लीची (Litchi In Hindi) :
लीची का वैज्ञानिक नाम लीची चिनेन्सिस है और सोपबैरी परिवार की सदस्य है। इसके पेड़ की ऊँचाई 15 से 20 मीटर तक होती है और इसकी पत्तियां लगभग 15 से 25 सेंटीमीटर लंबी होती हैं। लीची हमेशा तरोताजा रहने वाले पेड़ों पर लगती है। घनी हरी पत्तियों के बीच गहरे लाल रंग के बड़े-बड़े गुच्छों में लटके लीची के फल दिखाई देते हैं।
पहली शताब्दी में दक्षिण चीन से प्रारंभ होने वाली लीची की खेती आज के समय में थाइलैंड, बांग्लादेश, उत्तर भारत, दक्षिण अफ्रीका, हवाई और फ्लोरिडा तक फैल चुकी है। इन प्रदेशों की जलवायु लीची के लिए उपयुक्त पाई जाती है। अन्य फलों की तरह लीची भी पौष्टिक तत्वों का भंडार है। लीची का सेवन शरीर में पानी के अनुपात को संतुलित रखता है जिससे शरीर और पेट को ठंडक मिलती है। पाचन क्रिया सही रखने के साथ ही मष्तिष्क के विकास में भी इसकी बड़ी भूमिका है।
लीची फल का इतिहास (History of litchi fruit) :
चीन के अति प्राचीन काल में तंग वंश के राजा ज़ुआंग ज़ाँग का प्रिय फल था। राजा के पास वह पुष द्रुतगामी अश्वों द्वारा पहुंचाया जाता था, क्योंकि वह केवल दक्षिण चीन के प्रांत में ही उगता था। लीची को पश्चिम में पियरे सोन्नेरैट द्वारा प्रथम वर्णित किया गया था (1748-1814) के बीच, उनकी दक्षिण चीन की यात्रा से वापसी के बाद। सन 1764 में इसे रियूनियन द्वीप में जोसेफ फ्रैंकोइस द पाल्मा द्वारा लाया गया और बाद में यह मैडागास्कर में आयी और वह इसका का मुख्य उत्पादक बन गया।
लीची औषधीय गुण (Medicinal properties of litchi in hindi) :
लीची में पानी की काफी मात्रा होती है। यह विटामिन सी, पोटेशियम और नेचुरल शुगर का भी अच्छा स्त्रोत है। लीची बीज के पाउडर में दर्द से राहत पहुँचाने के गुण होते हैं। पाचन संबंधी विकारों को दूर करने के लिए बीज के पाउडर की चाय पीना फायदेमंद है। ऐसी चाय पीने से तंत्रिका तंत्र में होने वाले दर्द में भी राहत मिलती है।
लीची में खनिज लवण (Mineral salts in litchi in hindi) :
लीची को केवल फल के रूप में ही नहीं खाया जाता, इसका जूस और शेक भी बहुत अधिक पसंद किया जाता है। जैम, जैली, मार्मलेड, सलाद और व्यंजनों की गार्निशिंग के लिए भी लीची का प्रयोग किया जाता है। लीची में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी, विटामिन ए और बी कॉम्प्लेक्स, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फोस्फोरस, आयरन जैसे खनिज लवण पाए जाते हैं जो इसे काफी फायदेमंद बना देते हैं।
लीची में बहुत से पोषक तत्व जैसे – कार्बोहाइड्रेट (16.53 ग्राम) , प्रोटीन (0.83 ग्राम) , फैट (0.44 ग्राम) , कोलेस्ट्रोल (0 ग्राम) , फाइबर (1.3 ग्राम) , विटामिन ए (0 IU) , विटामिन के (0.4 µg) , सोडियम (1 मिलीग्राम) , पोटेशियम (171 मिलीग्राम) , कैल्शियम (5 मिलीग्राम) , मैग्नीशियम (10 मिलीग्राम) और आयरन (0.31 मिलीग्राम) होते हैं। – Litchi (Lychee) Nutrition
लीची के फायदे (litchi benefits in hindi) :
1. डाइजेशन में फायदेमंद (Beneficial litchi in Digestive) :
