पपीता-(Papaya In Hindi)
पपीता एक फल है इसे अंग्रेजी में papaya के नाम से जाना जाता है और इसका वैज्ञानिक नाम Carica papaya है। जब पपीता कच्चा होता है तब इसका रंग हरा होता है पकने के बाद ये पीले रंग में बदल जाता है। भारत में पपीता अब से लगभग ३०० वर्ष पूर्व आया। आरंभ में भारतवासियों ने फलों में हीक के कारण इसको कदाचित् अधिक पसंद नहीं किया, परंतु अब अच्छी और नई किस्मों के फलों में हीक नहीं होती।
पपीते के पेड़ भारत के कई राज्यों में पाए जाते हैं और यह किसी भी मौसम में लगाया जा सकता है। पपीता एक स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक फल है पपीता भी दो प्रकार का होता है कच्चा पपीता और पका पपीता कच्चे पपीते का हम सब्जियों में प्रयोग करते हैं और पके हुए पपीते का हम ऐसे ही सेवन करते हैं।
पपीते की तासीर : इसकी तासीर बहुत गर्म होती है इसलिए महिलायों के लिए गर्भावस्था के दौरान पपीता बहुत हानिकारक होता है इसलिए गर्भवती महिलायों को पपीते का सेवन कम से कम करना चहिये और एक बार अपने किसी निजी डॉ से परामर्श लेकर सेवन करें।
पपीता के औषधीय गुण :
पपीता कई औषधीय गुणों से भरपूर है पपीते का सेवन एक फल समझकर नहीं अपितु एक औषधी समझकर करना चहिये क्यूंकि एक पका हुआ पपीता हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी है। इसके रोजाना सेवन शरीर की कई गंभीर बीमारियों को दूर किया जा सकता है। पपीते में विटामिन सी, विटामिन ई और बीटा कैरोटीन जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
जिससे व्यक्ति का यौवन लंबे समय तक बना रहता है। हमारे शरीर में नब्बे प्रतिशत बीमारियां पेट से ही उपजती हैं। पपीता खनिज और विटामिन से भरपूर होता है। पका हुआ पपीता विटामिन सी का भंडार होता है। यह विटामिन ए , फोलेट , पोटेशियम , कॉपर , पैण्टोथेनिक एसिड तथा फाइबर का बहुत अच्छा स्रोत है। पपीते से कैल्शियम , मैग्नीशियम , विटामिन बी 1 , बी 3 , बी 5 , विटामिन E होते हैं जो शरीर के लियए बहुत फी लाभदायक होते हैं। – Papaya Nutrition
पपीता के सेवन करने का तरीका और सही समय :
1. पके पपीते का सेवन :- पके हुए पपीते को अच्छे से धो लें फिर इसे छिल लें छीलने के बाद इसे टुकड़ों में बाँट लें फिर इसके ऊपर काला नमक छिड़कर सेवन करें इस तरीके से हम पपीते का सेवन कर सकते हैं।
2. पपीते का रश :- आज कल सब फलों का रश ही पीना पसंद करते हैं तो आप इसक रश निकालकर पी सकते हैं इसका रश जल्दी हजम होने वाला होता है रश निकालने के लिए पपीते को छीलकर उसके टुकड़े करके मिक्सर में डालकर मिक्स कर दें फिर इसका सेवन करें।
3. सलाद के रूप में :- अगर आप इसको खा नही सकते या जूस नही पी सकते तो आप इसको सलाद में सामिल करके इसका सेवन कर सकते हैं जैसे आप टमाटर खीरे की सलाद का सेवन करते हैं ठीक ऐसे ही पपीते का सेवन भी कर सकते हैं।
4. कच्चे पपीते का सेवन :- जैसे पके पपीते के सेवन करने के फायदे होते हैं ऐसे ही कच्चे पपीते के भी लाभ होते हैं कच्चे पपीते की हम सब्जी बनाकर सेवन में ले सकते हैं।
5. पपीते का मुरब्बा :- अगर आप पका हुआ पपीता नही खा सकते तो आप पपीते के मुरब्बे का सेवन कर सकते हैं पपीते का मुरब्बा कैसे बनाये ये आपको नीचे बताया गया है।
पपीते खाने का सही समय :- वैसे तो पपीते का सेवन हम कभी भी कर सकते हैं पर कुछ फल ऐसे होते हैं जो रात को नही खाए जाते पपीते को रात में खाने से पाचन क्रिया पर बुरा प्रभाव पड़ता है इसलिए सुबह के समय में पपीता खाने से बहुत लाभ होता है सुबह के समय में आप पपीते को नास्ते के रूप में और दोपहर को भोजन से पहले खा सकते हो।
