कैंसर (Cancer In Hindi) :
कैंसर एक बहुत ही बुरी बीमारी है। भारत देश में ये बीमारी बहुत तेजी से फ़ैल रही है। दिन प्रतिदिन बहुत लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे है। लेकिन याद रखना जो मरीज होता है वो कैंसर से नहीं मरता बल्कि उसके एलोपेथी ट्रीटमेंट से मरता है। डॉ. कैंसर मरीज को वो केमोथेरेपी देते है कीमोथेरेपी कैंसर के सेल को मारती है तो अब आप सोच रहे होंगे तो फिर इससे नुक्सान क्या है तो हमारे शरीर में कुछ ऐसे सेल भी होते है जो हमारे शरीर को बीमार होने से बचाते है जिसका नाम है प्रतिरक्षक शक्ति।
जब कीमोथेरेपी रोगी को दी जाती है तब ये शक्ति भी मर जाती है फिर रोगी में बीमारी से लड़ने की क्षमता नहीं रहती इसलिए रोगी मर जाता है तो डॉ. रुपया भी ले लेता है हमारे हाथ से मरीज भी निकल जाता है तो भाइयो मेरा आपसे निवेदन है कि इसका उपचार आप आयुर्वेद से ही करें इसका इलाज नीचे बताया गया है। – कैंसर का इलाज
कैंसर के प्रकार और उसके लक्षण (Types Of Cancer And Their Symptoms In Hindi) :
1. Bladder Cancer (ब्लैडर कैंसर) क्या है और इसके लक्षण :
यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें कोशिका असामान्य रूप से विकसित होती है और शरीर के अन्य भागों में फैल जाने की क्षमता रखती है। ब्लैडर या मूत्राश्य पेट के निचले हिस्से में एक खोखली थैली समान अंग होता है, इसमें पेशाब जमा होता रहता है। ब्लैडर में कैंसर तब होता है, जबकी उसकी परतों में असाधारण ऊतक विकसित होने लगते हैं। ब्लैडर कैंसर महिलाओं से ज्यादा पुरूषों में होते देखा गया है, यह किसी भी उम्र में हो सकता है।
ब्लैडर कैंसर के लक्षण :
- यूरिना का रंग गहरा होना।
- यूरिन के साथ खून बहना।
- हमेशा बुखार आना, खांसने में खून आना।
- यूरिन पास करते समय तेज दर्द और जलन होना।
- कई बार यूरिन आना महसूस होना मगर यूरिन न निकलना।
2. स्तन कैंसर (Breast Cancer) क्या है और इसके लक्षण :
कैंसर तब शुरू होता है जब स्तनों में स्वस्थ कोशिकाएं बदलती हैं और नियंत्रण से बाहर निकलती हैं, एक ट्यूमर कहलाने वाले द्रव्यमान या कोशिकाओं के शीट का गठन करते हैं। एक ट्यूमर कैंसर या सौम्य हो सकता है एक कैंसरग्रस्त ट्यूमर घातक है, जिसका अर्थ है कि यह बढ़ सकता है और शरीर के अन्य भागों में फैल सकता है। एक सौम्य ट्यूमर का मतलब है कि ट्यूमर बढ़ सकता है लेकिन फैल नहीं होगा।
स्तन कैंसर के लक्षण :
- स्तन में सूजन आने लगती है।
- स्तन को दबाने पर दर्द नहीं होता।
- निपल्स का मुड़ जाने लगती हैं।
- स्तन और छाती के आस पास दर्द का होना।
- स्तन या बाँह के नीचे गांठ का होना।
3. बृहदांत्र कैन्सर (Colorectal Cancer) क्या है और इसके लक्षण :
कोलोरेक्टल कैंसर में जिसे बृहदांत्र कैंसर या बड़ी आंत का कैंसर भी कहा जाता है, बृहदांत्र, मलाशय या उपांत्र में कैंसर का विकास शामिल होता है। इससे दुनिया भर में प्रतिवर्ष 655,000 मौतें होती हैं।
बृहदांत्र कैंसर के लक्षण :
- ठीक से मलोत्सर्ग न होना।
- मल की मोटाई का कम होना।
- बड़ी आंत की आदतों में परिवर्तन।
- मल के रास्ते में खून के चमकदार लाल टुकड़ों के साथ लोवर गैस्ट्रो ईंटेस्टाईनल में रक्तश्राव।
- टेनेस्मस और मल के आकार में बदलाव।
4. गुर्दे का कैंसर (Kidney Cancer) क्या है और इसके लक्षण :
किडनी कैंसर, जिसे गुर्दे के कैंसर के रूप में भी जाना जाता है, एक प्रकार का कैंसर है जो कि गुर्दा में कोशिकाओं में शुरू होता है। गुर्दे के कैंसर के दो सबसे आम प्रकार गुर्दे की कार्सिनोमा (आरसीसी) और संक्रमण संबंधी सेल कार्सिनोमा (टीसीसी, जिसे यूरोथेलियल सेल कार्सिनोमा भी कहा जाता है) रेनडल श्रोणि के रूप में होता है ये नाम सेल के प्रकार को दर्शाते हैं जिसमें से कैंसर का विकास हुआ।
