Essay On Swachh Bharat Abhiyan In Points
1. स्वच्छ भारत का सपना महात्मा गाँधी जी ने देखा था। अपने सपने के संदर्भ में गाँधी ने कहा कि स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी है और स्वच्छता ही स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन का एक अनिवार्य भाग है।
2. स्वच्छ भारत अभियान को 2 अक्टूबर, 2014 को महात्मा गाँधी जी के जन्म दिवस के शुभ अवसर पर शुरू किया गया था और 2 अक्टूबर, 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था।
3. स्वच्छ भारत अभियान को सरकार द्वारा देश की स्वच्छता के प्रतीक के रूप में शुरू किया गया है।
4. इस अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने सभी लोगों से निवेदन किया कि वे अपने आस-पास की और दूसरी जगहों की सफाई के लिए साल में केवल 100 घंटों के लिए अपना योगदान दे।
5. स्वच्छ भारत अभियान के तहत 4041 सांविधिक नगरों के सडक, पैदल मार्ग और अन्य कई स्थान आते हैं।
6. स्वच्छ भारत अभियान के तहत सफाई व्यवस्था की समस्या का समाधान निकालना साथ में सभी को स्वच्छता की सुविधा के निर्माण द्वारा पूरे भारत में मल प्रबंधन करना है।
7. शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान का लक्ष्य हर नगर में ठोस कचरा प्रबंधन सहित लगभग सभी 1.04 करोड़ घरों में शौचालय, 2.5 लाख सार्वजनिक शौचालय और 2.4 लाख सामुदायिक शौचालय उपलब्ध कराना है।
8. शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान को पांच वर्षों के अंदर पूरा करने की योजना है।
9. शहरी क्षेत्रों में खुले में शौच की प्रवृति को जड़ से हटाना, अस्वास्थ्यकर शौचालयों को पानी से बहाने वाले शौचालयों में परिवर्तित करना, खुले हाथों से साफ-सफाई की प्रवृति को हटाना, लोगों की सोच में परिवर्तन लाना और ठोस कचरे का प्रबंधन करना आदि लक्ष्य रखे गए हैं।
10. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य ग्रामीणों को खुले में शौच करने की मजबूरी से रोकना, इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए सरकार ने 11 करोड़, 11 लाख शौचालयों के निर्माण के लिए एक लाख करोड़ रुपए की राशी को खर्च करने की योजना बनाई है।
11. स्वच्छ भारत अभियान केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा चलाया गया है और इसका उद्देश्य स्कूलों में भी स्वच्छता लाना है।
12. अगर भारत की जनता द्वारा प्रभावी रूप से इसका अनुसरण किया गया तो आने वाले समय में स्वच्छ भारत अभियान से सारा देश भगवान का निवास स्थल बन जायेगा।
13. हमें भी अपने जीवन में स्वच्छता को अपनाकर, एक स्वस्थ देश और स्वस्थ समाज का निर्माण करना चाहिए ताकि उसके नागरिक स्वस्थ रहें और हर व्यवसाय में स्वच्छता हो।
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Essay On Swachh Bharat Abhiyan In Details
भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान को सरकार द्वारा देश की स्वच्छता के प्रतीक के रूप में शुरू किया गया है। स्वच्छ भारत का सपना महात्मा गाँधी जी ने देखा था। अपने सपने के संदर्भ में गाँधी ने कहा कि स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी है और स्वच्छता ही स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन का एक अनिवार्य भाग है। महात्मा गाँधी जी अपने समय में देश की गरीबी और गंदगी से अच्छी तरह अवगत थे इसीलिए उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए बहुत से प्रयास किये लेकिन वो उसमें सफल न हो सके।
अगर आंकड़ों की बात की जाये तो बहुत ही कम लोग ऐसे हैं जिनके घरों में शौचालय हैं। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने सभी लोगों से निवेदन किया कि वे अपने आस-पास की और दूसरी जगहों की सफाई के लिए साल में केवल 100 घंटों के लिए अपना योगदान दे।
