अफरा-पेट फूलना (Flatulence In Hindi) :
जब हम बिना समय या मैदा जैसे आते से बने खाद्य पदार्थ खाते हैं तो हमारे पेट में गैस बनने लगती है और अगर यह गैस पेट से बाहर निकल जाती है तो तकलीफ नहीं होती है लेकिन अगर ये गैस न निकले तो पेट फूल जाता है और अफरा की स्थिति बन जाती है जिससे बहुत दिक्कत होती है।
अफरा-पेट फूलना के कारण (Flatulence Reason in Hindi) :
1. खान पान से : आज के समय म लोग बाहर का बेकार खाना खाने के साथ-साथ ऐसी चीजों को खाते हैं जो उनके पेट में अफरा का कारण बनती हैं। अक्सर लोग बाजार के आटे की रोटी, शराब, मसालेदार भोजन, तली और बासी सब्जियां, कोल्डड्रिंक खाने से अफरा की समस्या होती है क्योंकि ये गैसीय तत्व पैदा करते हैं।
2. मानसिक रोगों से : जब लोग अधिक चिंता, गुस्सा, डर, शोक, नफरत, तनाव आदि से ग्रस्त हो जाते हैं तब भी लोगों को अफरा की समस्या होती है।
3. देर से सोने से : आज के लोगों को नींद बहुत कम आती है और वे देर से सोते हैं जिसकी वजह से उन्हें सुबह के समय उठने में देरी हो जाती है। इस तरह से उनकी खराब जीवन शैली आदतों की वजह से भी अफरा की समस्या हो सकती है।
4. भूख न लगना : जब किसी व्यक्ति के मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है तो उसे कुछ भी खाने का मन नहीं करता और न ही भूख लगती है जिसकी वजह से भी उस व्यक्ति को अफरा की समस्या उया पेट गैस की समस्या हो सकती है।
5. असमय भोजन से : वर्तमान समय में कोई भी समय पर भोजन नहीं करता है जब जिसे भूख लगती है तभी खाना खाता है जिसकी वजह से भी उन्हें गैस या अफरा की समस्या हो जाती है।
6. रोगों से : जब किसी व्यक्ति को लीवर में सूजन, गॉल ब्लेडर में स्टोन, फैटी लीवर, अल्सर, मोटापा, डायबिटीज, अस्थमा, कब्ज, अतिसार, खाना न पचना, उल्टी जैसी समस्याएं होती हैं तब भी रोगी को अफरा की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
7. पेट में कीड़ों से : जब किसी बच्चे के पेट में कीड़े हो जाते हैं तब भी उस बच्चे को अफरा की समस्या हो सकती है।
8. पेनकिलर से : जब भी कोई व्यक्ति अपने दर्द को कम करने के लिए पेनकिलर की सहायता लेता है तब उस व्यक्ति को अफरा की समस्या हो सकती है।
अफरा-पेट फूलना के लक्षण (Flatulence Symptoms In Hindi) :
1. भोजन करने से : जब आप भोजन करते हैं तो ज्यादा न खाने के बाद भी आपको पेट ज्यादा भारी लगता है जो अफरा की वजह से भी हो सकता है।
2. छाती में जलन : जब अफरा की समस्या होती है तो छाती में जलन होने लगती है जिससे व्यक्ति को कुछ भी अच्छा नहीं लगता।
3. समस्याएं : अफरा होने की स्थिति में जी मिचलाना, डकारें आना, पेट दर्द होना, पेट भारी होना, पेट से गैस पास होना आदि समस्याएं हो सकती हैं।
4. वायु एकत्र होना : जब किसी व्यक्ति को अफरा होता है तो उसके पेट में वायु एकत्र हो जाती है जिसकी वजह से उसके पेट में दर्द होने लगता है और जी मिचलाने लगता है। रोगी को साँस लेने में मुश्किल होती है।
5. गैस चढना : जब व्यक्ति के पेट से गैस ऊपर चढने लगती है तो वह उसे सिर तक चली जाती है जो सिर दर्द का मुख्य कारण होती है जिससे रोगी को चक्कर आने लगते हैं।
6. गैस न निकलना : जब किसी व्यक्ति को डकारें नहीं आती और गैस नहीं निकलती है तो उस व्यक्ति को पेट में दर्द होने लगता है और बैचेनी होती है ऐसे में उसे अफरा की समस्या हो सकती है।
पेट फूलना-अफरा का इलाज (Flatulence Treatment In Hindi) :
भूनी हुई फिटकरी 10 ग्राम, भूना हुआ सुहागा 10 ग्राम, नौसादर ठीकरी 10 ग्राम, कालानमक 10 ग्राम और भूनी हुई हींग 5 ग्राम को अच्छी तरह पीसकर चूर्ण बना लें। यह 2-2 ग्राम चूर्ण सुबह-शाम भोजन के साथ सेवन करने से पेट का सभी रोग समाप्त होता है।