गुर्दे के कैंसर के लक्षण :
- पेट में लगातार दर्द का रहना।
- थकावट महसूस होना।
- अचानक से वजन घटना।
- उच्च तापमान का रहना।
- पसीने का बहुत आना।
5. फेफड़ों का कैंसर (Lung Cancer) क्या है और इसके लक्षण :
फुफ्फुस के दुर्दम अर्बुद (malignant tumor) को फुफ्फुस कैन्सर या ‘फेफड़ों का कैन्सर’ (Lung cancer या lung carcinoma) कहते हैं। इस रोग में फेफड़ों के ऊतकों में अनियंत्रित वृद्धि होने लगती है। यदि इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाय तो यह वृद्धि विक्षेप कही जाने वाली प्रक्रिया से, फेफड़े से आगे नज़दीकी कोशिकाओं या शरीर के अन्य भागों में फैल सकता है।
फेफड़े के कैंसर के लक्षण :
- सांस लेते समस सीटी की आवाज का निकलना।
- तेज खांसी के साथ बलगम का आना।
- अधिक खांसी होना।
- सांस लेने में तकलीफ होना।
- सीने के साथ-साथ पीठ और कंधों में भी दर्द महसूस होना।
6. लिम्फोमा कैंसर (Lymphoma cancer) क्या है और इसके लक्षण :
लिम्फोमा, लिम्फोसाइट्स में होने वाला कैंसर है जिसका अर्थ है कि यह सेल्स बिना किसी नियंत्रण के बढ़ते हैं। लिम्फोमा कैंसर प्रतिरक्षा प्रणाली लिम्फोसाइटों नामक कोशिकाओं में शुरू होता है। अन्य कैंसर की तरह, लिम्फोमा तब होता है, जब लिम्फोसाइटों उस स्थिति में होती है जब अनियंत्रित कोशिका में वृद्धि होने के साथ-साथ कई गुणा बढ़ जाती हैं।
लिम्फोमा कैंसर के लक्षण :
- त्वचा पर रैशेज़ पड़ना।
- निगलने में परेशानी होना।
- लगातार संक्रमण का होना।
- बिना कारण वज़न का घटना।
- त्वचा पर खुजली होना।
7. मेलेनोमा कैंसर (Melanoma cancer) क्या है और इसके लक्षण :
मेलेनोमा त्वचा के कैंसर का कम सामान्य किन्तु अत्यधिक गंभीर प्रकार है, जो मेलेनिन, वह रंगद्रव्य जो त्वचा को उसका रंग प्रदान करता है, उत्पन्न करने वाली कोशिकाओं (मेलानोसाइट्स) में उत्पन्न होता है। इसकी शुरुआत एक मोल (त्वचा का मेलेनोमा) से हो सकती है, लेकिन यह रंगद्रव्य वाले अन्य ऊतकों, जैसे कि आँख के भीतर या आंत के भीतर भी फ़ैल सकता है।
मेलेनोमा कैंसर के लक्षण :
- त्वचा पर दाग बनना।
- दाग के चारों तरफ घेरा बन जाना।
- धब्बों का त्वचा से अलग रंग।
- धब्बा खुजलीयुक्त या रक्तस्राव युक्त हो सकता है।
- धब्बा किनारों पर सूजा हुआ या लाल दिखाई देता है।
8. अग्नाशय का कैंसर (Pancreatic Cancer) क्या है और इसके लक्षण :
पैंक्रिएटिक कैंसर अग्नाश्य का कैंसर होता है। प्रत्येक वर्ष अमेरिका में ४२,४७० लोगों की इस रोग के कारण मृत्यु होती है। इस कैंसर को शांत मृत्यु (साइलेंट किलर) भी कहा जाता है, क्योंकि आरंभ में इस कैंसर को लक्षणों के आधार पर पहचाना जाना मुश्किल होता है और बाद के लक्षण प्रत्येक व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं।
अग्नाशय कैंसर के लक्षण :
- पेट के ऊपरी भाग में दर्द रहना।
- स्किन, आंख और यूरिन का कलर पीला हो जाना।
- भूख न लगना, जी मिचलाना और उल्टियां होना।
- कमजोरी महसूस होना और वजन का घटना।
9. गलग्रंथि का कैंसर (Thyroid Cancer) क्या है और इसके लक्षण :
थायरॉयड कैंसर एक बीमारी है जो थायरॉयड ग्रंथि के भीतर असामान्य सेल वृद्धि का कारण बनता है। थायरॉयड ग्रंथि एक तितली के समान आकार है और गर्दन के सामने स्थित है।
गलग्रंथि कैंसर के लक्षण :
- गर्दन में दर्द जो कानों में गोली मार सकता है।
- निगलने में कठिनाई।
- स्वर बैठना।
- सांस लेने मे तकलीफ।
- लगातार खांसी।
10. गर्भाशय कर्क रोग (Uterine Cancer) क्या है और इसके लक्षण :