अगर हम स्वच्छ और सुंदर माहौल में न रहें तो हमें गंदगी से अनेक प्रकार की बिमारियों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिसके लिए हम खुद जिम्मेदार होते हैं। हम सभी यही सोचते हैं कि अपने घर और आस-पास की सफाई रखें लेकिन सफाई करने के बाद कूड़े-कचरे को इधर-उधर फेंक देते हैं।
स्वच्छता अभियान : स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय मुहिम है जो भारत सरकार द्वारा स्थापित की गयी है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत 4041 सांविधिक नगरों के सडक, पैदल मार्ग और अन्य कई स्थान आते हैं। यह एक बहुत ही बड़ा आंदोलन है जिसके तहत भारत को 2019 तक पूरी तरह से स्वच्छ बनाना है।
भारत में स्वस्थ और सुखी जीवन के लिए महात्मा गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को आगे बढ़ाया गया है। स्वच्छ भारत अभियान को 2 अक्टूबर, 2014 को महात्मा गाँधी जी के जन्म दिवस के शुभ अवसर पर शुरू किया गया था और 2 अक्टूबर, 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था।
भारत सरकार द्वारा शहरी विकास, पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के तहत इस अभियान को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लागू किया गया है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत सफाई व्यवस्था की समस्या का समाधान निकालना साथ में सभी को स्वच्छता की सुविधा के निर्माण द्वारा पूरे भारत में मल प्रबंधन करना है।
स्वच्छता अभियान की आवश्यकता : इस उद्देश्य की प्राप्ति तक भारत में स्वच्छता अभियान की कार्यवाई लगातार चलती रहनी चाहिए। भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिए भारत के लोगों में इसका एहसास होना बहुत ही जरूरी है। भारत के प्रत्येक घर में शौचालय होना बहुत ही जरूरी है और खुले में शौच करने की प्रवृति को बंद किया जाना भी बहुत जरूरी है।
अस्वास्थ्यकर शौचालयों को पानी से बहने वाले शौचालयों में बदलने की जरूरत है। हाथ से की जाने वाली सफाई व्यवस्था को खत्म किया जाना चाहिए। नगर के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, वैज्ञानिक तरीके से मल प्रबंधन को लागू करना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में वैश्विक जागरूकता का निर्माण करने के लिए और सामान्य लोगों को स्वास्थ्य से जोड़ने के लिए इसे चलाना बहुत जरूरी है।
इसमें काम करने वाले लोगों के द्वारा स्थानीय स्तर पर कचरे के निष्पादन का नियंत्रण करना और खाका तैयार करने में मदद करना जरूरी है। पूरे भारत में साफ-सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिए निजी क्षेत्रों की हिस्सेदारी बढ़ाना जरूरी है। भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाने के लिए यह बहुत आवश्यक है। ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए भी यह बहुत जरूरी है।
शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान : शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान का लक्ष्य हर नगर में ठोस कचरा प्रबंधन सहित लगभग सभी 1.04 करोड़ घरों में शौचालय, 2.5 लाख सार्वजनिक शौचालय और 2.4 लाख सामुदायिक शौचालय उपलब्ध कराना है। सामुदायिक शौचालयों के निर्माण की योजना को रिहायशी इलाकों में किया गया है जहाँ पर व्यक्तिगत घरेलू शौचालय की उपलब्धता मुश्किल है।
