शहतूत (Mulberry In Hindi) :
शहतूत का फल खाने में जितना स्वादिष्ट होता है उतना ही सेहतमंद भी होता है। आयुर्वेद में शहतूत के ढ़ेरों फायदों का बखान है। शहतूत में पोटेशियम, विटामिन ए और फोस्फोरस प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। आमतौर पर शहतूत दो तरह के होते हैं। शहतूत एक ऐसा फल है जिसे कई से लोग कच्चा ही खाना पसंद करते हैं और कुछ पक जाने पर।
शहतूत एक छोटा फल है जो आमतौर पर लाल रंग के अतिरिक्त सफेद, काला और बैंगनी रंग का भी होता है। यह स्वाद में अंगूर की तरह मीठा होता है और इसे सुखाकर भी खाया जा सकता है। शहतूत को अंग्रेजी में मुलमेरी और आम भाषा में शहतूत कहा जाता है। मई के महीने में शहतूत पूरी तरह से पक जाते हैं और पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ ही यह बहुत स्वादिष्ट होता है।
शहतूत का उपयोग : शहतूत का उपयोग जैम, जेली, सॉस, वाइन और मीठे खाद्य पदार्थ बनाने में किया जाता है। लेकिन बहुत से पोषक तत्वों से युक्त होने की वजह से शहतूत का सेवन शरीर के विकारों को दूर करने के लिए भी किया जाता है।
शहतूत के औषधीय गुण (Medicinal Properties of Mulberry In Hindi) :
शहतूत और शहतूत के शरबत दोनों के ही गुण समान होते हैं। यह जलन को शांत करता है, प्यास को दूर करता है और कफनाशक होता है। शहतूत शरीर में शुद्ध खून को पैदा करता है पेट के कीड़ों को समाप्त करता है। शहतूत पाचन शक्ति बढ़ाता है। जुकाम और गले के रोगों में फायदेमंद है। शहतूत में विटामिन ए, कैल्शियम, फोस्फोरस और पोटेशियम ज्यादा मात्रा में मिलता है। जिनके शरीर में अम्ल, आमवात, जोड़ों का दर्द हो उन लोगों के लिए शहतूत खासतौर पर लाभदायक है।
शहतूत के पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrients Found In Mulberry In Hindi) :
शहतूत पोषक तत्वों से भरपूर है जो हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण होते हैं जिसमें लोहा, राइबोफ्लैविविन, विटामिन सी, विताम्मिन के, पोटेशियम, फोस्फोरस और कैल्शियम शामिल हैं। साथ-ही-साथ इसमें आहार फाइबर और कार्बनिक यौगिक जैसे रिवेस्ट्रेटोल,एंथोकायनिन, ल्यूटिन और कई अन्य पॉलीफेनॉयलिक यौगिक पाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें एंटीओक्सिडेंट होते हैं जो की फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं।
शहतूत में बहुत से पोषक तत्व जैसे – कार्बोहाइड्रेट (9.80 ग्राम) , प्रोटीन (1.44 ग्राम) , फैट (0.39 ग्राम) , कोलेस्ट्रोल (0 ग्राम) , फाइबर (1.7 ग्राम) , विटामिन ए (25 IU) , विटामिन के (7.8 µg) , सोडियम (10 मिलीग्राम) , पोटेशियम (194 मिलीग्राम) , कैल्शियम (39 मिलीग्राम) , मैग्नीशियम (18 मिलीग्राम) और आयरन (1.85 मिलीग्राम) होते हैं। – Mulberry Nutrition
शहतूत के फायदे (Mulberry Benefits In Hindi) :
1. आँखों में फायदेमंद शहतूत (Beneficial mulberry in eyes) :
शहतूत खाने से आँखों की रोशनी बढती है। यह बढ़ती उम्र के लक्षणों को जल्दी आने से भी रोकता है। लंबे समय तक निरंतर कंप्यूटर पर काम करने से आँखों में तरह-तरह के विकार उत्पन्न हो जाते हैं। इस स्थिति में शहतूत का जूस पिने से आँखों की दृष्टि भी बेहतर होती है और आँखों के अन्य विकार भी दूर हो जाते हैं। शहतूत में विटामिन ए पाया जाता है जो आँखों में तनाव को कम करता है और आँखों की रोशनी को सुधारता है।
2. पाचन शक्ति में फायदेमंद शहतूत (Beneficial mulberry in digestive power) :