1. रोटी के सेवन से उपचार :
सुपरफाइन आटे की रोटी बहुत मुश्किल से पचती है और हवा भी पैदा करती है जो अफरा का कारण बनती है इसलिए मोटे चोकर युक्त आटे की रोटी का सेवन करना चाहिए क्योंकि यह जल्दी पच जाती है और हवा भी नहीं बनाती। इसके सेवन से आप अफरा की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
2. हरी सब्जियों के सेवन से उपचार :
हरी सब्जियों का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होता है क्योंकि हरी सब्जियों से हमें प्रोटीन और उर्जा मिलती है जिससे हमारा शरीर काम करता है। हरी सब्जियों के सेवन से हर अफरा जैसी हर समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
3. पोदीने के सेवन से उपचार :
अगर आपको अफरा की समस्या है तो आप पोदीने का सेवन कर सकते हैं। आप पोदीने के रस में सेंधा नमक मिलाकर सेवन कर सकते हैं इससे आपकी अफरे की समस्या ठीक हो जाएगी।
4. हींग के लेप से उपचार :
अगर आपको अफरा है तो आप हींग को पानी में घोलकर अपनी नाभि के चारों ओर लगा लें और उस पर गर्म पानी से भरी हुई थैली या बोतल रखकर पेट को सेकें इससे आपकी अफरे की समस्या ठीक हो जाएगी।
5. तुलसी के सेवन से उपचार :
जब भी आपको अफरा की समस्या तब आप तुलसी के पत्तों के रस को गर्म पानी में मिलाकर सेवन करें। इस रस का सेवन करने से आपको थोड़ी देर में ही आराम मिल जाएगा।
6. अलसी के सेवन से उपचार :
अफरा की समस्या होने पर आपको अलसी के पत्तों की सब्जी बनाकर खानी चाहिए इससे अफरा का समस्या ठीक हो जाएगी।
7. हल्दी और नमक के सेवन से उपचार :
अफरा की समस्या होने पर आप थोडा सा नमक और हल्दी लें और दोनों को मिलाकर एक गिलास गुनगुने पानी के साथ फंकी लें। इसकी फंकी लेने से आपकी अफरा की समस्या ठीक हो जाएगी।
8. नींबू और सोडे के सेवन से उपचार :
अफरा की समस्या होने पर आप एक गिलास पानी में खाने का सोडा मिला लें, अब इसमें नींबू का रस मिलाएं और थोडा सा नमक भी मिला लें। अब इस पानी को पी लें क्योंकि इस पानी को पीने से आपकी अफरा की समस्या ठीक हो जाएगी साथ-ही-साथ आपकी पेट दर्द की समस्या भी ठीक हो जाएगी।
9. त्रिफला के सेवन से उपचार :
अगर आपको अफरा की समस्या है तो आप त्रिफला चूर्ण का सेवन गर्म पानी के साथ कर सकते हैं। इसके सेवन से आपकी अफरा की समस्या के साथ-साथ अपच, कब्ज, दस्त की समस्या भी ठीक हो जाती है।
10. काली मिर्च के सेवन से उपचार :
अफरा की समस्या होने पर आप काली मिर्च में मिश्री पीसकर उसकी पानी के साथ फंकी ले लें इससे आपको बहुत आराम होगा और आपकी गैस की समस्या भी ठीक हो जाएगी।
पेट फूलना-अफरा से बचाव के उपाय (How To Save From Flatulence In Hindi) :
- हवा पैदा करने वाली चीजों से दूर रहना चाहिए।
- बाजार का मसालेदार भोजन करने की जगह पर घर का स्वस्थ और पौष्टिक भोजन करना चाहिए।
- सब्जियों और फलों को देकर और धोकर साफ करके खाना चाहिए।
- अपने आस-पास सफाई और स्वच्छता रखनी चाहिए।
पेट फूलना-अफरा में क्या खाएं (What To Eat In Flatulence) :
- जिन लोगों को अफरा की समस्या होती है उन्हें नारियल पानी, बथुआ, छोटा अनाज, शालि चावल, रसों, लहसुन, करेला, शिग्रु, पटोल के पत्ते, फल, पालक, सरसों का साग, खीरा, ककड़ी, गाजर, चकुंदर, आदि का सेवन करना चाहिए।
पेट फूलना-अफरा में क्या नहीं खाएं (Do Not Eat In Flatulence) :
- जिन लोगों को अफरा की समस्या हो उन्हें फलियाँ, राजमा, छोले, चावल, दही, छाछ, लस्सी, मूली, तिल, मांसाहारी भोजन, लोबिया, मोठ, उड़द की दाल, फास्ट फूड, ब्रेड, बंद गोभी, कचालू, अरबी, भिंडी, आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।