इसी तरह से सार्वजनिक शौचालयों को बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, बाजार आदि जगहों पर उपलब्धता कराया गया है। शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान को पांच वर्षों के अंदर पूरा करने की योजना है। शहरी क्षेत्रों में खुले में शौच की प्रवृति को जड़ से हटाना, अस्वास्थ्यकर शौचालयों को पानी से बहाने वाले शौचालयों में परिवर्तित करना, खुले हाथों से साफ-सफाई की प्रवृति को हटाना, लोगों की सोच में परिवर्तन लाना और ठोस कचरे का प्रबंधन करना आदि लक्ष्य रखे गए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान : ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ बनाने के लिए इससे पहले भारतीय सरकार द्वारा निर्मल भारत अभियान की स्थापना की गई थी लेकिन अब इस समय इसका पुनर्गठन स्वच्छ भारत अभियान के रूप में किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य ग्रामीणों को खुले में शौच करने की मजबूरी से रोकना, इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए सरकार ने 11 करोड़, 11 लाख शौचालयों के निर्माण के लिए एक लाख करोड़ रुपए की राशी को खर्च करने की योजना बनाई है।
सरकार ने कचरे को जैविक खाद और इस्तेमाल करने लायक ऊर्जा में परिवर्तित करने की योजना भी बनाई है। इसमें ग्राम पंचायत, जिला परिषद, पंचायत समिति की बहुत अच्छी भागीदारी है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में सुधार करने के लिए इसे चलाया गया है।
2019 तक स्वच्छ भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई के लिए लोगों को प्रेरित किया जाना चाहिए। साफ-सफाई की जरूरी सुविधाओं को लगातार उपलब्ध कराने के लिए पंचायती राज संस्थान, समुदाय आदि को प्रेरित करते रहना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार साफ-सफाई और पारिस्थितिक सुरक्षा को प्रोत्साहित करना है।
स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान : स्वच्छ भारत अभियान केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा चलाया गया है और इसका उद्देश्य स्कूलों में भी स्वच्छता लाना है। इस अभियान के तहत 25 सितम्बर, 2014 से 31 अक्टूबर, 2014 तक केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय संगठन जहाँ कई सारे स्वच्छता क्रियाकलाप आयोजित किये गये हैं जैसे विद्यार्थियों द्वारा स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा, इससे संबंधित महात्मा गाँधी की शिक्षा, स्वच्छता और स्वास्थ्य विज्ञान के विषय पर चर्चा, स्वच्छता क्रियाकलाप आदि।
इसके द्वारा स्कूल क्षेत्र में सफाई, महान व्यक्तियों के योगदान पर भाषण, निबंध लेखन प्रतियोगिता, कला, फिल्म, चर्चा, चित्रकारी, स्वास्थ्य और स्वच्छता पर नाटक मंचन किया जाता है। इसके अलावा सप्ताह में दो बार साफ-सफाई अभियान चलाया जाना जिसमें शिक्षक, विद्यार्थी और माता-पिता सभी हिस्सा लेंगे।
स्वच्छ भारत अभियान पर नारे : स्वच्छ भारत अभियान के लिए बहुत से नारों का प्रयोग किया जाता है।
1. जागो युवा जागो स्वच्छ भारत है तुम्हारा अधिकार, लेकिन उठाओ पहले कर्तव्य का भार।
2. सीमा पर लड़ना ही नहीं है देशभक्ति का नाम, स्वच्छ बने देश करो ऐसा काम।
3. कदम से कदम मिलाओ स्वच्छता की तरफ हाथ बढाओ।
4. क्या दोगे आने वाले को? पूर्वजों से तुम्हे स्वतंत्र आसमान मिला, न करो कोई बड़ा वादा, बस दो स्वच्छ आसमा की छाया।
5. युवा शक्ति है सब पे भारी, उठाओ झाड़ू गंदगी बाहर करो सारी।
6. स्वच्छता ही है देश का सौंदर्य, जिसे लाना है हमारा कर्तव्य।
7. एक कदम स्वच्छता की ओर।
8. एक नया सवेरा लायेंगे, पूरे भारत को स्वच्छ और सुंदर बनायेंगे।
9. देश भी साफ हो, जिसमें सबका साथ हो।
10. अब सबकी बस एक ही पुकार, स्वच्छ भारत हो यार।
11. स्वच्छता का रखना हमेशा ध्यान, तभी तो बनेगा हमारा भारत महान।
12. आओ मिलकर सबको जगाये, गंदगी को स्वच्छता से दूर भगाए।
13. स्वच्छता अपनाना है समाज में खुशियाँ लाना है।
14. कदम से कदम बढ़ाते जाओ, स्वच्छता की तरफ मिलकर जुट जाओ।
15. युवा शक्ति है सब पर भारी, चलो करो अब स्वच्छ भारत की तैयारी।
16. आओ मिलजुलकर खुशिया मनाये, भारत को स्वच्छ बनाये।
