कब्ज (Constipation In Hindi) :
कब्ज को अंग्रेजी में Constipation कहते हैं। यह बीमारी सीधे पाचन तंत्र से संबंध रखती है। जब भी व्यक्ति को कब्ज की बीमारी होती है तो इसका प्रभाव सीधे मल पर पड़ता है। जब भी आप मल त्याग करने के लिए जाते हो तो मल त्याग करने में कठिनाई होती है। कब्ज अमाशय की स्वाभाविक परिवर्तन की वह अवस्था है, जिसमें मल निष्कासन की मात्रा कम हो जाती है, मल कड़ा हो जाता है, उसकी आवृति घट जाती है या मल निष्कासन के समय अत्यधिक बल का प्रयोग करना पड़ता है।
कब्ज होना कोई मामूली बात नहीं होती, इसलिए इसे रोग को अनदेखा नहीं करना चाहिए क्योंकि यह हमारे कई घातक बीमारियां पैदा कर सकता है। जेसे बवासीर, पित्त, इत्यादि। आयुर्वेद के अनुसार हमारे शरीर मे जितने भी रोग होते है वो त्रिदोष: वात, पित्त, कफ के बिगड़ने से होते है। तो जितना ही सके हमे इन सबको ठीक रखना चाहिए। कब्ज का आयुर्वेद में बहुत अच्छा इलाज है।
कब्ज के कारण (Constipation Reason In Hindi) :
1. मलत्याग में : जब आपको मलत्याग करने की इच्छा होती है तब आप शौचालय नहीं जाते हैं जिसकी वजह से भी मल कड़ा हो जाता है जिसकी वजह से आपको कब्ज की समस्या हो जाती है।
2. तरल पदार्थ : जब दिन में बहुत कम मात्रा में तरल पदार्थ लिए जाते हैं तो मल में पानी की कम मात्रा होने की वजह से भी मल कड़ा हो जाता है। इसका सबसे मुख्य कारण है शरीर में पानी की कमी का होना।
3. निष्क्रिय रहना : जब आप अधिक समय तक निष्क्रिय रहते हैं तो भी आपको पाचन में तकलीफ होती है जिससे भी कब्ज की समस्या हो सकती है।
4. भोजन से : आज के समय में लोग चर्बी वाला और ज्यादा शक्कर का भोजन करना पसंद करते हैं जिसमें पानी और रेशे की मात्रा कम होती है इस वजह से भी उन्हें कब्ज जैसी समस्या हो सकती है। जब आप अधिक नशीली चीजों जैसे – तंबाकू, सिगरेट, शराब आदि का सेवन करते हैं या कॉफी और चाय का सेवन करते हैं तो कब्ज की समस्या हो जाती है।
5. दवाईयों से : जब कोई बीमार होता है तो उसे दवाईयां खानी पडती हैं जिसकी अधिकता से भी उन्हें कब्ज की समस्या हो सकती है क्योंकि दवाईयों की अधिकता से मल कड़ा हो जाता है।
6. समस्याओं से : कब्ज बहुत सी समस्याओं से जैसे – किसी भी तरह का शारिरिक काम न करना, रात में जागना, आदि से कब्ज की समस्या हो सकती है।
7. मानसिक रोगों से : जब आप चिंता, डर, दुःख, क्रोध, तनाव, शोक, सोच, विचार अधिक करते हैं तब भी आपको कब्ज की समस्या हो सकती है।
8. असमय भोजन : जब कोई व्यक्ति समय पर भोजन नहीं करता है या बिना किसी समय के भोजन करता है तो भी कब्ज की समस्या हो सकती है।
9. मधुमेह के कारण : अक्सर जिन लोगों को मधुमेह की समस्या होती है उन्हें भी कब्ज की समस्या हो सकती है क्योंकि उन लोगों को पाचन से जुडी हुई समस्याएं होती हैं।
10. अपौष्टिकता से : कभी-कभी कब्ज की समस्या शरीर में कैल्शियम और पोटैशियम की मात्रा कम हो जाने से भी होती है।
11. काम न करना : बहुत से लोग जो कब्ज के शिकार होते हैं वो काम कम करते हैं और व्यायाम भी नहीं करते हैं जिसकी वजह से भी कब्ज हो सकती है।
12. देर से सोना : आज के समय में लोग रात के समय खाना देर से खाते हैं और खाना भी लेटकर खाना और असमय सोना। इनकी वजह से भी कब्ज हो सकती है।
कब्ज के लक्षण (Constipation Symptoms In Hindi) :
1. पेट में भराव : कभी-कभी ऐसा होता है कि आप मलत्याग करते हैं फिर भी आपको ऐसा लगता है कि आपकी अंतड़ियाँ पूरी तरह से खाली नहीं हुई हैं तो आपको कब्ज हो सकती है।
