माइग्रेन परिचय :-
माइग्रेन एक आम बीमारी है | माइग्रेन को दूसरी भाषा मैं अर्धकपारी, आधासीसी भी कहते हैं | और यह बीमारी दुनियाभर में लगातार बढती जा रही है | माना जाता है की जैसे ही आप सामान्य स्थिति से एकदम तनाव भरे माहौल में पहुंचते हैं तो सबसे पहले आपका सिर दर्द बढ़ता है। ब्लडप्रेशर हाई होने लगता है और लगातार ऐसी स्थितियां आपके सामने बनने लगे तो समझिए आप माइग्रेन के शिकार हो रहे हैं। इस रोग मैं सर के केवल एक ही हिस्से मैं दर्द होता है | यह दर्द सूर्य की रोशनी के साथ बढ़ता-घटता रहता है | माइग्रेन का दर्द ललाट से शुरू होता है और आँखों के ऊपर फैलने लगता है. इस दर्द में ऐसा लगता है जैसे कि सिर में झनझनाहट हो रही है | इस रोग का आयुर्वेद मैं बहुत अच्छा इलाज है जिससे आप इस रोग से 100% छुटकारा पा सकते हैं |
माइग्रेन के कारण :-
1. दुसरे रोगों का ज्यादा दिन तक रहना जेसे नजला, जुकाम, बहुत पुरानी कब्ज आदि |
2. आनुवांशिक ( Genetic ) के कारण |
3. स्त्रियों में माइग्रेन का कारण माहवारी में गड़बड़ी भी हो सकती है क्योकि इस स्थित में इनके शरीर में कुछ परिवर्तन आते है.
4. अनियमित आहार, तला हुआ, बासी, जंक फ़ूड इत्यादि खाने से |
5. टेंसन या चिंता करना |
6. blood pressure इसका एक मेन कारण है | – Low Blood Pressure , High Blood Pressure
माइग्रेन के लक्षण :-
1. सिर के आधे हिस्से में दर्द रहता है|
2. माइग्रेन के रोगी को बार बार उल्टियाँ होती है|
3. जी मिचलता रहता है|
4. इस रोग मैं रोगी को नीद बहुत कम आती है|
5. आँखों मैं पानी आना|
6. माइग्रेन से पीड़ित रोगियों के सिर के साथ साथ गर्दन में भी दर्द होता है|
7. बार-बार पेशाब का आना |
8. आँखों मैं बहुत दर्द रहता है और सूज भी जाती हैं|
माइग्रेन का आयुर्वेद इलाज :-
माइग्रेन का आयुर्वेद मैं बहुत अच्छा इलाज है| जिसे आप घर पर भी कर सकते हैं|
उपचार के लिए क्या चाहिए :- देशी गौ माता का pure घी
देशी गौ माता के घी की पहचान :- हमेसा देशी गौ माता का घी पीला-पीला होता है यही इसकी पहचान है |
देशी गौ घी की पहचान |
देशी गौ माता के घी से उपचार :-
माइग्रेन दर्द का सबसे अच्छा इलाज है देशी गौ माता का घी | ये घी आपको हल्का-सा गर्म करके रात को सोते समय अपनी दोनों नाकों में एक-एक बूंद डालना है |बस इतना ही करना है देखना कुछ ही दिनों मैं कितना अद्भुत परिणाम आता है | इससे माइग्रेन दर्द एक दम ठीक हो जाएगा | अगर इसका प्रयोग आपने 2-3 महीने तक लगातार कर लिया तो जिन्दगी में कभी भी आगे माइग्रेन नहीं होगा | इस घी से पुराने से पुराना नजला भी ठीक हो जाता है| इस घी को नाक में डालने से बहुत फायदे है |
भाइयो देशी गौ का घी ये ही एक एसी दवा है जो हमरे बहुत रोगों को ठीक करती है | अगर आपने ये नियमित रूप से नाक में डाल लिया तो कभी भी आपको सर में दर्द नहीं हो सकता है | इतनी पॉवर है हमरी देशी गौ माता के घी मैं |
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लेने का समय :- 2-3 महीने रात को सोने से पहले |
बचने के उपाय व् परहेज :-
1. ज्यादा मात्रा मैं पानी पीना चाहिए|
2. आवश्यक नीद ही लें |
3. संतुलित आहार का सेवन करें|
4. चिंतामुक्त रहें|
5. किसी भी चीज पर ज्यादा ध्यान न लग्यें|
6. कम रोशनी मैं पढाई लिखाई का काम कम करें|
7. ज्यादा ऊँचें स्थान से नीचे न देखें|
8. तीखे मिर्च मसालों का सेवन न करें|
9. नशाबाजी न करें
प्राणायाम करें :-
सुबह-सुबह थोड़ी-थोड़ी सेर कराएँ और और प्राणायाम कराएँ जेसे आलोम-बिलोम , कपालभाती इन दोनों प्राणायाम को करने से कोई भी बीमारी पास नहीं आ सकती और अगर कोई बीमारी है तो वो भी जल्द ही ठीक हो जाएगी|
कपालभाती | अनुलोम – विलोम |