उत्तान कूर्मासन क्या है :-
यह एक योगासन है जिसमें कुर्म का अर्थ होता है कछुआ। इस आसन को करते वक्त व्यक्ति की आकृति कछुए के समान बन जाती है इसीलिए इसे कुर्मासन कहते हैं। अगर इस असं को प्रितिदीन किया जाए तो पीठ मजबूत बनती है। मन शांत होता है और शरीर में लचीलापन आता है। अगर आपको मधुमेह की बीमारी है और लंबे समय से कंट्रोल नहीं हो रही है तो नियमित रूप से कुर्मासन करें। आइये जानते हैं की कुर्मासन की विधि और इसके लाभ और सावधानियां :-
उत्तान कूर्मासन के लाभ :-
1. यह आसन डायबिटीज से मुक्ति दिलाता है क्योंकि इससे पेन्क्रियाज को सक्रिय करने में मदद मिलती है।
2. यह आसन उदर के रोगों में लाभदयक है।
3. यह आसन नृत्य कलाकारों के लिए उतम है। क्योंकि यह रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है।
4. पेट के मोटापे को कम करता है। कमर पतली, लचीली, सुन्दर और मनोहर लगने लगती है।
5. यह आसन श्वास संबंधी तथा गले के सभी रोगों को दूर करता है।
6. नाभि केन्द्र को ठीक रखता है।
7. पीठ का दर्द दूर होता है।
8. यह आसन पेट, गले, घुटनों आदि के लिए अधिक उपयोगी है।
9. सुगर जैसी बीमारियों से राहत दिलाता है |
10. नाड़ियों मैं रक्तसंचार को ठीक रखता है |
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