मुंह के छाले-(Mouth Ulcer In Hindi) :
जब किसी व्यक्ति के मुंह और जीभ पर छोटे-छोटे घाव या छाले हो जाते हैं तो उसे मुंह आना या छाले हो जाना कहते हैं। किसी भी व्यक्ति को छाले प्रायः गालों के अंदर और जीभ पर होते हैं। कुछ लोगों के मुंह में छाले होते हैं लेकिन कुछ दिनों के बाद वे ठीक भी हो जाते हैं लेकिन बहुत से लोगों के मुंह में छाले होते ही रहते हैं।
जब किसी व्यक्ति को छाले होते हैं तो उसे खाना खाने, पानी पीने यहाँ तक कि बोलने में भी बहुत कठिनाई होती है। ऐसा अक्सर गर्मी के मौसम में अधिक होता है। जब इनका समय रहते इलाज नहीं किया जाता है तो इनकी परेशानी और अधिक बढ़ जाती है। मुंह के छालों को ठीक करने के लिए बहुत से लोग कई तरह की दवाईयां लेते हैं लेकिन इससे अधिक फायदा नहीं होता है।
मुंह के छाले के प्रकार-(Types of Mouth Ulcer In Hindi) :
1. छोटे-छोटे छाले : जब किसी व्यक्ति को छोटे-छोटे छाले होते हैं तब उसके गलों में दाने होते हैं फिर वो धीरे-धीरे पकने लगते हैं और कुछ दिनों के बाद ठीक हो जाते हैं। इन छालों के निशान नहीं रहते हैं।
2. बड़े छाले : ये छाले छोटे छालों से थोड़े बड़े होते हैं और गहरे भी होते हैं। इन छालों को ठीक होने में बहुत दिनों कभी कभी हफ़्तों का भी समय लग जाता है। जब ये छाले ठीक हो जाते हैं तब ये निशान छोड़ देते हैं।
3. हेरपेटिफोर्म छाले : जब किसी व्यक्ति को छोटे-छोटे छालों का समूह एक साथ होता है तब उन छालों के समूह को हेरपेटिफोर्म छाले कहा जाता हैं। ये एक साथ सौ छाले भी हो जाते हैं और ठीक होने के बाद ये निशान भी नहीं छोड़ते हैं।
मुंह के छाले का कारण-(Mouth Ulcer Causes In Hindi) :
1. आंतरिक गड़बड़ी से : जब किसी व्यक्ति के शरीर के अंदर किसी तरह की गड़बड़ी होती है तो भी व्यक्ति के मुंह में छाले हो जाते हैं।
2. कब्ज से : जब किसी व्यक्ति के पाकाशय में गडबडी हो जाती है तो इसकी वजह से भोजन ठीक से नहीं पच पाता है तो उसे कब्ज की समस्या हो जाती है जिससे भी मुंह में छाले हो जाते हैं।
3. बुखार होने पर : बहुत बार देखा जाता है कि व्यक्ति को जब मुंह में छाले हो जाते हैं तो उसे हल्का-हल्का बुखार रहता है और कभी-कभी उनका बुखार बहुत तेज हो जाता है। मुंह में छाले होने पर बच्चों को बहुत जल्द बुखार आता है।
4. दांत गंदे होने से : अगर देखा जाता है बच्चे बहुत सी खराब चीजों को खाकर अपने दांतों को गंदा कर लेते हैं जिसकी वजह से उनके मुंह में केमिकल आ जाते हैं और केमिकलों की वजह से उनके मुंह में छाले हो जाते हैं।
5. पारे के सेवन से : जब कोई व्यक्ति परे का सेवन करता है तो उस व्यक्ति को भी मुंह में छाले हो जाते हैं।
6. चीनी के सेवन से : जब कोई व्यक्ति चीनी का सेवन बहुत अधिक मात्रा में करता है या चीनी को अधिक समय तक मुंह में रखते हैं तो उनके मुंह में घाव हो जाते हैं जिसकी वजह से वे बड़े होकर छाले बन जाते हैं।
7. विटामिन बी की कमी से : जब किसी व्यक्ति के अंदर विटामिन बी की कमी हो जाती है तब भी उस मुंह में छालों की समस्या हो जाती है।
8. खान-पान से : अक्सर लोग सख्त और रुखा भोजन खा लेते हैं जिसकी वजह से उनके मुंह में घाव हो जाते हैं और कुछ दिनों के बाद छाले बन जाते हैं।
9. खूनी खराबी से : जब किसी व्यक्ति के खून में केमिकल आ जाते हैं या उसके खून में किसी भी तरह की खराबी आ जाती है तब भी उसके मुंह में छाले हो जाते हैं।
10. मासिक स्त्राव में : अक्सर ऐसा देखा जाता है कि कई बार स्त्रियों में मासिक स्त्राव के समय मुंह में छाले हो जाते हैं।
11. ज्यादा गर्म खाने से : बहुत से लोग गर्म-गर्म खाना पसंद करते हैं जिसकी वजह से वे ज्यादा गर्म खाने को ठंडा किए बिना ही खा लेते हैं जिसकी वजह से उन्हें मुंह में छालों की समस्या हो जाती है।
