हेपेटाइटिस ए-(Hepatitis A In Hindi) :
हेपेटाइटिस ए एक विषाणु जनित रोग है जिसमें आपके लीवर पर सूजन आ जाती है जो इस बीमारी के विषाणुओं के कारण होता है इसलिए इसे वायरल हेपेटाइटिस भी कहा जाता है।
इसके लक्षण प्रकट होने से पहले और बीमारी के प्रथम सप्ताह में अंडाणु तैयार होने के पंद्रह से पैंतालीस दिन के बीच रोगी व्यक्ति के मल से यकृतशोथ क विषाणु फैलता है।
जब किसी व्यक्ति का यकृत खून से बिलीरुबिन को नहीं छान पाता है तो उस व्यक्ति को हेपेटाइटिस की समस्या हो जाती है। यह हेपेटाइटिस की सबसे कम गंभीर अवशता होती है। यह संक्रमित रोगी के संपर्क में आने वाले रोगी को अपना शिकार बना लेती है और उसे भी यह बीमारी हो जाती है।
हेपेटाइटिस ए के कारण-(Hepatitis A Causes In Hindi) :
1. दूषित पानी से : जब किसी व्यक्ति के पीनेका पानी या भोजन संक्रमित हो जाता है या दूषित हो जाता है और वह उसका सेवन कर लेता है तो वह संक्रमित हो जाता है जिससे उसे हेपेटाइटिस ए का रोग हो जाता है।
2. संक्रमित खून से : जब कोई व्यक्ति हेपेटाइटिस ए से संक्रमित होता है और उसका खून किसी एनी व्यक्ति के शरीर पर लग जाता है या स्पर्श हो जाता है तो दूसरा व्यक्ति भी इस रोग से ग्रस्त हो जाता है।
3. सीपदार मछली के सेवन से : जब व्यक्ति बहुत अधिक मात्रा में सीपदार मछली का सेवन कर लेता है तो हो सकता है कि उस व्यक्ति को हेपेटाइटिस ए की समस्या हो जाए।
हेपेटाइटिस ए के लक्षण-(Hepatitis A Symptoms In Hindi) :
1. बुखार आना : जब किसी व्यक्ति को हेपेटाइटिस ए की समस्या होती है तो उस व्यक्ति को हर समय बुखार की समस्या रहती है।
2. भूख न लगना : जिस व्यक्ति को हेपेटाइटिस ए की समस्या होती है उसे धीरे-धीरे भूख लगनी बंद हो जाती है क्योंकि उसका यकृत ठीक से काम नहीं करता है।
3. बदन दर्द होना : जब व्यक्ति को लीवर पर सुजन की समस्या होती है तो उसके पूरे शरीर में दर्द की समस्या हो सकती है क्योंकि इसमें पूरा शरीर दूखता है।
4. उल्टियाँ होना : हेपेटाइटिस की समस्या होने पर व्यक्ति को बुखार आने के साथ-साथ उल्टियाँ भी आ जाती है। व्यक्ति को बार-बार उल्टियाँ होने लगती हैं।
5. तंबाकू से अरुचि होना : जो व्यक्ति पहले सिगरेट का सेवन करता था उस व्यक्ति को तंबाकू से अरुचि हो जाती है उसका मन धुम्रपान करने का नहीं करता।
6. पैरों में सूजन होना : जब इस रोग का इलाज ठीक समय पर नहीं किया जाता है तो रोग बढने की वजह से उसके पैरों में सूजन हो जाती है और जोड़ो में भी दर्द होने लगता है।
7. जिगर क्षतिग्रस्त होना : जब किसी रोग का अधिक समय तक इलाज न किया जाए तो इसकी वजह से जिगर पूरी तरह ग्रस्त हो जाता है और जिगर से संबंधित बहुत सी परेशानियाँ हो जाती हैं।
हेपेटाइटिस ए का इलाज-(Hepatitis A Treatment In Hindi) :
1. अजवाइन के सेवन से हेपेटाइटिस ए का इलाज :
अगर आप हेपेटाइटिस ए की समस्या से परेशान हैं तो आप अजवाइन का सेवन कर सकते हैं क्योंकि इसके सेवन से इस समस्या से निजात पाया जा सकता है। आप अजवाइन और जीरे को समान मात्रा में लेकर उनका पाउडर बना लें।