2. मल त्याग में जोर : जब भोजन में पानी की मात्रा कम होती है तो मल धीरे-धीरे कड़ा होता जाता है और मलत्याग आसानी से नहीं हो पाता है। व्यक्ति को मलत्याग करने में जोर लगाना पड़ता है और उसे बहुत तकलीफ भी होती है।
3. पेट में समस्या : जब आपको पेट में ऐंठन हो, दर्द हो, पेट फूल जाये या मतली हो तो आपको कब्ज की परेशानी हो सकती है।
4. समस्याएं : जब आपको सिर दर्द, पेट फूलना, शौच साफ न होना, मल सूखा, कमर और जोड़ों में दर्द, आलस्य, नींद न आना, अरुचि, अस्वच्छंदता, बवासीर होना, मुंह में छाले, रक्त छाप का बढ़ना, मुंहासे निकलना, गठिया, आँखों में मोतियाबिंद, गृध्रसी वात आदि से भी कब्ज की समस्या हो सकती है।
5. गैस बनना : जिन लोगों को कब्ज की समस्या होती है अक्सर उन्हीं लोगों को गैस की समस्या का सामना भी करना पड़ता है। यह गैस उनके दिमाग में चढ़ जाती है जिससे उन्हें सिर दर्द होने लगता है।
6. मुंह से बदबू : जिन लोगों को कब्ज होती है उनकी जीभ मटमैली हो जाती है और मुंह से बदबू आनी शुरू हो जाती है और मुंह का स्वाद भी बिगड़ जाता है।
7. भूख न लगना : जिन लोगों को कब्ज की समस्या होती है उन लोगों को बुख नहीं लगती और उनका जी भी मिचलाता रहता है और इनकी आँखों के नीचे भी काले धब्बे पड़ जाते हैं।
8. उर्जा कम होना : जिन लोगों को कब्ज की समस्या होती है उनकी शारीरिक और मानसिक उर्जा कमजोर हो जाती है जिसकी वजह से उनमें आलस और चिडचिडापन भर जाता है जिसकी वजह से उनके शरीर का रंग फीका पड़ जाता है।
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कब्ज की दवा (Constipation Treatment In Hindi) :
कब्ज का एक मात्र इलाज है त्रिफला चूर्ण। त्रिफला चूर्ण एक चम्मच रात में गुनगुने पानी के साथ सोने से पहले लें। ऐसा करने से कब्ज 100 % ठीक हो जाती है। इससे न जाने शरीर की कितनी बीमारी ठीक होती हैं। वागभट जी कहते है त्रिफला का सेवन अलग-अलग समय करने से भिन्न-भिन्न परिणाम आते है।
रात को जो आप त्रिफला चूर्ण लेंगे तो वो रेचक है अर्थात पेट की सफाई करने वाला, बड़ी आंत की सफाई करने वाला शरीर के सभी अंगो की सफाई करने वाला। कब्जियत दूर करने वाला 30-40 साल पुरानी कब्जियत को भी दूर कर देता है ये त्रिफला चूर्ण। त्रिफला चूर्ण
1. अजवाईन से उपचार : पेट अगर आपका साफ़ नही रहता कब्जियत रहती है तो इसकी सबसे अच्छी दवा है अजवाईन। इसको गुड में मिलाके चबाके खाओ और पीछे से गरम पानी पी लो तो पेट तुरंत साफ़ होता है, रात को खा के सो जाओ सुबह उठते ही पेट साफ होगा।
2. पानी पीना : कब्ज में व्यक्ति को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है इसलिए अगर आपको भी कब्ज की समस्या है तो आपको दिन में कम-से-कम दस गिलास पानी पीना चाहिए। ऐसा करने से आपको मलत्याग करने में बहुत आसानी होती है और कब्ज की समस्या भी ठीक हो जाती है।
3. रेशेदार भोजन : जब आपको कब्ज की समस्या होती है तो रेशे आपकी कब्ज की समस्या को ठीक करने में मदद करते हैं। कब्ज की समस्या होने पर रेशेदार भोजन जैसे ब्रैन सीरियल, होल ग्रेन ब्रेड, कच्ची सब्जियां, ताजे फल आदि का सेवन करना चाहिए।
4. नींबू का सेवन : जब किसी को कब्ज होती है तो उसके पेट में मल जम जाता है जिसकी वजह से मलत्याग में बहुत तकलीफ होती है। अगर आपको भी यह समस्या है तो आप एक गिलास गुनगुने पानी में एक नींबू को निचोड़कर पी सकते हैं क्योंकि ऐसा करने से मलत्याग में बहुत आसानी हो जाती है।
5. दूध का सेवन : जब किसी को कब्ज हो तो उसे रात के समय सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध का सेवन करना चाहिए इससे मलत्याग में आसानी होती है और अगर मल आँतों से चिपकता हो तो आप दूध में अरंडी का तेल मिलाकर पी सकते हैं।
