1. दुनिया में श्रेष्ठ और सबसे अधिक खूबसूरत चीजें न तो देखी जा सकती हैं न ही छुई जा सकती है, सिर्फ दिल से महसूस की जाती हैं।
2. खुद की तुलना ज्यादा भाग्यशाली लोगों से करने की बजाए हमें अपने साथ के ज्यादातर लोगों से अपनी तुलना करनी चाहिए। और तब हमें लगेगा कि हम कितने भाग्यवान हैं।
3. विश्वास वो शक्ति है जिससे उजड़ी हुई दुनिया में भी प्रकश किया जा सकता है।
4. चरित्र का विकास आसानी से नहीं किया जा सकता। केवल परिक्षण और पीड़ा के अनुभव से आत्मा को मजबूत, महत्त्वाकांक्षा को प्रेरित, और सफलता को हासिल किया जा सकता है।
5. यदि हम अपने काम में लगे रहे तो हम जो चाहें वो कर सकते हैं।
6. पूरी दुनिया कष्टों से भरी है। और उन कष्टों को कर पाने से भी।
7. अकेले हम कितना कम हासिल कर सकते हैं, साथ में कितना ज्यादा।
8. मैं अकेली हूँ, लेकिन फिर भी मैं हूँ। मैं सबकुछ नहीं कर सकती, लेकिन मैं कुछ तो कर सकती हूँ, और सिर्फ इसलिए कि मैं सब कुछ नहीं कर सकती, मैं वो करने से पीछे नहीं हटूंगी जो मैं कर सकती हूँ।
9. मैं कभी-कभार ही अपनी कमियों के बारे में सोचती हूँ, और वो मुझे कभी दुखी नहीं करते। शायद एक-आध बार थोड़ी पीड़ा होती है, पर वह फूलों के बीच में हवा के झोंके के समान अस्पष्ट है।
10. मैं महान और अच्छे काम करना चाहती हूँ, लेकिन यह मेरा परम कर्तव्य है कि मैं छोटे कामों को भी ऐसे करूँ जैसे कि वो महान और नेक हों।
11. जब कोई उड़ने की ताकत महसूस कर रहा हो तो वो रेंगने के लिए कैसे तैयार हो सकता है।
12. आपना चेहरा हमेशा चमकते सूरज की रोशनी की तरफ रखे, आप कभी भी परछाई नहीं देखेंगे।
13. भगवान भी स्वयं में सुरक्षित नहीं है क्योंकि उन्होंने अपनी रचनाओं पर मनुष्य का आधिपत्य स्थापित कर दिया है।
14. आत्मदया हमारा सबसे बड़ा शत्रु है। और अगर हम इसके सामने झुके तो दुनिया में हम कभी भी कुछ भी अच्छा नहीं कर पायेगे।
15. होना, उसका खत्म होना नहीं है जब तक कि आप स्वयं मुड़ने में असफल नहीं होते।
16. हम कभी भी साहसी और सहनशील होना नहीं सीख सकते अगर जीवन में सिर्फ खुशियां ही हो।
17. खुशी एक ऐसी चीज है जो कभी हमारे बाहर से नहीं बल्कि हमारे अंदर से, ह्रदय से आती है।
18. दुनिया का सबसे दयनीय मनुष्य वह है जिसके पास दृष्टि तो है लेकिन भविष्य के लिए कोई सोच या नजरीया नहीं।
19. मृत्यु, एक कमरे से दूसरे कमरे में जाने से ज्यादा कुछ नहीं है। लेकिन, जैसा कि आप जानते है, मेरे लिए यह बहुत बड़ा अंतर होगा, क्योंकि दूसरे कमरे में जाने से मेरी देखने की क्षमता वापस आ जाएगी।
20. मैं दिन के उजाले में अकेले चलने की तुलना में अंधेरी रात में एक दोस्त के साथ चलना ज्यादा पंसंद करूंगी।
21. आपकी सफलता और खुशी आपके ही भीतर है। प्रसन्नचित रहने के प्रति संकल्पित रहिये, और आपकी खुशी और आप मुश्किलों के प्रति एक अपराजेय संघ का निर्माण कर लेंगे।
22. जब सुख का एक दरवाजा बंद हो जाता है, तो दूसरा खुल जाता है, लेकिन अक्सर हम बंद दरवाजे पर ही इतना ज्यादा ध्यान रखते हैं कि हम जान ही नहीं पाते कि एक दरवाजा हमारे लिए और खोल दिया गया है।
23. जब तक कुछ प्यारे दोस्तों की यादें मेरे दिल में जिंदा हैं, तब तक मैं यही कहूँगी कि जिंदगी खूबसूरत है।
24. कई लोगों को इस बारे में गलतफहमी होती है कि सच्चा सुख आखिर कैसे बना है। यह आत्म-संतुष्टि से नहीं मिलता, बल्कि एक श्रेष्ठ उद्देश्य के प्रति निष्ठा से हासिल किया जाता है।
25. जब तक लोगों का बड़ा समूह एक दूसरे की भलाई के प्रति जिम्मेदारी की भावना से युक्त नहीं होगा, तब तक सामाजिक न्याय कभी भी हासिल नहीं हो सकेगा।
26. यदि संसार में केवल सुख ही रहा होता तो हम कभी भी साहसी और धैर्यवान होना नहीं सीख सकते थे।
27. आशावाद वह श्रद्धा है जो उपलब्धि की ओर ले जाती है। आशा और विश्वास के बिना कुछ भी नहीं किया जा सकता है।