लीची डाइजेशन में बहुत अधिक फायदेमंद होती है। लीची में मौजूद विटामिन लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में और पाचन क्रिया के लिए बहुत जरुरी है। इससे बीटा कैरोटीन को जिगर और दूसरे अंगों को संग्रहित करने में मदद मिलती है। फोलेट हमारे शरीर में कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित रखता है इससे हमारा तंत्रिका तन्त्र स्वस्थ रहता है।
2. इम्यूनिटी में फायदेमंद लीची (Beneficial litchi in immunity) :
लीची हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है। लीची एक अच्छा एंटीओक्सिडेंट भी है। इसमें उपस्थित विटामिन सी हमारे शरीर में सकत कोशिकाओं के निर्माण और लोहे के अवशेषों में भी सहायता करता है जो एक प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने के लिए जरुरी है। रक्त कोशिकाओं के निर्माण और पाचन क्रिया में सहायक लीची में बीटा कैरोटीन, राइबोफ्लेविन, नियासिन और फोलेट काफी मात्रा में पाया जाता है।
3. वजन कम करने में फायदेमंद लीची (Beneficial litchi in weight loss) :
लीची वजन कम करने में बहुत फायदेमंद होती है। लीची हमारी सेहत के साथ-साथ फिगर का भी ध्यान रखती है। इसमें घुलनशील फाइबर बड़ी मात्र में होते हैं, जो मोटापा कम करने का अच्छा तरीका है। फाइबर हमारे भोजन को पचाने में सहायक होता है और अंदरूनी समस्याओं को रोकने में मदद करता है।
4. पेट के लिए फायदेमंद लीची (Beneficial litchi for stomach) :
लीची हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होती है। हल्के दस्त, उल्टी, पेट की खराबी, पेट के अल्सर और आंतरिक सूजन से उबरने में लीची का सेवन बहुत लाभदायक होता है। यह कब्ज या पेट में हानिकारक टोक्सिन के प्रभाव को कम करती है। यह गुर्दे की पथरी से होने वाले पेट दर्द से आराम पहुंचाती है।
5. ऊर्जा बढ़ाने में फायदेमंद लीची (Beneficial litchi in energy boost) :
लीची उर्जा का प्रमुख स्त्रोत होता है। थकान और कमजोरी महसूस करने वालों के लिए लीची बहुत फायदेमंद होती है। लीची में उपस्थित नियासिन हमारे शरीर में उर्जा के लिए आवश्यक स्तेरॉयड हॉर्मोन और हीमोग्लोबिन का निर्माण करता है।
6. सर्दी जुकाम में फायदेमंद लीची (Beneficial litchi in cold) :
लीची में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिसकी वजह से खांसी-जुकाम, बुखार और गले के संक्रमण को फैलने से रोकती है। यह संक्रामक एजेंटों के विरुद्ध प्रतिरोधक के रूप में काम करती है और हानिकारक मुक्त कणों को हटाती है। गंभीर सुखी खांसी के लिए तो लीची रामबाण का काम करती है। ऑलिगनॉल नामक रसायन की मौजूदगी के कारण लीची एन्फ्लूएंजा के वायरस से आपका बचाव करती है।
7. कैंसर में फायदेमंद लीची (Beneficial litchi in cancer) :
कुछ वैज्ञानिकों ने तो लीची को सुपर फल का दर्जा भी दिया है। अध्धयनों से साबित हुआ है की विटामिन सी, फ्लेवोनॉयड, क्युरसीटीन जैसे तत्वों से भरपूर लीची में कैंसर, खासतौर पर स्तन कैंसर से लड़ने के गुण पाए जाते हैं। इसके नियमित सेवन से हमारे शरीर में कैंसर के सेल्स ज्यादा बढ़ नहीं पाते हैं।
8. कोलेस्ट्रोल कंट्रोल में फायदेमंद लीची (Beneficial litchi in cholesterol control) :