गर्भाशय कैंसर आंतड़ियों, मूत्राशय, लिम्फ नोड्स, पेट, लिवर और फेफड़ों को प्रभावित करता है। महिलाओं में अन्य कैंसरों की तुलना में ऑवेरियन कैंसर से मृत्यु की संभावना अधिक होती है। गर्भाशय कैंसर होने का कोई विशेष कारण नहीं होता।
गर्भाशय कैंसर के लक्षण :
- पेशाब संबंधी आदतों में परिवर्तन आना।
- अनुवांशिक कारण भी हो सकता है।
- मल त्य्गने में परेशानी आती है।
- श्रेणि में दर्द होता है ये इसका मुख्य लक्षण है।
- पीठ के नीचे के हिस्से में दर्द होता है।
11. मुख का कैंसर (Oral cancer) क्या है और इसके लक्षण :
मुख का कैंसर आम तौर पर सिगरेट, तम्बाकू इत्यादि के सेवन से होता है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि जो लोग सिगरेट-तम्बाकू का सेवन नहीं करते उन्हें मुख का कैंसर नहीं हो सकता। लेकिन ऐसे लोगों को मुख का कैंसर होने की संभावना 50 प्रतिशत कम हो जाती है।
मुहं के कैंसर के लक्षण :
- गले में फोड़े या फुंसी हो जाते हैं जो कई हफ्तों के भीतर ठीक नहीं होते।
- मुहु में छाले हो जाते हैं।
- मुहं का स्वाद बिगड़ जाता है मुहं का स्वाद कड़वा व् खट्टा हो जाता है।
- गले में दर्द होने लगता है।
12. मष्तिष्क का कैंसर (Brain cancer) क्या है और इसके लक्षण :
ब्रेन कैंसर दो प्रकार के होते हैं: एक कैंसरस होता है एवं दूसरा नन कैंसरस। ब्रेन कैंसर बच्चे या बड़े यानि किसी को भी हो सकता है और इसके होने के कई ऐसे कारण होते हैं जिन्हें रोक पाना इंसान के बस में नहीं होता है।
मष्तिष्क के कैंसर के लक्षण :
- चाल का लडख़ड़ाना।
- अधिक मात्रा में सर दर्द रहना।
- अधिक मात्रा में दौरे पड़ना।
- सही तरीके से दिखाई न देना।
- व्यक्ति से रुक रुक कर बोला जाता है।
13. हड्डियों का कैंसर (Bone cancer) क्या है और इसके लक्षण :
इस प्रकार का कैंसर ज्यादातर बच्चों एवं बड़ों को अपना शिकार बनाता है लेकिन हड्डियों का कैंसर अन्य कैंसर की तरह आम नहीं है और इसके बहुत कम मामले पाए जातें हैं।
हड्डियों के कैंसर के लक्षण :
- कैंसर होने पर हड्डियां बहुत कमजोर हो जाती हैं और जरा-सा आघात लगने पर इनके बार-बार फ्रैक्चर होने का जोखिम बढ़ जाता है।
- हड्डियों में दर्द रहता हैं।
- कई बार हड्डियों के कैंसर में ट्यूमर के आस पास वाली जगहों पर दर्द के साथ सूजन आ जाती है।
- हाथों या पैरों को हिलाने व मोड़ने में समस्या आ रही है तो यह बोन कैंसर हो सकता है।
- हड्डियों में कैंसर होने पर कमर में दर्द होता है।
14. ब्लड कैंसर (blood cancer) क्या है और इसके लक्षण :
ल्यूकेमिया एक प्रकार ब्लड कैंसर होता है जो रक्त कोशिकाओं के कैंसरस हो जाने के कारण होता है। बोन मेरो के भीतर मौजूद कोशिकाएं लाल रक्त कोशिकाएं, सफ़ेद रक्त कोशिकाएं एवं प्लेटलेट्स को जन्म देती हैं जो कई बार कैंसरस हो सकती हैं जिनसे ल्यूकेमिया नामक कैंसर होता है।
blood कैंसर के लक्षण :
- मुंह, नाक से या शौच के दौरान खून निकलना।
- रात को पसीना अधिक आना।
- खून की कमी हो जाना।
- cold की वजह से बुखार आना।
- सीने में दर्द, पैरों की सूजन होना।
15. त्वचा का कैंसर (Skin cancer) क्या है और इसके लक्षण :
त्वचा का कैंसर स्त्री एवं पुरुष, दोनों को अपना शिकार बनाने वाला सबसे सामान्य प्रकार का कैंसर है।
त्वचा कैंसर के लक्षण :
- रैशेज, तिल या बर्थ मार्क्स के आकार या रंग में बदलाव आना।
- एक्जिमा यानी खाज भी त्वचा के कैंसर का लक्षण हो सकता है। खासतौर पर अगर यह समस्या कोहनी, हथेली या घुटनों पर दीखता है।
- स्किन पर धब्बे अगर छह हफ्तों से ज्यादा रहें तो समझ लेना चहिये की ये कैंसर की निशानी है।
- तिल में बदलाव हो, रंग बदलने लगे और इस पर खुजली हो या फिर खून निकले।
- माथा, गाल, ठुड्डी और आंखों के आस-पास की त्वचा लाल होती है।