पपीता के फायदे (Papaya Benefits In Hindi) :
1. पाचन तंत्र में फायदेमंद पपीता (Beneficial Papaya In The Digestive Tract In Hindi) :
जिनका पचन तन्त्र सही नही रहता उनको पपीते का सेवन करना चाहिए क्यूंकि पपीते में कई पाचक एंजाइम्स होते हैं और इसके साथ ही इसमें कई डाइट्री फाइबर्स भी होते हैं जिसकी वजह से पाचन क्रिया सही रहती है।
2. गठिया में फायदेमंद पपीता (Beneficial Papaya In Arthritis Disease In Hindi) :
गठिया से पीड़ित रोगी को पपीते का सेवन करना चहिये क्यूंकि पपीते में हड्डियों को मजबूत करने के एन्जायिम्स होते हैं जिससे गठिया रोगी को बहुत आराम मिलता है।
3. कोलेस्ट्रॉल कम करे पपीता (Papaya Reduce Cholesterol In Hindi) :
कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए पपीते का सेवन करना चहिये क्यूंकि इसमें उच्च मात्रा में फाइबर मौजूद होता है साथ ही ये विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है जो कोलेस्ट्राल को कम करते हैं।
4. वजन घटाता है पपीता (Papaya Reduces Weight In Hindi) :
अगर आप वजन घटाना चाहते हैं तो पपीते को अपनी डाइट में सामिल करें क्यूंकि इसमें मौजूद फाइबर्स वजन घटाने में मददगार होते हैं और कैलोरी की मात्रा भी अच्छी होती है जो शरीर में ताकत देती है।
5. रोग प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाये पपीता (Papaya Increases Immunity In Hindi) :
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए पपीते का सेवन बहुत ही जरुरी है क्यूंकि इसमें विटामिन c उचित मात्रा में पाया जाता है जो रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढाने में मदद करता है।
6. सौंदर्य निखार के लिए पपीता (Papaya For Beauty Light In Hindi) :
चेहरे को सुंदर बनाने के लिए पपीते का पेस्ट चेहरे पर लगाएं फिर तजा पानी से चेहरे को धो लें ऐसा करने से चेहरे के मुहासे दूर होकर चेहरा चमकने लगता है।
7. पेट के कीड़ों के लिए पपीता (Papaya For Stomach Worms In Hindi) :
पेट के कीड़ों को मारने के लिए कच्चे पपीते में अजवाइन , काली मिर्च , नमक , थोडा सा नीबू का रश मिला लें अब इसका सुबह-सुबह खाली पेट सेवन करें ऐसा करने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। – पेट के कीड़ों का इलाज
8. आंखों की रोशनी बढ़ाये पपीता (Papaya To Enhance Eyesight In Hindi) :
आँखों की रौशनी बढाने के लिए पपीते को प्रतिदिन अपने आहार में सामिल करें क्यूंकि विटामिन ए पर्याप्त मात्रा में होता है विटामिन ए आंखों की रोशनी बढ़ाने कारागार है।
9. कैंसर की रोकथाम में पपीता (Papaya In Cancer Prevention In Hindi) :
पपीते के सेवन से कैंसर को होने से रोका जा सकता हैं क्यूंकि पपीते में एंटी-ऑक्सीडेंट, flavonioids और phytonutrients प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो आपकी कोशिकाओं को क्षति पहुंचने नहीं देते।
10. हृदय रोगों के लिए पपीता (Papaya For Cardiovascular Diseases In Hindi) :
पपीते में फाइबर, विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो रक्त शिराओं में कॉलेस्ट्रोल को जमा नहीं होने देता। जिसके कारण हृदय संबंधी रोगों के होने की गुंजाइश बेहद कम हो जाती है।
पपीता के कुछ प्रभावशाली फायदे (Some Effective Benefits Of Papaya In Hindi) :