यह विटामिन लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और पाचन क्रिया के लिए जरुरी है। इससे बीटा कैरोटीन को जिगर और दुसरे अंगों में संग्रहीत करने में मदद करता है। फोलेट हमारे शरीर में कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित रखता है। इससे हमारा तंत्रिका तंत्र स्वस्थ रहता है।
9. बच्चों के विकास में फायदेमंद लीची (Beneficial litchi in the development of children) :
लीची में पाए जाने वाले कैल्शियम, फोस्फोरस और मैग्नीशियम तत्व बच्चों के शारीरिक गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये मिनरल्स अस्थि घनत्व को बनाये रखते हैं। ये ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद करते हैं। लीची के छिलके वाली चाय सर्दी-जुकाम, दस्त, वायरल और गले के इंफेक्शन के इलाज में मददगार है।
10. त्वचा में फायदेमंद लीची (Beneficial litchi in skin) :
लीची में सूरज की अल्ट्रावॉयलेट युवी किरणों से त्वचा और शरीर का बचाव करने की खासियत होती है। इसके नियमित सेवन से ऑयली स्किन को पोषण मिलता है साथ ही मुंहासों के विकास को कम करने में मदद मिलती है। चेहरे पर पड़ने वाले दाग-धब्बों में कमी आ जाती है।
लीची के कुछ प्रभावशाली फायदे (Some Effective Benefits Of Litchi In Hindi) :
1. पानी की आपूर्ति में फायदेमंद : लीची का रस एक पौष्टिक तरह है। यह गर्मी के मौसम से संबंधित समस्याओं को दूर करता है शरीर को ठंडक पहुंचता है। लीची हमारे शरीर में संतुलित अनुपात में पानी की आपूर्ति करती है।
2. सुजन के दर्द में फायदेमंद : लीची तंत्रिका तंत्र की नसों और जननांगों की सुजन के इलाज में बहुत अधिक फायदेमंद होता है। इससे दर्द से राहत मिलती है। किसी भी अंग में सुजन कम करने के लिए लीची बीज के पाउडर का लेप लगाने से आराम मिलता है।
3. औषधि और अल्कोहल के निर्माण में फायदेमंद : दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने लीची के पल्प और छिलके में मौजूद फिनॉलिक कम्पाउंड से वजन कम करने, ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने और ह्रदय रोगों की सप्लीमेंट्री दवाईयों का निर्माण किया है। इनमें हाईड्रोक्सीकट, लीची-60 सीटी और एक्स्रेडीन प्रमुख हैं। लीची से स्किन क्रीम भी बनाई गई है, जिससे चेहरे की झुर्रियां घटाई जा सकती हैं। इसे अल्कोहल बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
4. रक्तचाप और ह्रदय रोगों से बचाव में फायदेमंद : लीची रक्तचाप और ह्रदय रोगों में बहुत अधिक फायदेमंद होती है। लीची में उपस्थित पोटेशियम दिल की बिमारियों से बचाव करता है। यह ह्रदय की धड़कन की अनियमितता अथवा अस्थिरता और रक्तचाप को नियंत्रित रखता है। लीची में उपस्थित लाभदायक रासायनिक तत्व शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करते हैं जिससे शरीर में खून की कमी नहीं हो पति और रक्त का प्रवाह सही ढंग से होता रहता है इसी वजह से लीची का नियमित सेवन ह्रदय आघात की संभावना पचास प्रतिशत कम कर देता है।
5. प्रतिरक्षा प्रणाली में फायदेमंद : लीची में सबसे आवश्यक पोषक तत्व विटामिन सी है। इससे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलता है क्योंकि विटामिन सी एक प्रमुख एंटीओक्सिडेंट है और इसे इसे सफेद रक्त कोशिकाओं की गतिविधि को प्रोत्साहित करने के लिए जाना जाता है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