12. गाल कट जाना : कई बार ऐसा होता है कि खाना खाते समय गाल कट जाता है और उस जगह पर घाव हो जाता है जो बाद में छाले में बदल जाता है।
मुंह के छालों के लक्षण-(Mouth Ulcer Symptoms In Hindi) :
1. झिल्ली का फूलना : जब किसी व्यक्ति के मुंह में घाव होने वाले होते हैं या छाले होने वाले होते हैं तो उनके मुंह में झिल्ली फूल जाती है जिससे कभी-कभी खून भी निकलता है।
2. छालों का पकना : जब किसी व्यक्ति के मुंह में छाले हो जाते हैं तो वे पककर सफेद पड़ जाते है और अगर उनमें दांत या किसी भी तरह से चोट लगती है तो उनके छाले फूट जाते हैं जिससे व्यक्ति को बहुत अधिक दर्द होता है और मुंह में हर समय पानी आता रहता है।
3. जीभ पर दाने निकलना : जिस व्यक्ति को छाले होने वाले होते हैं उस व्यक्ति की जीभ पर लाल रंग के दाने निकल आते हैं और उनमें हल्का-हल्का दर्द भी रहता है।
4. मुंह में पानी : जिस व्यक्ति को मुंह में छालों की समस्या होती है उनके मुंह में नमक सा घुलता रहता है जिसकी वजह से उनके मुंह में पानी आता रहता है।
5. मुंह से बदबू : जब दांत गंदे हो जाते हैं तो व्यक्ति के मुंह से बदबू आने लगती है जिसकी वजह से उनके मुंह में बहुत अधिक गंदगी आ जाती है जिसकी वजह से भी उनके मुंह में छाले हो जाते हैं।
6. छालों से खून निकलना : कभी-कभी व्यक्ति के छालों से खून निकलने लगता है क्योंकि जब छाले पाक जाते हैं तो खाना खाते समय या किसी भी तरह से उनके छाले फूट जाते हैं जिसकी वजह से उनके छालों से खून निकलने लगता है।
7. बुखार आना : अक्सर देखा जाता है कि जब किसी बच्चे को मुंह के छाले होते हैं तो उसे हल्का-हल्का बुखार रहता है और कभी-कभी यह बुखार बढ़ भी जाता है।
मुंह के छालों का इलाज-(Mouth Ulcer Treatment In Hindi) :
जब भी मुहं में छाले हो तो इसका सबसे बेस्ट इलाज है गौ मूत्र जब भी छालें हो तो गौ मूत्र से कुल्ला करें कुछ दिन बाद ही छालें एक दम से खत्म हो जाते हैं।
1. लहसुन के सेवन से मुंह के छालों का इलाज :
अक्सर देखा जाता है कि बहुत से लोगों को छालों की समस्या होती है जो अक्सर बच्चों में अधिक देखी जाती है। जब किसी व्यक्ति या बच्चे के मुंह में छाले हो जाते हैं उसे खाना खाने में बहुत परेशानी होती है अगर आपको भी यह समस्या है तो आप लहसुन का सेवन कर सकते हैं।
आप दो या तीन लहसुन की कलियों को लेकर उनका पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को उसी जगह पर लगाएं जिस जगह आपको छाले हों। थोड़ी देर के बाद आप ठंडे पानी से कुल्ला करें। ऐसा करने से आपके छालों की समस्या ठीक हो जाएगी।
2. बर्फ की मालिस से मुंह के छालों का इलाज :
जब किसी व्यक्ति को छालों की समस्या होती है तब उसे बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। छालों से छुटकारा पाने के लिए आप बर्फ का प्रयोग कर सकते हैं। आप अपने छालों पर कोई भी ठंडी चीज जैसे बर्फ से मालिश करें।
आप ऐसा दिन में तीन या चार बार कर सकते हैं इससे आपको छालों में बहुत फायदा होगा क्योंकि बर्फ की मालिश से छाले सुन्न पड़ जाते हैं।
3. पानी और नमक के सेवन से मुंह के छालों का इलाज :
अगर आपको छालों की समस्या है तो आप एक गिलास पानी लें और उसे गर्म कर लें। जब पानी ठंडा हो जाए या गुनगुना रह जाए तब उसमें नमक मिला लें। अब इस पानी को पीकर मुंह में पानी को चारों तरफ हिलाएं। आप इसे दिन में तीन या चार बार कर सकते हैं क्योंकि ऐसा करने से छालों में बहुत अधिक फायदा होता है।
4. मुलहठी के सेवन से मुंह के छालों का इलाज :