1. बालों के लिए :- बालों को घना लम्बा व् बालो की रूसी दूर करने के लिए पपीते के पेस्ट को बालों में लगायें ऐसा करने से बाल घने लम्बे होते हैं सुंदर बनते हैं।
2. बवासीर रोग में :- बवासीर रोग में रोगी को प्रतिदिन पपीते का सेवन करना चाहिए क्यूंकि इसके सेवन से पेट साफ़ हो जाता है जिससे मल त्यागने में आसनी होती है और रोग भी ठीक होने लगता है। – Bawaseer ka Ilaj
3. दांतों के लिए :- दांतों की हर समस्या का इलाज है पपीता अगर आपको दंती से जुडी कोई भी परेशानी है तो आप पपीते का सेवन करें ऐसा करने से दांतों के जादातर सभी रोग खत्म होते हैं।
4. पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द में :- जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान दर्द की शिकायत होती है उन्हें पपीते का सेवन करना चाहिए। पपीते के सेवन से एक ओर जहां पीरियड साइकिल नियमित रहता है वहीं दर्द में भी आराम मिलता है।
5. डाइटिंग वाले व्यक्तियों के लिए :- जो लोग डाइटिंग पर हैं उन्हें पपीते का सेवन करना चहिये क्यूंकि पपीते में उचित मात्रा में केलोरी होती है जो भूक नहीं लगने देती और एनर्जी बरकरार रहती है।
6. बढ़ती उम्र को रोकने में :- पपीते के सेवन से बढती हुई उम्र को रोका जा सकता है क्यूंकि पपीते में विटामिन सी, विटामिन ई और बीटा-कैरोटीन जैसे एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। यह सभी विटामिन त्वचा से झुर्रियों को दूर रखते हैं।
7. लीवर के लिए :- जिन लोगो का लीवर मजबूत नही हैं उनको पपीते का सेवन नियमित रूप से करना चहिये क्यूंकि पपीते में कुछ ऐसे एन्जयिम पाए जाते हैं जो लीवर को मजबूत बनाते हैं।
8. पेट की गर्मी के लिए :- जिन लोगो के पेट में गर्मी बनी रहती है उन लोगों को पका हुआ पपीता , दूध और चीनी मिलाकर ग्राइंडर में शेक बनाकर पीना चहिये ऐसा करने से पेट की गर्मी दूर हो जाती है।
9. एनीमिया रोग में :- जिनको भी खून की कमी है या एनीमिया रोग है उनको पपीते का गुदा 200 ग्राम की मात्रा में लगातार 10-20 दिनों तक खाना चाहिए ऐसा करने से अनीमिया रोग ठीक हो जाता है क्यूंकि ये हिमोग्लोबिन की मात्रा को पूरा करता है।|
10. माँ के दूध के लिए :- कच्चे पपीते की सब्जी खाने से मां के दूध में वृद्धि होती है। इसलिए ऐसी माओं जिनको दूध नहीं बनता उनको प्रतिदिन कच्चे पपीते की बनी हुई सब्जी का सेवन करना चहिये।
11. कब्ज रोग में :- कब्ज से निजात पाने के लिए रात्रि भोजन के बाद पपीते का सेवन नियमित रूप से करते रहें। इससे सुबह दस्त साफ होता है तथा कब्ज दूर हो जाता है।
12. रक्तचाप के लिए :- रक्तचाप को नियंत्रित रखने के लिए पपीते का सेवन करना चाहिए क्यूंकि पपीते में कारपेन या कार्पेइन नामक एक क्षारीय तत्व होता है जो रक्त चाप को नियंत्रित करता है।
13. पेट के दर्द में :- पेट में दर्द होने पर पपीता में काली मिर्च, नींबू का रस और सेंधा नमक डालकर ऐसा करने से पेट में दर्द बंद हो जाता है और साथ ही पेट भी साफ़ हो जाता है।
14. प्लेग रोग में :- प्लेग रोग से छुटकारा पाने के लिए पपीता को घिसकर लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग की मात्रा में सुबह-शाम प्लेग रोग से पीड़ित रोगी को देना चाहिए।
15. पेट के लिए :- पपीता खाने से पेट के जादातर सभी रोग नष्ट हो जाते हैं क्यूंकि पपीता त्रिदोष वात पित्त कफ तीनो को संतुलित रखता है जिसकी वजह से हम पेट की अधिकतर रोगों से बच जाते हैं।