6. एंटीवायरल बिमारियों में फायदेमंद : लीची में पाए जाने वाले प्रोएथोकेनड़ीन्स नामक पोलिफेनोल्स पर बड़े पैमाने पर अध्धयन किया गया है और अध्धयन में पाया गया कि लीची एंटीवायरल बीमारियों के विरुद्ध बहुत अच्छा प्रदर्शन करती है। लाइचीटैनिन ए2 जो लीची में पाए जाने वाला एक यौगिक है काफी हद तक सामान्य वायरस और कोक्ससैपी वायरस के साथ वायरस के फैलाव या प्रकोप को रोकने से जुदा हुआ है।
7. बालों में फायदेमंद : तनाव या प्रदूषण जैसे कई कारक हमारे बालों की चमक को कम कर देते हैं। लीची के बाहरी उपयोग बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। क्या आपके बल खराब मौसम की वजह से अपनी प्राकृतिक चमक को खो देते हैं। अपने बालों के लिए कंडिशनर के रूप में लीची की लुगदी का उपयिग करना शुरू करें। आठ से दस लीची की लुगदी निकले और उसे मैश करें और चमकदार और सनडर बालों के लिए 15 मिनट के लिए उपयिग करें।
8. आँखों की बीमारी में फायदेमंद : मोतियाबिंद एक दृश्य हानि है जो आँखों में लेंस के धुंधले होने के कारण होता है क्योंकि मोतियाबिंद लाखों लोगों को प्रभावित करता है इसलिए इसके बारे में कई अध्धयन किये गए हैं। एक अध्धयन ने निष्कर्ष निकाला है कि लीची मोतियाबिंद को रोक सकती है। लीची में फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो एंटीओक्सिडेंट और एंटीनाइप्लस्तिक गुणों से भरपूर होते हैं। इसका मतलब है कि ये कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि को रोकने में मदद करते हैं जिससे मोतियाबिंद को रोकने में मदद मिलती है।
9. यौन इच्छाएं बढ़ाने में फायदेमंद : कई अध्धयनों से यह निष्कर्ष निकला है कि लीची मनुष्य में यौन इच्छाओं को बढ़ा सकती है। लीची को कामेच्छा को उत्तेजित करने के लिए जाना जाता है क्योंकि पोटेशियम, तांबा और विटामिन सी जैसे आवश्यक घटकों की प्रचुरता होती है।
लीची के नुकसान (Side Effects Of Litchi In Hindi) :
1. सिमित मात्रा में सेवन : एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए एक कटोरी या 10 से 11 डेन लीची का सेवन हितकर है। ज्यादा खाने से नकसीर या सर दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कई बार तो लीची की अधिकता से एलर्जी भी हो सकती है। शरीर में खुजली होना, जीभ तथा होंठ में सूजन आना और साँस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं सामने आती हैं।
2. लीची का गर्म होना : लीची को गर्म भोजन माना जाता है जिसका अर्थ है कि लीची कभी-कभी शरीर के पोषक तत्वों के स्तर को असंतुलित कर सकती है।
3. मधुमेह रोग में नुकसानदायक : लीचीशर्करा का बहुत अच्छा स्त्रोत है इसलिए मधुमेह रोगियों को लीची खाने के दौरान सावधान रहना चाहिए क्योंकि यह आपके रक्त शर्करा के स्तर को अस्न्तुलिता कर सकता है यही वजह है कि मधुमेह से पीड़ित लोगों को लीची का सेवन संयम से करना चाहिए।
4. गर्भवती और स्तनपान वाली स्त्रियों के लिए : गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को लीची के सेवन से बचना चाहिए।