अगर आप मुंह के छालों की समस्या से बहुत अधिक परेशान हो गए है तो आप मुलहठी का सेवन कर सकते हैं। आप मुलहठी के चूर्ण का सेवन कर सकते हैं। छालों से मुक्ति पाने के लिए आप मुलहठी का चूर्ण लें और उसे शहद के साथ लेप बना लें।
अब इस लेप को अपने मुंह के छालों पर लगाएं और लार को मुंह से बाहर ही टपकने दें इससे आपको बहुत अधिक फायदा होगा। ऐसा करने से आपके मुंह के छाले ठीक हो जाएँगे।
5. दही के सेवन से मुंह के छालों का इलाज :
जिन लोगों को मुंह में छाले हो गए हैं तो उन्हें दही का सेवन करना चाहिए। आप ताजा दही लेकर उसे अपने भोजन के साथ प्रयोग कर सकते हैं क्योंकि इससे खाना भी नर्म होगा और चिकनाई आएगी। छाले पेट से जुडी समस्या होती है जिसके लिए अगर आप दही का सेवन करते हैं तो आपके पेट की समस्या भी कम हो जाती है।
6. लौंग के सेवन से मुंह के छालों का इलाज :
मुंह में छालों की समस्या होने पर लौंग का सेवन करना चाहिए। आप दो या तीन लौंग लेकर उन्हें मुंह में डाल लें। अब इन्हें धीरे-धीरे चबाएं और चबाने के बाद इसे अपने छालों वाली जगहों पर रख लें इससे आपको चालों में बहुत फायदा होगा और छाले गायब हो जाएंगे।
7. तुलसी के पत्तों के सेवन से छालों के छाले का इलाज :
मुंह में छाले होने पर तुलसी के पत्ते बहुत अधिक फायदेमंद होते हैं। तुसली के पत्तों से छालों में बहुत राहत मिलती है। आप तुलसी के तीन या चार पत्ते ले लें और उन्हें पीसकर उनका रस निकालें। अब उस रस को आप अपने छालों पर लगायें। ऐसा करने से आपकी छालों की समस्या ठीक हो जाएगी।
8. हल्दी के प्रयोग से मुह के छालों का इलाज :
घरेलू उपचार में हल्दी को बहुत ही अच्छा और रोगों को नष्ट करने की क्षमता पाई जाती है। आप हल्दी को बहुत सी बिमारियों के साथ-साथ मुंह के छालों के लिए भी प्रयोग कर सकते हैं। आप हल्दी को एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर उससे कुल्ला करें इससे आपको बहुत फायदा होगा।
मुंह के छालों से बचाव के उपाय-(How To Save From Mouth Ulcer In Hindi) :
- रोगी को ऐसा खाने नहीं देना चाहिए जिससे उनके मुंह को नुकसान पहुंचे।
- च्युंगम खाने नहीं देनी चाहिए क्योंकि इससे मुंह के छाले होने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है।
- रोगी को हमेशा नर्म बालों वाले ब्रश से दांतों को साफ कराना चाहिए क्योंकि इससे दांतों के अंदर का खाना दांतों से बाहर निकल जाता है और छालों को भी नुकसान नहीं पहुंचता है।
- रोगी को अपने मुंह का ध्यान रखना चाहिए और यह देखना चाहिए कि मुंह को कोई चोट या खरोच न लगे।
- रोगी को खाना खाते समय बातें नहीं करने देना चाहिए क्योंकि कभी-कभी गलती से गाल या जीभ कट जाते हैं।
- रोगी को हल्का गर्म खाना खाने के लिए देना चाहिए।
मुंह के छालों में क्या खाएं-(What To Eat In Mouth Ulcer In Hindi) :
- जब किसी भी व्यक्ति को मुंह के छालों की समस्या हो तो उसे लहसुन, टी ट्री ऑइल, बर्फ, दूध, घी, अमरुद के पत्ते, गुड, लस्सी, चमेली के पत्ते, मशरूम का चूर्ण, पानी, क्रीम युक्त सूप, चीज, दही, आइसक्रीम, दाल-चावल, मी या मछली का पेस्ट, सॉस, ग्रेवी, पकी हुई सब्जियां, लौंग, धनिया के पत्ते, ठंडी चीजें, नींबू का रस, पान के पत्तों का रस, मज्जा, कत्था, हरड, हर धनिया, खाने का सोडा, तुलसी के पत्ते, नीम की छाल, इलायची, नारियल, मुलहठी, अडूसा के पत्ते, नीला थोथा, पानी और नमक, हल्दी, शहद, फिटकरी, एलोवेरा का सेवन करना चाहिए।
मुंह के छालों में क्या न खाएं-(Do Not Eat In Mouth Ulcer In Hindi) :
- जिन लोगों को छालों की समस्या होती है उन्हें तीखा, मसालेदार, नमकीन, खट्टा, टमाटर, टोस्ट, फास्टफूड आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।