6. लहसुन का सेवन : जिन लोगों को कब्ज की समस्या होती है उनके लिए लहसुन का सेवन बहुत फायदेमंद होता है यह मल को मुलायम कर देता है और मल को आँतों से निकालने में मदद करता है। अगर आपको भी कब्ज की समस्या है तो आप भी लहसुन का सेवन कर सकते हो।
7. मेथी का सेवन : अगर आपको काफी समय से कब्ज की समस्या है तो आप मेथी का सेवन कर सकते हैं। आप मेथी के चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ पी सकते हैं क्योंकि इससे आपका पेट धीरे-धीरे साफ होने लगेगा। ऐसा करने से आपकी कब्ज की समस्या ठीक हो जाएगी।
8. मुनक्का का सेवन : जिन लोगों को कब्ज की समस्या होती है उन्हें मुनक्के का सेवन करना चाहिए। आप मुनक्के का सेवन पानी में भिगोकर या दूध में भिगोकर कर सकते हैं लेकिन इनके सेवन के साथ पानी पी लेना चाहिए।
9. बादाम का सेवन : जिन लोगों को कब्ज की समस्या होती है उन्हें रात को सोने से पहले एक गिलास दूध में बादाम का तेल मिलाकर पीना चाहिए। ऐसा दस या पंद्रह दिन करने से आपकी कब्ज की समस्या ठीक हो जाएगी।
10. संतरे का सेवन : आप कब्ज से छुटकारा पाने के लिए सादा संतरों का जूस निकालकर प्रतिदिन उसका सेवन करें क्योंकि इससे आपकी पुरानी कब्ज की समस्या भी ठीक हो जाएगी। जूस बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसमें किसी भी चीज को मिलाएं नहीं।
कब्ज के अन्य उपचार (Constipation Solution In Hindi) :
1. एक गिलास दूध में 1-2 चाम्मच घी मिलाकर रात को सोते समय पीने से भी कब्ज रोग में फायदा होता है।
2. नींबू कब्ज में गुण्कारी है। मामुली गरम जल में एक नींबू निचोडकर दिन में 2-3 बार पीना चाहिए।
3. जल्दी सुबह उठकर एक लिटर गरम पानी पीकर 2-3 किलोमीटर घूमने जाएं।
4. 3-4 अंजीर फ़ल रात भर पानी में गलावें सुबह खाएं। आंतों को गतिमान कर कब्ज का निवारण होता है।
5. एक कप गरम जल मे 1 चम्म्च शहद मिलाकर पीने से कब्ज मिटती है।
कब्ज से बचाव के उपाय (How To Save From Constipation In Hindi) :
1. बासें खाने व् फलों का सेवन न करें सुद्ध व् ताजे फलों का ही सेवन करें।
2. जितना हो सके पानी का सेवन ज्यादा करें।
3. नशा जेसे शराब, सिगरेट इत्यादि का सेवन न करें।
4. खाने को चबाचबा कर के खाएं जिससे की भोजन आसानी से पच सके।
5. सुबह-सुबह थोड़ी-थोड़ी सेर कराएँ और और योग कराएँ जेसे आलोम-बिलोम , कपालभाती इन दोनों योगों को करने से कोई भी बीमारी पास नहीं आ सकती और अगर कोई बीमारी है तो वो भी जल्द ही ठीक हो जाएगी।
कब्ज में क्या खाएं (What To Eat In Constipation) :
जिन लोगों को कब्ज की समस्या होती है उन्हें आटे की रोटी, चोकरयुक्त आटे की रोटी, दलिया, भुना हुआ चना, बथुआ, मैथी, टमाटर, पालक, मक्खन, दूध, मुनक्का, खजूर, अंजीर, रेशेदार सब्जियां, सेब, अंगूर, पपीता, गाजर, मुली, प्याज, खीरा, चकुंदर, नींबू, संतरा, खिचड़ी, मूंग, अरहर की दाल, केला, अनार, अमरुद, आम, खरबूजा, किशमिश, बादाम, ककड़ी, शलगम, मूली, पता गोभी, शरबत, सूप, लस्सी, मट्ठा, पानी आदि का सेवन करना चाहिए।
कब्ज में क्या न खाएं (Do Not Eat In Constipation) :
गेंहूँ की रोटी, नान, सफेद ब्रेड, पिज्जा, बर्गर, चाउमीन, मसालेदार खाना, मछली, अंडे, मीट, चावल, केला, सेब, प्याज, मूली, दही, चीनी, अधिक मात्रा में पानी, फ़ास्ट फूड, जंक फूड, मैदा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
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