शहतूत खाने से पाचन शक्ति अच्छी रहती है। ज्यादा फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाने से पाचन ठीक रहता है। शहतूत में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है जिससे पेट का पाचन सुचारू रूप से काम करता है और शरीर स्वस्थ रहता है। शहतूत खाने से पाचन ठीक रखने के साथ-साथ कब्ज की भी समस्या नहीं होती है।
3. स्वस्थ मष्तिष्क में फायदेमंद शहतूत (Beneficial mulberry in healthy brain) :
प्रयोगों में पाया गया है कि शहतूत बढती उम्र के साथ-साथ मष्तिष्क कमजोर होने की समस्या को दूर करने में बहुत उपयोगी होता है। शहतूत में कैल्शियम होता है जो मष्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक होता है। इसलिए शहतूत खाने से दिमाग स्वस्थ रहता है और यह अल्जाइमर की बीमारी को दूर करने में बहुत फायदेमंद होता है।
4. इम्युनिटी बढ़ाने में फायदेमंद शहतूत (Beneficial mulberry to increase immunity) :
शहतूत में एल्कोलॉयड पाया जाता है जो मैक्रोफेजेज को सक्रिय करता है और इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त शहतूत में विटामिन सी भी पाया जाता है जो प्रतिरक्षा तन्त्र को मजबूत रखने वाला तत्व है।
5. शुष्क त्वचा में फायदेमंद शहतूत (Beneficial Mulberry in Dry Skin) :
विटामिन ए और विटामिन ई की कमी की वजह से त्वचा शुष्क पड़ जाती है। शहतूत में ये सभी विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो शुष्क और नाजुक त्वचा के इलाज में बहुत लाभदायक होते हैं। शहतूत त्वचा को अंदर से नमी प्रदान करता है। शहतूत की जड़ों को पीसकर लगाने से त्वचा की जलन दूर हो जाती है।
6. एनीमिया में फायदेमंद शहतूत (Beneficial Mulberry in Anemia) :
आयरन की कमी की वजह से शरीर में खून की कमी हो जाती है लेकिन शहतूत का सेवन करने से इस समस्या से बचा जा सकता है क्योंकि शहतूत में पर्याप्त मात्रा में आयरन पाया जाता है जो एनीमिया के मरीज के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसका सेवन करने से शतिर में हिमोग्लोबिन की संख्या बढ़ जाती है।
7. स्ट्रोक से बचाने में फायदेमंद शहतूत (Beneficial mulberry to protect from stroke) :
इस फल में पाए जाने वाले पोषक तत्व बहुत लाभदायक होते हैं और स्ट्रोक से बचाने में मदद करते हैं। शहतूत खाने से शरीर स्वस्थ रहता है और स्ट्रोक के लक्षण दूर हो जाते हैं। इसलिए स्ट्रोक की समस्या से पीड़ित लोगों को नियमित शहतूत खाना चाहिए।
8. ब्लड सर्कुलेशन में फायदेमंद शहतूत (Beneficial Mulberry in Blood Circulation) :
फल के अतिरिक्त शहतूत की पत्तियां भी बहुत लाभदायक होती हैं और यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। शहतूत की पत्तियों और फलों में रिज्वेराट्रोल की मात्रा पाई जाती है जो रक्त के प्रवाह को स्टीमुलेट करता है और ब्लड सर्कुलेशन को तेज करता है। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होने से त्वचा की स्थिति में सुधार होता है और शरीर के विभिन्न अंगों की क्रियाएं भी बेहतर होती हैं।
9. किडनी में फायदेमंद शहतूत (Beneficial Mulberry in Kidney) :
खतरनाक बिमारियों से किडनी को सुरक्षा प्रदान करने में शहतूत बहुत लाभदायक होता है। शहतूत में पाए जाने वाले तत्व किडनी में प्रवेश कर किडनी के स्टोन के लक्षणों को दूर करते हैं और बीमारियों से बचाते हैं। इसके अतिरिक्त शरीर के विषक्त पदार्थों को बाहर निकालकर लीवर को भी मजबूत बनाने में काम करते हैं।
10. मधुमेह में फायदेमंद शहतूत (Beneficial mulberry in diabetes) :
शहतूत के अन्य पोषण लाभ में ग्लूकोज शामिल है। शहतूत इंसुलिन प्रतिरोध को कम करते हैं जिससे टाइप टू डायबिटीज में डिले हो सकता है इसलिए अगर आपको टाइप टू मधुमेह होने की संभावना है तो शहतूत का रस या चाय आपकी मदद कर सकती है। आदि आपके पास पहले से टाइप टू मधुमेह है तो शहतूत अभी भी मदद कर सकता है। इनका रस प्लाज्मा ग्लूकोज में वृद्धि या भोजन के बाद रक्त शर्करा को रोकता है। इससे मधुमेह की प्रगति कम होने की संभावना होगी।