28. यह अदभुत है कि अच्छे लोग शैतान से लड़ने में कितना समय लगाते हैं। यदि वे उतनी ही उर्जा अपने साथी व्यक्तियों से प्रेम करने में ही लगायें, तो शैतान अपने चित्त की जड़ता के पथों में ही मर जाएगा।
29. प्यार एक सुंदर फूल की तरह है जिसे मै शायद छू न सकूँ, लेकिन जिसकी खुशबू बगीचे को उसकी ही तरह एक आनंददायक स्थान बना देती है।
30. जिसका हमने एक बार आनंद ले लिया है उसे हम कभी नहीं खो सकते हैं। वह हर चीज जिसे हम ह्रदय से चाहते हैं हमारा ही हिस्सा बन जाती है।
31. सहनशीलता मन का सबसे बड़ा उपहार है, यह मस्तिष्क से उसी प्रयास की माँग करता है जो साईकिल पर संतुलन साधने के लिये आवश्यक होता है।
32. अंधे होने से भी ज्यादा सिर्फ एक ही बुरी है और वह है आपका कोई नजरिया न होना।
33. यदि कोई व्यक्ति खुशियाँ दे नहीं सकता तो उसे खुशियाँ भी हासिल करने का कोई अधिकार नहीं है ।
34. माना कि मैं बहुत कम काम कर पाती हूँ लेकिन जो भी करती हूँ वह मेरे लियें बहुमूल्य है।
35. युद्ध के विरुद्ध कोई भी प्रहार आपके बिना नहीं किया जा सकता।
36. लोग अपने अनुभव के आधार पर बहुत ही कम जानते है और सोचते है की जो वह जानते है वही सबकुछ है।
37. शिक्षा का सबसे बेहतरीन और उत्तम ज्ञान हमें सहिष्णु होना सिखाना हैं।
38. हो सकता है विज्ञान ज्यादातर बुरी चीजों का सामाधान निकाल चुका है या निकाल लेगा परन्तु यह भी सत्य है कि विज्ञान अभी तक उनमे से सबसे बुरी चीज का सामाधन नहीं खोज पाया हैं और वो है मानव की उदासीनता, अनिच्छा।
39. जीवन या तो असाधारण घटनाओं भरी हुई यात्रा है या कुछ भी नहीं।
40. हम वह सब-कुछ कर सकते हैं जिसे करने कि हम इच्छा रखते है बस शर्त यह है कि जो करे उसमें तन्मयता से लगे रहे।
41. जीवन एक बहुत ही मजेदार है एंव यह तब और अधिक मजेदार बन जाता है जब आप इसे दूसरों के लिए जीते है।
42. सहन या बर्दाश्त करने की आदत, मस्तिष्क द्वारा प्रदान किया हुआ सबसे अच्छा उपहार है क्योंकि इसे संतुलित बनाए रखने में उतना ही प्रयास करना पड़ता है, जितना अपने आप को एक साईकिल चलाते वक्त।
43. हमारी सभी ज्ञानेंद्रियों में दृष्टि व देखने की क्षमता सबसे आनंदप्रद होनी चाहिए।
44. मैं दिन के उजाले में अकेले चलने की तुलना में अंधेरी रात में एक दोस्त के साथ चलना ज्यादा पंसंद करूंगी।
45. सड़क में मुड़ाव होना, उसका खत्म होना नहीं है, जब तक कि आप स्वयं मुड़ने में असफल नहीं होते।
46. मैं सिर्फ एक ही हूँ, लेकिन फिर भी मैं हूँ। मैं स्वयं हर चीज नहीं कर सकती लेकिन मैं स्वयं कुछ तो कर ही सकती हूं, और केवल सिर्फ इस कारण कि मैं सबकुछ नहीं कर सकती मैं उन कामों को करने से पीछे नहीं हटूंगी जिन्हें मैं कर सकती हूँ।
47. जब तक मैं उस आदमी से नहीं मिली थी जिसके पांव नहीं थे, मैं मेरे पास जूते न होने पे बहुत रोती थी
48. जीवन या तो एक साहसिक जोखिम है या फिर कुछ भी नहीं।
49. कभी भी अपना सिर मत झुकाओ, इसे ऊँचा रखो दुनिया की आँखों में ऑंखें डाल के देखो।
50. जीवन में सीखने के लिए ऐसे बहुत से सबक हैं जिन्हे समझने के लिए उन्हें जीना होगा।
51. मैं मानती हूँ कि आत्मा अमर है क्योंकि मेरे अंदर बहुत सी कभी न खत्म होने वाली इच्छाएं हैं।
52. देख पाना और दूरदर्शिता ना होना बहुत ही भयानक है।
53. दुनिया के ज्ञान का बोझ एक काल्पनिक बनावट है।
54. भविष्य में अच्छा होने का भाव एक ऐसा विश्वास है जो आदमी को उपलब्धि की ओर ले जाता है।
55. सुरक्षा ज्यादातर अन्धविश्वास है जीवन एक साहसी रोमांच है या कुछ भी नहीं है
56. कोई भी प्रयास जो हम कुछ अच्छा प्राप्त करने के लिए करते हैं, वह कभी खोता नही है।
57. मैं सब कुछ नहीं कर सकती, लेकिन फिर भी मैं कुछ तो कर सकती हूँ, और क्योंकि मैं सब कुछ नहीं कर सकती, इसलिए मैं वो करने से मना नहीं करूँगी जो मैं कर सकती हूँ।