16. शर्दी खांसी में :- शर्दी खांसी होने पर नियमित रूप से पपीते का सेवन करना चहिये पपीते के सेवन से ही आपकी शर्दी खांसी खत्म हो जाती हैं।
17. आंतो के लिए :- आंतो व् आमाशय से परेसान रोगी को पपीते का सेवन करना चहिये क्यूंकि पपीते में आंतो व् आमाशय को ठीक रखने के एन्जायिम होते हैं।
पपीते के पत्ते का रस के फायदे (Benefits Of Papaya Leaf Juice In Hindi) :
2. डेंगू रोग में :- जिनको भी व्यक्ति डेंगू रोग से ग्रस्त हैं उनको पर्तिदिन पपीते के पत्तों के रश का सेवन करना चहिये क्यूंकि ये खून के थक्के को जमने से रोकता है और डेंगू रोग में लाभ मिलता है।
3. इंफेक्शन से बचाए :- पपीते के पत्तों का रश सभी प्रकार के इंफेक्शन से बचाता है और शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ ही पपीते के पत्तों का जूस शरीर में बैक्टीरिया की ग्रोथ रोकने में भी सहायक है।
4. मलेरिया रोग में :- जो भी लोग मलेरिया से पीडत हैं उन लोगो को उन्हें पपीते के पत्तों का रश पीना चहिये ऐसा करने से मलेरिया रोग में लाभ मिलता है क्यूंकि इसका रश मलेरिया रोग से लड़ने में मदद करता है।
5. पीरियड्स के दर्द में :- पीरियड्स के दोरान दर्द होने पर पपीते की पत्ती को इमली, नमक और 1 ग्लास पानी के साथ मिलाकर काढ़ा अब इस काढ़े को ठंडा करके पियें पीरियड्स के दोरान होने वाले दर्द में लाभ मिलता है।
6. पिम्पल्स के लिए :- पिम्पल्स से छुटकारा पाने के लिए पपीते की सुखी पत्तियों को पानी के साथ मिलकर पेस्ट बना लें अब इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं फिर ताजा पानी से चेहरे को धो लें लाभ मिलता है।
7. बालों के लिए :- बालों में से डेंड्रफ निकलने के लिए बालों में इसका रश लगाएं ऐसा करने से डेंड्रफ खत्म होते हैं और साथ ही ये सिर से तेल और गंदगी को भी निकालता है।
8. जल कट जाने पर :- अगर आप जले, कटे और छिले हुए स्थान पर ताजे पत्तों का रस अवश्य लगाएंगे तो इससे घाव बेह जल्द भर जाता है।
9. सॉफ्ट बालों के लिए :- पपीते की पत्तियों के रस को नारियल के दूध या शहद में मिलाकर कंडीशनर के तौर पर यूज कीजिए। इससे बाल बहुत ही सॉफ्ट होते हैं।
10. बेक्टेरिया की रोकथाम :- शरीर में बढ़ने वाले बैक्टेरिया जैसे कीड़े , परजीवी , फंगस आदि को बढ़ने से रोकता है क्यूंकि पपीते की पत्तियों में 50 प्रकार के एक्टिव एन्जयिम होते हैं जो इनको बढ़ने से रोकते हैं।
पपीते के पत्ते का रस बनाने की विधि (Method Of Making Papaya Leaves Juice In Hindi) :
पपीते की पत्तियों को अच्छी तरह से पानी से साफ कीजिए। अब पपीते की पत्तियों को छोटे टुकड़ों में तोड़कर मिक्सी में पीस लीजिए और उसे निचोड़ कर रस को ठीक से छान लीजिए। अब इस रश का आप प्रयोग कर सकते हैं।
पपीते का मुरब्बा कैसे बनायें (How To Make Papaya Jam In Hindi) :
पपीते का मुरब्बा बनाने के लिए पपीते को धोकर चाकू से छिलका उतार लीजिए और हरा भाग बिलकुल निकाल दीजिए। इसे दो भागों में काटकर बीज तथा अनचाहे भाग को निकाल दीजिए। इसे 5 सेंटीमीटर लम्बे टुकड़ों में काटकर काँटों से अच्छी तरह गोद लीजिए। अब टुकड़ों को उबलते पानी में 10 – 12 मिनट पकाकर सामान्य विधि से मुरब्बा बना लीजिए।
पपीते खाने में सावधानी (Caution In Eating Papaya In Hindi) :
किसी भी फल का सेवन ऐसे ही नही किया जाता बहुत सावधानी के साथ किसी भी फल का सेवन करना चहिये अगर आप सावधानी से फल का सेवन नही करेंगे तो आपको उसके सेवन से हानि भी हो सकती है।