11. बालों में फायदेमंद शहतूत (Beneficial mulberry in hair) :
शहतूत के गुण आपके बालों को स्वस्थ बनाने में मदद कर सकते हैं। शहतूत बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं इस तरह बालों के झड़ने को रोकते हैं। यह कैंसर के रोगियों के लिए विशेष रूप से अच्छा है जो किमोथेरेपी से गुजर चुके हैं। इसके फल के अर्क के द्वारा बालों के फॉलिकल्स को फिर से रेजुवेनेट किया जा सकता है। यह मुक्त कणों के ऑक्सीडेंट कार्यों को रोकने के द्वारा बालों को चमकदार और स्वस्थ रख सकते हैं।
शहतूत के कुछ प्रभावशाली फायदे (Some Effective Benefits Of Mulberry In Hindi) :
1. लू में फायदेमंद : गर्मियों में शहतूत खाने से लू लगने का खतरा कम हो जाता है।
2. लीवर में फायदेमंद : शहतूत खाने से लीवर से जुडी बिमारियों में राहत मिलती है।
3. सर्दी जुकाम में फायदेमंद : शहतूत सर्दी-जुकाम में बहुत फायदेमंद होता है।
4. खुजली में फायदेमंद : अगर आपको खुजली की परेशानी है तो इसके पत्तों का लेप बहुत फायदेमंद होता है।
5. घाव में फायदेमंद : शहतूत के पत्तों को घाव या फोड़े पर लगाना बहुत लाभदायक होता है और इसके प्रयोग से घाव जल्दी भरने लगते हैं।
6. यूरिन में फायदेमंद : यूरिन से जुडी बहुत सी समस्याओं में भी शहतूत बहुत फायदेमंद होता है।
7. गले की खराश में फायदेमंद : शहतूत की पत्तियों को पानी में उबालकर उस पानी से गरारे करने से गले की खराश दूर हो जाती है।
8. हड्डियों में फायदेमंद : विभिन्न खनिज तत्वों जैसे विटामिन के, कैल्शियम और आयरन का बढिया सम्मिश्रण होने की वजह से शहतूत हड्डियों और हड्डियों की कोशिकाओं को मजबूती प्रदान करता है। शहतूत में पाए जाने वाले ये खनिज तत्व हड्डियों को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं और हड्डियों से जुड़े विकारों जैसे ऑस्टियोपोरोसिस और अर्थराइटिस से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
9. ब्लड ग्लूकोज के स्तर को कम करने में फायदेमंद : एक प्रयोग में पाया गया है कि शहतूत की पत्तियों में गेलिक एसिड पाया जाता है जो ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करने में सहायता करता है। ब्लड ग्लूकोज का स्तर कम होने से डायबिटीज के रोह से यह सुरक्षा प्रदान करता है इसलिए डायबिटीज के मरीजों को शहतूत के फल और पत्तियों का सेवन करना चाहिए।
10. कोलेस्ट्रोल घटाने में फायदेमंद : शरीर में संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रोल की मात्रा अधिक हो जाने की वजह से ह्रदय संबंधी बिमारियों उत्पन्न होने लगती हैं। शहतूत के फल को प्रतिदिन खाने से कोलेस्ट्रोल घटता है और ह्रदय रोग होने की संभावना भी घटती है।
11. भूख बढ़ाने में फायदेमंद : जिन लोगों को अच्छी तरह से भूख नहीं लगती उन्हें प्रतिदिन शहतूत खाना चाहिए। इसमें फाइट की मात्रा बहुत कम होती है और यह भूख बढ़ाने में मदद करता है।
12. रक्तचाप को नियंत्रित करने में फायदेमंद : रेस्वेराट्रोल एक बहुत ही आवश्यक फ्लैवोनॉइड एंटीऑक्सीडेंट है जो सीधे रक्त वाहिकाओं में कुछ तंत्र के कार्यों को प्रभावित करता है जिससे रक्त वाहिका में संकुचन पैदा हो सकती है। वास्तव में, रिवेराट्रोल नाइट्रिक ऑक्साइड का उत्पादन बढ़ाता है जो एक वैदोदिलेटर है जिसका अर्थ है कि यह रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाता है और रक्त के थक्के गठन और स्ट्रोक या दिल के दौरे जैसी बिमारियों की संभावना को कम कर देता है।
