हमारे देश भारत को स्वतंत्र हुए आज 70 साल से अधिक हो गए हैं लेकिन हमारे देश कि बेटियां आज भी स्वतंत्र नहीं हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा देश की बेटियों को और अधिक मजबूत और सशक्त बनाने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना का संचालन किया गया था।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना की शुरुआत नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 22 जनवरी, 2015 में की गई थी। इस योजना को लागु करने का सबसे मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। कुछ कागजों से तो यह भी दावा किया जा रहा है की गरीब परिवार की बेटियों को इस योजना के तहत दो लाख रूपए तक की मदद की जाएगी।
उन्होंने इस योजना की शुरुआत बेटियों के स्तर को ऊपर उठाने के लिए की थी क्योंकि आज के समय में लडकों के मुकाबले लडकियों का स्तर बहुत कम है। आज लडकियों को पेट में ही मार दिया जाता है जिन्हें बचाने के लिए उन्होंने इस योजना की शुरुआत की।
इस योजना के तहत सरकार ने कुछ नियम भी बनाए गए हैं जिससे बेटियों को सुरक्षा भी मिल सकेगी। आज हम आपको बताएंगे कि यह योजना है क्या, इसका उद्देश्य क्या है, इसका आवेदन कैसे करें, इस योजना के फॉर्म आप कहाँ से प्राप्त कर सकते हैं और इस योजना के लाभ क्या-क्या हैं।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना क्या है :
हमारे देश में आज तक महिलाओं के अधिकारों को दबाया जाता है इसलिए यह योजना हमारे देश के लिए एक बहुत ही जरुरी योजना है क्योंकि हमारे भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग लडकियों से अधिक लडको को महत्व देते हैं।
वे लोग समझते हैं कि बेटे उनके घर का वंश बढ़ाएंगे और उनके घर के लिए पैसे कमाएंगे लेकिन लडकियाँ उन्हें सिर्फ बोझ लगती हैं। इस योजना में हमारे देश कि बेटियों का मूल्य समझने लगा है और बहुत से लोगों की मानसिकता में भी बहुत बदलाव आया है जिससे उन्हें समझ में आ गया है कि बेटियां हमारा धन हैं।
इस योजना के तहत बेटियों कि भ्रूण हत्या को हटाने और बेटियां सिर्फ सुरक्षा ही नहीं होंगी बल्कि उसकी सुरक्षा के साथ-साथ उनकी पढाई भी ठीक तरह से होगी जिससे वे समाज में अपनी एक नई पहचान बना सकेंगी और अपना जीवन सम्मान के साथ जी सकेंगे।
इस योजना को प्रधानमंत्री जी के द्वारा हरियाणा से 22 जनवरी, 2015 में शुरू किया गया था। हमें पता है कि लडकियों की संख्या लडकों की संख्या में बहुत अधिक कम होती जा रही थी जिसे ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री जी ने बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना की शुरुआत की।
इस योजना के लिए हमारी सरकार ने 100 करोड़ का बजट भी तय किया है। इस योजना के तहत लोगों को बच्चियों को शिक्षित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। प्रधानमंत्री जी के कहने पर इस योजना कि देखरेख तीन स्तर पर हो रही है- राष्ट्रिय स्तर पर, राजकीय स्तर पर और जिला स्तर पर।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना का उद्देश्य :
1. कन्या भ्रूण हत्या रोकना : बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना का सबसे मुख्य उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को रोकना और इस जुर्म को करने वाले लोगों को कठोर-से-कठोर दंड देने का उद्देश्य है जिससे देश की बेटियों की स्थिति को सुधारा जा सके जिससे उन्हें समाज में अपनी नई पहचान बनाने का मौका मिल सके और वे सम्मान के साथ जी सके।
2. बेटियों कि सुरक्षा : इस योजना की शुरुआत करने का उद्देश्य सिर्फ कन्या भ्रूण हत्या को कम करना ही नहीं बल्कि बेटियों कि सुरक्षा करना भी है। आज अक्सर देखते हैं की आए दिन बेटियों के साथ छेड़छाड़, बलात्कार जैसे अपराध सुनने में आ ही जाते हैं। इन अपराधों को रोकना और अपराधियों को दंड देने के लिए भी बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना की शुरुआत की है।