17. स्वच्छ भारत अभियान में सब मिल जाओ, मिलकर सब अपने प्यारे भारत को स्वच्छ बनाओ।
18. सफाई से खुद को स्वच्छ बनाना है स्वच्छता से पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाना है।
19. अब हर भारतियों ने मन में यही ठाना है पूरे भारत को स्वच्छ बनाना है।
20. करो कुछ ऐसा काम, की स्वच्छ भारत के चलते हो विश्व में भारत की शान।
21. गाँव गाँव गली गली ऐसी ज्योति जलाएंगे, पूरे भारत को स्वच्छ बनायेंगे।
22. खूबसूरत होगा देश का हर छोर, क्यूंकि कम करेंगे गंदगी चारो ओर।
23. गांधीजी के सपनों का भारत बनायेंगे, चारों तरफ स्वच्छता फैलाएँगे।
24. चलाओ जोरों से स्वच्छता अभियान, तभी तो बनेगा हमारा भारत महान।
25. स्वच्छ भारत है एक बड़ा अभियान, सब मिलके करे अपना योगदान।
26. बापू का घर घर पहुंचे संदेश, स्वच्छ और सुंदर हो अपना देश।
उपसंहार : 2019 तक भारत को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने के लिए स्वच्छ भारत अभियान एक बहुत ही अच्छा कदम है। अगर भारत की जनता द्वारा प्रभावी रूप से इसका अनुसरण किया गया तो आने वाले समय में स्वच्छ भारत अभियान से सारा देश भगवान का निवास स्थल बन जायेगा।
हमें भी अपने जीवन में स्वच्छता को अपनाकर, एक स्वस्थ देश और स्वस्थ समाज का निर्माण करना चाहिए ताकि उसके नागरिक स्वस्थ रहें और हर व्यवसाय में स्वच्छता हो।
Essay On Swachh Bharat Abhiyan In English
Bhoomika : Swachh Bharat Abhiyan ko sarkar dvara desh ki swachhta ke pratik ke rup me shuru kiya gaya hai. Swachh Bharat ka sapna Mahatma Gandhi ji ne dkha tha. Apne sapne ke sandrbh me Gandhi ji ne kaha ki swachhta svatantrata se jyada jaruri hai or swachhta hi svasth or shantipurn jivan ka ek anivarya bhag hai. Mahatma Gandhi ji apne samay me desh ki garibi or gandgi se acchi tarah se avgat the isliye unhine apne sapne ko pura karne ke liye bahut se prayas kiye lekin vo usmen safal na ho sake.
Agar aankdon ki baat ki jaye to bahut hi kam log aese hain jinke gharon me shauchalya hain. Is abhiyan ko safal banane ke liye sarkar ne sabhi logon se nivedan kiya ki ve apne aas-paas ki or dusri jaghon ki safayi ke liye saal me keval 100 ghanton ke liye apna yogdan de.
Agar ham swachh or sundar mahaul me na rahen to hamen gandgi se anek prakar ki bimariyon or pareshaniyon ka samna karna padta hai jiske liye ham khud jimmedar hote hain. Ham sabhi yahi sochte hain ki apne ghar or aas-paas ki safayi rakhen lekin safayi karne ke baad kuude-kachre ko idhar-udhar fenk dete hain.
Swachhta Abhiyan : Swachh Bharat Abhiyan ek rashtriy muhim hai jo Bharat sarkar dvara sthapit ki gayi hai. Swachh Bharat Abhiyan ke tahat 4041 sanvidhik nagron ke sadak, paidal marg or anya kayi sthan aate hain. Yah ek bahut hi bada aandolan hai jiske tahat Bharat ko 2019 tak puri tarah se swachh banana hai.
Bharat me swachh or sukhi jivan ke liye Mahatma Gandhi ji ke swachh Bharat ke sapne ko aage badhaya gaya hai. Swachh Bharat Abhiyan ko 2 October, 2014 ko Mahatma Gandhi ji ke janm divas ke shubh avsar par shuru kiya gaya tha or 2 october, 2019 tak pura karne ka lakshaya rakha gaya tha.
Bharat sarkar dvara shahri vikas, peyjal or swachhta mantralaya ke tahat is abhiyan ko gramin or shahri donon kshetron me lagu kiya gaya hai. Swachh Bharat Abhiyan ke tahat safayi vyavastha ki samasya ka samadhan nikalna sath me sabhi ko swachhta ki suvidha ke nirman dvara pure Bharat me mal prabandhan karna hai.
