प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन-(Prostatitis In Hindi) :
प्रोस्टेट एक ग्रंथि का नाम होता है जो सिर्फ पुरुषों में ही पाई जाती है जिसे पौरुष ग्रंथि भी कहा जाता है। यह बहुत ही दर्द देने वाली और असुविधाजनक स्थिति होती है। प्रोस्टेट ग्रंथि छोटी सी ग्लैंड होती हैं जो पेनिस और मूत्राशय के बिच में होती है जिसका काम फ्लूइड बनाना होता है जो वीर्य का निर्माण करता है।
जब किसी व्यक्ति की प्रोस्टेट ग्रंथि में संक्रमण या सूजन हो जाती है तो उसे परोस्टेटाइटिस कहा जाता है। जब यह सूजन किसी बैक्टीरिया की वजह से होती है तो इसे बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस कहा जाता है।
प्रोस्टेट की सूजन के प्रकार-(Prostatitis Types In Hindi) :
1. एक्यूट प्रोस्टेटाइटिस : यह रोग प्रोस्टेएस, क्लेबसिएला और ई.कोली नाम के बैक्टीरिया से फैलता है। यह बीमारी बहुत ही कम समय में अपना असर दिखाना शुरू कर देती है।
2. क्रॉनिक प्रोस्टेटाइटिस : यह एक बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस रोग होता हो जो तीन महीने या उससे भी ज्यादा समय तक रह सकता है।
प्रोस्टेट की सूजन के कारण-(Prostatitis Causes In Hindi) :
1. चोट लगने से : जब किसी व्यक्ति को चोट लगने या और किसी वजह से मूलाधार अथार्त गुदा और अंडाकोश के बीच वाल हिस्से में चोट लग जाती है तो उसे अपनी प्रोस्टेट ग्रंथि में बहुत अधिक दर्द होता है और कभी-कभी सूजन आने की समस्या भी हो जाती है।
2. पथरी से : जब किसी व्यक्ति को मूत्राशय में या किडनी में पथरी होती अहि तो उसकी प्रोस्टेट ग्रंथि में धीरे-धीरे सूजन बढने लगती है और हलक-हल्का दर्द भी रहता है और जब व्यक्ति उस जगह को दबाता है तो बहुत तेज दर्द का अनुभव होता है।
3. संक्रमण से : जब किसी व्यक्ति को यौन संबंध बनाते समय कंडोम का प्रयोग न करने से या किसी और वजह से उसे मूत्र मार्ग में संक्रमण हो जाता है तब भी उसे प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन की समस्या हो जाती है।
4. ग्रंथि के बढने से : जब किसी पुरुष की पौरुष ग्रंथि बढती है तो ये उसकी उम्र के साथ-साथ उसके शरीर में होने वाले होर्मोन परिवर्तन के स्तर से जुड़ा होता है जिसकी वजह से भी उसकी पौरुष ग्रंथि में सूजन आ जाती है।
प्रोस्टेट की सूजन के लक्षण-(Prostatitis Symptoms In Hindi) :
1. बुखार आना : रोगी को बहुत अधिक ठंड लगने लगती है। रोगी को इतनी ठंड लगती है कि उसे ठंड से बुखार आ जाता है।
2. मूत्र में खून आना : इस रोग में रोगी को बार-बार मूत्र आता है और मूत्र से दुर्गंध भी आती है। रोगी को मूत्र की मात्रा भी कम होती है। रोगी ब्लैडर को खाली करने में बहुत परेशानी होती है और पेशाब करने में भी समस्या होती है। जब किसी व्यक्ति के शरीर में यह रोग पुराना हो जाता है तो रोगी में मूत्र में सूत के रेशे के सदृष पदार्थ आने लगते हैं।
3. तेज दर्द होना : जब किसी व्यक्ति को यह रोग हो जाता है तो उसे गुप्तांग, मलाशय, अंडाकोश में बहुत तेज दर्द होता है।
4. मलत्याग में दर्द होना : रोगी को मलत्याग करने में बहुत पीड़ा होती है कभी-कभी रोगी को मूत्रत्याग करने में जलन का अनुभव भी होता है।
5. कैंसर होना : इसमें रोगी को जब बहुत अधिक समय हो जाता है तो उसे कैंसर भी हो जाता है।
प्रोस्टेट की सूजन का इलाज-(Prostatitis Treatment In Hindi)