13. कैंसर में फायदेमंद : एंथोकायनिन, विटामिन सी, विटामिन ए और अन्य पॉलीफेनोलिक और फयटोनुट्रिएंटस यौगिकों की उच्च सामग्री के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट से भी परिपूर्ण होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट मुक्य कणों के खिलाफ हमारी रक्षा करते हैं जो स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं जिससे कैंसर होने का खतरा होता है। शहतूत में पाए जाने वाले एंटीऑक्सी डेंट की विविधता का अर्थ है ये इन मुक्त कणों को जल्दी से बेअसर कर सकते हैं इससे पहले कि बहुत अधिक क्षति हो।
14. वजन कम करने में फायदेमंद : सफेद शहतूत निश्चित रूप से वजन घटाने में मदद करता है। जर्नल ऑफ ओबेसिटी में पाया गया कि शहतूत में भूख को दबाने की शक्ति है।
15. मष्तिष्क में फायदेमंद : मस्तिष्क के कार्यों में गिरावट वृद्धावस्था का सामान्य हिस्सा है लेकिन शहतूत आपके मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं। पर्यावरण विज्ञान और प्रदूषण अनुसंधान में एक अध्धयन के अनुसार शहतूत का अर्क ग्लाइफोसेट से मस्तिष्क की सुरक्षा करता है। यह कंपाउंड ऑक्सीडेटिव तनाव का कारण बनता है और पार्किसंस रोग से जुदा हुआ है। काले शहतूत में सीखने की कमी में सुधार और मेमोरी रिटेंशन जैसे अनुकूल प्रभाव भी है।
16. पेट के कीड़ों में फायदेमंद : शहतूत में विटामिन ए, कैल्शियम, फोस्फोरस और पोटेशियम अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। इसके सेवन से बच्चों को जरुरी न्यूट्रीयेंट्स तो मिलती ही हैं साथ ही यह पेट के कीड़ों को भी खत्म करता है।
17. जलन में फायदेमंद : शहतूत का जूस पीने से हाथ-पैर, खास करके तलवों में होने वाली जलन से राहत मिलती है। मधुमेह रोगियों को इसके अधेपके फल को चबाकर खाना चाहिए।
शहतूत के नुकसान (Side Effects Of Mulberry In Hindi) :
1. किडनी की समस्या में नुकसानदायक : जो व्यक्ति किडनी की गंभीर समस्याओं से पीड़ित हों उन्हें शहतूत नहीं खाना चाहिए क्योंकि शहतूत में अधिक मात्रा में पोटेशियम पाया जाता अहै जो किडनी की समस्या को बढ़ा सकता है।
2. पराग नुकसानदायक : शहतूत के पेड़ के पराग एलर्जिक रिएक्शन पैदा कर सकते हैं इसलिए अगर आपकी त्वचा संवेदन शील है तो शहतूत से परहेज करना चाहिए नहीं तो आपकी त्वचा पर रैशेज आ सकते हैं या सूजन और खुजली हो सकती है।
3. शहतूत का सेवन नुकसानदायक : हालाँकि शहतूत त्वचा के लिए फायदेमंद होता है लेकिन एक प्रयोग में पाया गया है कि शहतूत में एर्बुटिन की मात्रा पाई जाती है इस वजह से शहतूत से बने उत्पादों का इस्तेमाल करने से त्वचा कैंसर हो सकता है।
4. ब्लड शुगर का स्तर कम होने पर नुकसानदायक : अगर पहले से ही आपके ब्लड शुगर का स्तर कम है तो शहतूत का सेवन न करें क्योंकि यह ब्लड शुगर लेवल का काफी निचे कर सकता है जिसकी वजह से आपको हाइपोग्लाइसेमिया हो सकता है।
5 गर्भावस्था में नुकसानदायक : गर्भावस्था और बच्चे को स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को डॉ से सलाह लेकर ही शहतूत का सेवन करना चाहिए।
6. गुर्दे की बिमारियों और पित्ताशय के दर्द में नुकसानदायक : शहतूत अत्यधिक पोटेशियम से भरपूर होते हैं जो गुर्दे की बिमारियों और पित्ताशय के दर्द से पीड़ित रोगियों में जटिलता पैदा कर सकते हैं हालाँकि पोटेशियम के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। यह महत्वपूर्ण है कि किडनी से संबंधी विकार वाले रोगियों को पोटेशियम को अधिक लेने से बचना चाहिए और इसी लिए शहतूत से बचना चाहिए। अगर आपको गुर्दे की पथरी या कोई अन्य विकार है तो भी शहतूत की चाय लेने से बचें।