3. भेदभाव खत्म करना : लोग लडकियों से अधिक लडकों को महत्व देते हैं क्योंकि वे समझते हैं कि लडके उनके वंश को आगे बढ़ाएंगे लेकिन ऐसा करके वे लडके और लडकी में भेदभाव करते हैं। इस योजना से उन्हें जाग्रत करने कि कोशिश की जा सकती है जिससे वे लडकी और लडकियों में भेदभाव करना छोड़ दें। लडकियों को जिन अधिकारों से वंचित रखा जाता है उन्हें उन अधिकारों को दिया जा सके।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ो योजना का आवेदन :
सबसे पहले आप अपनी बेटी के नाम पर किसी भी नजदीकी बैंक में खाता खुलवाएं क्योंकि बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के अंतर्गत भारत के सभी बैंक खाता खोलते हैं। जब आप खाता खुलवा लें तो बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के अंतर्गत सुकन्या योजना के फार्म को बैंक कर्मचारी से लें।
आप फॉर्म को भर लें और उसके साथ में आवश्यक दस्तावेजों को लगाकर जमा कर दें। इस तरह आप बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के लिए आवेदन प्राप्त कर सकते हैं। खाता खुलने के बाद बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के अंतर्गत आपके खोले गए खाते में हर साल 9.1 की दर से ब्याज दिया जाएगा।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना का फॉर्म :
- बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना का लाभ आप बैंक, पोस्ट ऑफिस या अपने किसी भी नजदीकी शाखा से प्राप्त कर सकते हैं।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको एप्लीकेशन फॉर्म में भरकर इस योजना के भागीदार बन सकते हैं।
- इसका फॉर्म आप बैंक के कर्मचारी से भी प्राप्त कर सकते हैं।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के लिए कागज :
1. आवास प्रमाण पत्र : इस योजना से विशेषकर भारतियों को लाभ होगा इसके लिए उन्हें हर आवेदकों को उनके आवासीय प्रमाण पत्र देने होंगे।
2. जन्म प्रमाण पत्र : बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना में भागीदारी लेने के लिए आपकी बेटी कि उम्र दस साल से छोटी होने का प्रमाण पत्र जमा करवाना जरुरी होता है।
3. अभिभावक की पहचान : इस योजना में कोई धोखेबाजी न हो इसके लिए बच्ची के माता-पिता या अभिभावक की पहचान के प्रमाण पत्र देने जरुरी होते हैं।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना का लाभ :
1. शिक्षा में लाभ : जो लोग अपनी लडकियों को गरीबी कि वजह से या किसी वजह से पढ़ा नहीं पाते हैं इस योजना के द्वारा उन्हें शिक्षा में आर्थिक सहायता दी जाएगी जिससे वे पढ़कर अपने भविष्य को बना सकें। जो लडकियाँ आगे भी पढाई करना चाहती हैं उनके लिए भी सरकार के द्वारा आर्थिक सहायता दी जाएगी।
2. शादी में लाभ : गरीब लोग अपनी बेटियों की शादी के लिए इस योजना से आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकेंगे। इस योजना से आप अपनी बेटी के हस्ताक्षर से खाते से पैसे प्राप्त कर सकते हैं जिससे आपको अपनी बेटी की शादी करने में बहुत मदद मिलेगी।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के लिए पात्रता :
1. भारतीय नागरिकों के लिए : बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना भारत की केन्द्रीय सरलकर के द्वारा बेटियों के हित में शुरू कि गई है इसलिए इसका फायदा भारत कि कोई भी बच्ची उठा सकती है और कोई भी निवासी उठा सकता है।
2. विदेशियों के लिए नहीं : हमारे भरिय रिजर्व बैंक के नियमों में एक नियम यह भी है कि इस योजना में कोई विदेशी भाग नहीं ले सकता है।
3. बच्ची के लिए : बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना गरीब परिवार कि 10 साल कि छोटी बच्चियों के लिए शुरू कि गई थी। इस योजना में वाही परिवार शामिल हो सकता है जो गरीबी रेखा से नीचे हो और उनके घर में बच्चियां हों।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के लिए राशि :
- बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना में हर साल बैंक के खाते में बारह हजार रूपए जमा करवाने होते हैं और चौदह साल तक आपको धनराशी जमा करवानी होगी।
- चौदह साल की पूरी राशि एक लाख 68 हजार रूपए होगी।
- इसमें आपको छः लाख सात हजार एक सौ 28 रूपए कि राशि अदा की जाएगी।
- आप बेटी के अठारह साल के होने पर बैंक से आधी राशि निकाल सकते हैं और इसके बाद की आधी राशि बेटी कि शादी के समय निकाल सकते हैं।