1. रात को न खाएं :- रात को खाना खाने के बाद पपीते का सेवन नही करना चहिये क्यूंकि रात को खाना खाने के बाद ये पाचन तन्त्र पर बुरा प्रभाव डालता है और आपका वजन भी बढ़ सकता है इसलिए पपीते को रात में न खाएं।
2. नास्ते में पपीता :- नाश्ते में पपीता खाने से आप पूरे दिन फिट और ताजा महसूस करेंगे। सुबह खाया हुआ पपीता आपके स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त है, क्योंकि यह दिन भर आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
3. फ्रिज में न रखें :- कभी भी फ्रिज में रखा हुआ पपीता का सेवन न करें क्यूंकि इसको फ्रिज में रखने से पपीते के सभी पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं फिर पपीते का सेवन करने का कोई फायदा नहीं रहता।
4. ठंड में सेवन न करें :- ठंड में पपीते का सेवन कम करना चहिये नहीं तो आपको बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
5. जादा सेवन न करें :- अगर आप पहली बार पपीते का सेवन कर रहे हैं तो कम मात्रा में ही करे क्यूंकि पपीते में लेटेक्स नामक पदार्थ होता है जो आपके शरीर के एलर्जी से ग्रसित कर सकता है।
6. छोटे बच्चे सेवन न करें :- छोटे बच्चे मतलब शिशु को पपीते का सेवन नहीं करना चहिये क्यूंकि पपीते में पपेन नामक पदार्थ होता है जो शिशु के लिए घातक हो सकता है।
7. मासिक धर्म में :- जिन स्त्रियों को मासिक-धर्म अधिक आता हो उन्हें भी पपीता नहीं खाना चाहिए। अगर आप सेवन करती हो तो आपको बहुत सी परेशानियों का समना करना पड़ सकता है।
पपीता के नुकसान (Side Effect Of Papaya In Hindi) :
वैसे तो पपीते के फायदे के बारे में ऊपर जान ही चुके होंगे लेकिन एक बात और जान लो जब किसी चीज के फायदे होते हैं तो उसके नुकसान भी होते हैं अगर आप पपीते फल का जादा मात्रा में सेवन करेंगे तो आपको नीचे दी गयी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है इसलिए पपीते को उचित मात्रा में ही सेवन में लें।
1. गर्भपात हो सकता है :- गर्भवती महिलायों को पपीते का सेवन करने से परेशानी हो सकती है क्यूंकि इसकी तासीर बहुत गर्म होती है इसलिए सेवन करने से पहले डॉ से परामर्श लें।
2. एलर्जी हो सकती है :- जिन व्यक्ति को पपीते से एलर्जी होती है उन लोगों को पपीता नहीं खाना चहिये ऐसा करने से परेशानी हो सकती है क्यूंकि पपीते में लेटेक्स नामक पदार्थ होता है जो आपके शरीर के एलर्जी से ग्रसित कर सकता है।
3. गले की परेशानी :- अगर आप पपीते का जादा सेवन करते हैं तो गले के लिए भी नुकसानदेह होता है अगर आप दिन में कई बार पपीता खाते हैं तो गले संबंधित कई तरह के बीमारियों का शिकार हो सकते हैं।
4. रक्तचाप में :- ब्लडप्रेशर के मरीज को भी पपीते के सेवन से दूर रहना चाहिए अगर आप सेवन करते हो तो आपको परेशनी हो सकती है।
5. अस्थमा और पीलिया :- अगर आप जादा मात्रा में पपीते का सेवन करते हैं तो आपको अस्थमा और पीलिया की शिकयत हो सकती है क्यूंकि पपीते में पपाइन और बीटा कैरोटिन मौजूद होते हैं, जो अस्थमा और पीलिया का कारण बनते हैं।
6. किडनी में पथरी :- पपीते का अधिक सेवन नही करना चहिये क्यूंकि पपीते का अधिक सेवन करने से किडनी में पथरी की आशंका अधिक हो जाती है।
7. रक्त का पतला होना : पपीते का अधिक सेवन करने से खून पतला होने लगता है। इसलिए सर्जरी के बाद पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए।
8. त्वचा के रोग :- नियमित और अधिक मात्रा में पपीता खाने से इसमें मौजूद बीटा केरोटीन त्वचा के रंग को प्रभावित कर सकता है। स्किन के कलर में पीलापन दिख सकता है।