1. तरबूज के सेवन से प्रोस्टेट की सूजन का इलाज :
अगर किसी व्यक्ति को प्रोस्टेट की समस्या हो गई है तो उसे तरबूज का सेवन करना चाहिए क्योंकि तरबूज में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो प्रोस्टेट कैंसर को रोकने में मदद करते हैं। आप तरबूज को टमाटर का नियमित रूप से सेवन करके प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन की समस्या को ठीक कर सकते हैं।
2. कद्दू के बीज के सेवन से प्रोस्टेट की सूजन का इलाज :
अगर आपको प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन की समस्या या कैंसर की समस्या हो गई है तो आप कद्दू के बीजों का सेवन कर सकते हैं क्योंकि कद्दू के बीजों में डाइयूरिटिक गुण पाया जाता है जिसके साथ-साथ इसमें जिंक की भरपूर मात्रा पाई जाती है जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत किया जा सकता है।
आप इन बीजों के छिलकों को हटाकर खा सकते हैं और आप इनके उबले हुए पानी का सेवन करके भी प्रोस्टेट ग्रंथि में सुजन की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। कद्दू के बीज में बीटा सिटीस्टीरॉल नाम का रसायन भी पाया जाता है जिससे इसकी बनी चाय भी बहुत फायदेमंद होती है।
3. भुट्टे के बाल के प्रयोग से प्रोस्टेट की सूजन का इलाज :
अगर आपको प्रोस्टेट ग्रंथि के बढने और उसमें सूजन की समस्या हो गई तो आप भुट्टे के बालों का प्रयोग कर सकते हैं। आप किसी एक ताजा भुट्टे से उसके बालों को उतार लें और उन्हें थोड़े से पानी में डालकर थोड़ी देर तक उबालें उसके बाद इस मिश्रण को छान लें। इस मिश्रण का सेवन करके आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
प्रोस्टेट की सूजन के बचाव के उपाय-(Prevention of Prostatitis In Hindi)
- जिन लोगों को प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन की समस्या हो गई है उन्हें शराब का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए क्योंकि यह मूत्र में जलन का कारण बन सकती है।
- रोगी को जितना हो सके चिंता, डर, भय आदि से दूर रहना चाहिए और उसे मानसिक विकारों का शिकार होने से बचाना चाहिए।
- रोगी को उचित आहार लेने के साथ-साथ निय्मित्र रूप से व्यायाम भी करना चाहिए।
- रोगी को ऐसी दवाईयों का सेवन नहीं करना चाहिए जो प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन के लक्षणों को गंभीर करती हों।
प्रोस्टेट की सूजन में क्या खाएं-(Eat In Prostatitis In Hindi)
- जिन लोगों को प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन हो जाती है उन्हें सेसिम के बीज, टमाटर, मौसमी, संतरा, एवोकाडो, अंडा, दूध, सोया, मछली, पनीर, चिकन, शिमला मिर्च, बंदगोभी, फूल गोभी, ब्रोकली, मटर, अनाज, मशरूम, बादाम, काजू, मूंगफली, राजमा, मक्खन, ब्राउन राइस, ओट्स, चोकर, तरबूज, कद्दू के बीज, आदि का सेवन करना चाहिए।
प्रोस्टेट की सूजन में क्या न खाएं-(Do Not Eat In Prostatitis Treatment In Hindi) :
- जिन लोगों को प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन की समस्या हो जाती है उन्हें शराब, कैफीन, बेरियाँ, अंजीर, आलूबुखार, पालक, फलियाँ, सोयाबीन, टोफू, कोको, केक, पेस्ट्री, पुलाव, पराठे, सिरका, चॉकलेट, काली चाय, चाय, कॉफी, मीट, सॉस, चिप्स, चीनी, मैदा, सॉफ्ट ड्रिंक आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।