला ब्याज कम हो गया। बहुत से लोग यह मानते हैं कि इस योजना से जो ब्याज मिलता है वह परिवर्तनीय है। इसमें धारा सी के अंतर्गत टैक्स से छूट दी जाएगी।
5. सरकारी गारंटी : इस योजना में अगर आपको लगता है कि आपके पैसे डूब जाएँगे तो ऐसा नहीं है क्योंकि इसमें आपको सरकारी गारंटी दी जाती है कि आपके पैसे सुरक्षित रहेंगे।
खाते को स्थानांतरित करने की सुविधा : कभी-कभी ऐसा होता है कि कई कारणों की वजह से लोगों को अपने देश को छोड़कर जाना पड़ता है ऐसे में वे अपने सुकन्या योजना के अंतर्गत खोले गए खाते को किसी भी देश से किसी भी देश में स्थानांतरित करा सकते है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए बैक सूची :
सुकन्या योजना खाते में दी जाने वाली सुविधा पोस्ट ऑफिस से लेने के अलावा 28 बैंक हैं जिन्हें सरकार ने खाता खोलने की अनुमति दी है।
- इलहाबाद बैंक
- एक्सिस बैंक लिमिटेड
- आंध्रा बैंक
- बैंक ऑफ बडोदा
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र
- बैंक ऑफ इंडिया
- केनेरा बैंक
- कारपोरेशन बैंक
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
- देना बैंक लिमिटेड
- आई डी बी आई बैंक लिमिटेड
- आई सी आई सी आई बैंक लिमिटेड
- इंडियन बैंक
- ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स
- इंडियन ओवरसीज बैंक
- पंजाब और सिंध बैंक
- स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर और जयपुर
- पंजाब नेशनल बैंक
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
- स्टेट बैंक ऑफ मैसूर
- स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद
- स्टेट बैंक ऑफ पटियाला
- सिंडिकेट बैंक
- स्टेट बैंक ऑफ त्रवंकोरे
- यूको बैंक
- यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
- विजया बैंक