अब इस पाउडर में एक चुटकी नमक को मिलाकर प्रतिदिन चूरन की तरह सेवन करें इससे आपको लीवर में बहुत फायदा होगा और आपकी इम्युनिटी भी बढ़ेगी।
2. लौकी के रस के सेवन से हेपेटाइटिस ए का इलाज :
अगर आपको हेपेटाइटिस ए की समस्या है तो आप लिकोरिस का सेवन कर सकते हैं क्योंकि इसमें इसमें लीवर को मजबूत करने के गुण पाए जाते हैं। आप एक बड़ी चम्मच की मात्रा में लौकी का रस का पाउडर लें और उसमें दो चम्मच की मात्रा में शहद मिलाएं और प्रतिदिन सेवन करें इससे आपकी हेपेटाइटिस की समस्या ठीक हो जाएगी। आप चाहें तो लौकी का रस की जड़ को पानी में उबालकर उसकी चाय का सेवन भी कर सकते हैं।
3. लहसुन के सेवन से हेपेटाइटिस ए का इलाज :
आप लहसुन का सेवन करके हेपेटाइटिस की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं क्योंकि लहसुन खून को साफ करने में मदद करता है। आप लहसुन की कलियों के सेवन से हेपेटाइटिस की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं क्योंकि यह हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल देता है।
4. हल्दी के सेवन से हेपेटाइटिस ए का इलाज :
आपने देखा होगा कि जब किसी को चोट या घाव लगते हैं तो उसकी चोट और घाव पर हल्दी लगाई जाती है क्योंकि हल्दी में एंटी वायरल गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को दूर रखते हैं। आप हेपेटाइटिस की समस्या को ठीक करने के लिए भी हल्दी को सब्जी में डालकर या दूध में मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
5. आंवला के सेवन से हेपेटाइटिस ए का इलाज :
अगर आपको हेपेटाइटिस ए का रोग है तो आप आंवला का सेवन कर सकते हैं क्योंकि आंवला में विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो लीवर को हर तरह से स्वस्थ करने में मदद करता है। आप आंवला का सेवन जूस, चटनी और आचार के रूप में भी कर सकते हैं क्योंकि यह हेपेटाइटिस ए से निजात पाया जा सकता है।
6. अलसी के बीजों के सेवन से हेपेटाइटिस ए का इलाज :
अगर आप हेपेटाइटिस की समस्या से परेशान हैं तो आप अलसी के बीजों का सेवन कर सकते हैं क्योंकि अलसी के बीज शरीर के होर्मोन के संतुलन में मदद करते हैं और उन्हें रक्त में सही तरह से भेजने का काम करते हैं। अलसी के बीजों का सेवन करके लीवर पर अतिरिक्त भर को पड़ने से रोक सकते हैं।
हेपेटाइटिस ए से बचाव के उपाय-(Prevention of Hepatitis A In Hindi) :
- जितना हो सके रोगी के आस-पास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
- रोगी को खाने के लिए अशुद्ध भोजन या दूषित पानी नहीं देना चाहिए।
- रोगी को शौच करने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लेना चाहिए।
- जब कोई व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के रक्त के संपर्क, फेसिस या शरीर के द्रव्यों के संपर्क में आता है तो उसे अपने आप को पूरा साफ कर लेना चाहिए।
- रोगी को भोजन परोसने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए।
- रोगी के कपड़े बदलने के बाद हाथों को साफ कर लेना चाहिए।
- अगर आपका संक्रमित व्यक्ति से संपर्क हो भी जाए तो आप इम्यून ग्लोब्युलिन ले लें।