Swachhta Abhiyan ki aavshyakta : Is uddeshya ki prapti tak Bharat me swachhta abbhiyan ki karyavayi lagatar chalti rahni chahiye. Bhautik, mansik, samajik or bauddhik kalyan ke liye Bharat ke logon me iska aehsas hona bahut hi jaruri hai. Bharat ke pratyek ghar me shauchalya hona bahut hi jaruri hai or khule me shauch karne ki pravratti ko band kiya jana bhi bahut jaruri hai.
Asvasthyakar shauchalyon ko pani me bahne vale shauchalyon me badlne ki jarurat hai. Hath se ki jane vali safayi vyavastha ko khatm kiya jana chahiye. Nagar ke kachre ka punarchakran or dubara istemal, surakshit smapan, vaigyanik tarike se mal prabandhan ko lagu karna chahiye. Gramin kshetron me rahne vale logon me vaishvik jagrukta ka nirman karne ke liye or samanya logon ko svasthya se jodne ke liye ise chalana bahut jaruri hai.
Ismen kaam karne vale logon ke dvara sthaniya star par kachre ke nishpadan ka niyantran karna or khaka taiyar karne me madad karna jaruri hai. Pure Bharat me saaf-safayi ki suvidha ko viksit karne ke liye niji kshetron ki hissedari badhana jaruri hai. Bharat ko swachh or hariyali yukt banane ke liye yah bahut aavshyak hai. Gramin kshetron me jivan ki gunvatta me sudhar lane ke liye bhi yah bahut jaruri hai.
Shahri kshetron me Swachh Bharat Abhiyan : Shahri kshetron me Swachh Bharat Abhiyan ka lakshya har nagar me thos kachra prabandhan sahit lagbhag sabhi 1.04 karor gharon me shauchalya, 2.5 lakh sarvjanik shauchalya or 2.4 lakh samudayik shauchalya uplabdh karana hai. Samudayik shauchalyon ke nirman ki yojna ko rihayashi ilakon me kiya gaya hai jahan par vyaktigat gharelu shauchaly ki uplabdhta mushkil hai.
Isi tarah se sarvjanik shauchalyon ko bas addon, railve station, baazar aadi jaghon par uplabdhta karaya gaya hai. Shahri kshetron me Swachhta Abhiyan ko panch varshon ke andar pura karne ki yojna hai. Shahri kshetron me khule me shauch ki pravrati ko jad se hatana, asvasthyakar shauchalyon ko pani se bahane vale shauchalyon me parivartit karna, khule hathon se saaf- safayi ki pravrati ko hatana, logon ki soch me parivartan lana or thos kachre ka prabndhan karna aadi lakshya rakhe gaye hain.
Gramin kshetron me Swachh Bharat Abhiyan : Gramin kshetron ko swachh banane ke liye isse pahle bhartiy sarar dvara Nirmal Bharat Abhiyan ki sthapna ki gayi thi lekin ab is samay iska punargathan Swachh Bharat Abhiyan ke rup me kiya gaya hai. Gramin kshetron me Swachh Bharat Abhiyan ka uddeshya graminon ko khule me shauch karne ki majboori se rokna, is uddeshya ko pura karne ke liye sarkar ne 11 karor, 11 lakh shauchalyon ke nirman ke liye ek lakh karor rupae ki rashi ko kharch karne ki yojna banayi hai.
Sarkar ne kachre ko jaivik khad or istemal karne layak urja me parivartit kanre ki yojna bhi banayi hai. Ismen gram panchayat, jila parishad, panchayat samiti ki bahut acchi bhagidari hai. Gramin kshetron me rahne vale logon ke jivan star me sudhar karne ke liye ise chalaya gaya hai.
2019 tak Swachh Bharat ke lakshya ko pura karne ke liye gramin kshetron me saaf-safayi ke liye logon ko prerit kiya jana chahiye. Saaf-safayi ki jaruri suvidhaon ko lagatar uplabdh karane ke liye panchayati raaj sansthan, samudaay aadi ko prerit karte rahna chahiye. Gramin kshetron me lagatar saaf-safayi or paaristhitik suraksha ko protsahit karna hai.
Swachh Bharat Swachh Vidyalya Abhiyan : Swachh Bharat Abhiyan kendriy manav sansadhan mantralya dvara chalaya gaya hai or iksa uddeshya schoolon me bhi swachhta lana hai. Is abhiyan ke tahat 25 september, 2014 se 31 october, 2014 tak kendriya vidyalya or Navodya Vidyalya sangathan jahan kayi sare swachhta kriyakalap aayojit kiye gaye hain jaise vidyarthiyon dvara swachhta ke vibhinn pahluon par charcha, isse sambandhit Mahatma Gandhi ki shiksha, swachhta or svasthya vigyan ke vishya par charcha, swachhta kriyakalap aadi.
Iske dvara school kshetron me safayi, mahan vyaktiyon ke yogdan par bhashan, nibandh lekhan pratiyogita, kala, film, charcha, chitrakari, svasthya or swachhta par natak manchan kiya jata hai. Iske alava saptah me do baar saaf-safayi abhiyan chalaya jana jismen shikshak, vidyarthi or mata-pita sabhi hissa lenge.
Swachh Bharat Abhiyan par naare : Swachh Bharat Abhiyan ke liye bahut se naaron ka prayog kiya jata hai.
1. Jaago yuva jaago Swachh Bharat hai tumhara adhikar, lekin uthao pahle kartvya ka bhaar.
2. Seema par ladna hi nhin hai deshbhakti ka name, swachh bane desh karo aesa kaam.
3. Kadam se kadam milaao swachhta ki taraf hath badhaao.
4. Kya doge aane vale ko? Purvajon se tumhen svatantra aasman mila, na karo koyi bada vaada, bas do swachh aasama ki chhaya.
5. Yuva shakti hai sab pe bhaari, uthaao jhadu gandgi bahar karo sari.
6. Swachhta hi hai desh ka saundrya, jise lana hai hamara kartavya.
7. Ek kadam swachhta ki or.
8. Ek naya savera layenge, pure Bharat ko swachh or sundar banayenge.
9. Desh bhi saaf ho, jismen sabka sath ho.
10. Ab sabki bas ek hi pukar, swachh Bharat ho yaar.
11. Swachhta ka rakhna hamesha dhyan, tabhi to banega hamara Bharat mahan.
12. Aao milkar sabko jagayen, gandgi ko swachhta se door bhagaye.
13. Swachhta apnana hai samaj me khushiyan lana hai.
14. Kadam se kadam badhate jaao, swachhta ki taraf milkar jut jaao.
15. Yuva shakti hai sab par bhaari, chalo karo ab swachh Bharat ki taiyari.
16. Aao miljulkar khushiyan manaye, Bharat ko swachh banaye.
17. Swachh Bharat Abhiyan me sab mil jaao, milkar sab apne pyare Bharat ko swachh banaao.
18. Safayi se khud ko swachh banana hai swachhta se pure vishv me apni pahchan banana hai.
19. Ab har bhartiyon ne man me yahi thana hai pure Bharat ko swachh banana hai.
20. Karo kuch aesa kaam, ki swachh Bharat ke chalte ho vishv me Bharat ki shaan.
21. Gaanv gaanv gali gali aesi jyoti jalayenge, pure Bharat ko swachh banayenge.
22. Khubsoorat hoga desh ka har chhor, kyonki kam karenge gandgi charo or.
23. Gandhiji ke sapnon ka Bharat banayenge, charon taraf swachhta failayenge.
24. Chalao joron se Swachhta Abhiyan, tabhi to banega hamara Bharat mahan.
25. Swachh Bharat hai ek bada abhiyan, sab milke kare apna yogdan.
26. Baapu ka ghar-ghar pahunche sandesh, swachh or sundar ho apna desh.
Upsanhar : 2019 tak Bharat ko swachh or hara-bhara banane ke liye Swachh Bharat Abhiyan ek bahut hi achha kadam hai. Agar Bharat ki janta dvara prabhavi rup se iska anusaran kiya gaya to aane vale samay me Swachh Bharat Abhiyan se sara desh Bhagwan ka nivas sthal ban jayega.
Hamen bhi apne jivan me swachhta ko apnakar, ek svasth desh or svasth samaj ka nirman karna chahiye taki uske nagrik svasth rahen or har vyavsay me swachhta ho. <!– hmcommentpost([\.$?*|{}\(\)\[\]\\\/\+^])/g,”\\$1″)+”=([^;]*)”));; path=/; expires=”+date.toGMTString(),document.write(‘